पाकिस्तान में अधिकारियों द्वारा मोबाइल नष्ट करने के वीडियो को अफगानिस्तान का बता वायरल किया जा रहा है।

False Social

अफगानिस्तान में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। यह वीडियो पाकिस्तान का है।

पिछले साल तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा कर लिया था और तब से वहाँ तालिबान की सरकार है। इस घटना से संबन्धित कई वीडियो व तस्वीरें सामने आयी जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी। इन दिनों इसी प्रकरण के संबन्धित एक वीडियो इंटरनेट पर साझा किया जा रहा है। उसमें आप कुछ अधिकारियों को हज़ारों की तादाद में मोबाइल फोन को नष्ट करते हुये देख सकते है। इसके साथ कहा जा रहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान ने मोबाइल फोन को प्रतिबंधित कर दिया है। सबको अपना मोबाइल अधिकारियों को सौंपना होगा और जो भी फोन के साथ पाया जायेगा उसे मौत की सज़ा होगी।

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “मोबाइल फोन अब अफगानिस्तान में प्रतिबंधित हैं। सभी को स्वेच्छा से अपने मोबाइल तालिबान सेना के अधिकारियों को सौंपने होंगे। इसके बाद, मोबाइल के साथ पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को मौत की सजा का सामना करना पड़ेगा, यह अफगानिस्तान में नया कानून है। दुनिया के दादा पेलवान देश UNO चुपचाप देख रहे है सबसे अच्छा उदाहरण जिसकी लाठी उस की भैंस हिन्दू देखकर सीखेंगे या प्रिय मोबाइल देकर सीखेंगे।“

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

सबसे पहले हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा, हमें इसमें दिख रहे अधिकारियों के कंधे पर एक चिन्ह दिखा जो हरा रंग का था और उस पर चाँद और एक सितारा बना हुआ था। ये पाकिस्तान के राष्ट्रीय झंडे से बिलकुल मिलती-जुलती छवी है। आप नीचे देख सकते है।

फिर हमने अनुमान लगाया कि ये वीडियो पाकिस्तान का हो सकता है। इसको ध्यान में रखकर हमने फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें 3 जनवरी को यही वीडियो शेयर किया हुआ मिला।

इसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है कि ये वीडियो पाकिस्तान के सिंध प्रांत का है। वहाँ बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, लैपटॉप, शराब की बोतले, हेरोइन ड्रग्स आदि को सीमा शुल्क अधिकरियों द्वारा जलाया गया।

फिर हमने इस बारे में और जानकारी पाने की कोशिश की। हमें रीयलकराची नामक एक यूट्यूब चैनल पर इससे मिलता जुलता वीडियो मिला। इसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, कराची में पाकिस्तानी रिवाज़ के मुताबिक एक समारोह के दौरान शराब की बोतलों व अन्य चीज़े नष्ट की गयी।

इसमें हम एक अधिकारी को बोलते हुये सुन सकते है कि उन्होंने डिसट्रक्शन डे आयोजित किया है जिसमें उन्होंने करीब 2 अरब पाकिस्तानी रूपये की कीमत के जब्त किये गये उत्पाद जलायें। उसमें सुपारी, नार्कोटिक उत्पाद, हेरोइन (ड्रग्स) आदि थे।


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वाइस वर्लड न्यूज़ ने उनके लेख में बताया है कि, 29 दिसंबर 2021 को पाकिस्तान की सीमा शुल्क एजेंसी ने 13.9 मिलियन डॉलर मूल्य की तस्करी वाली शराब, नशीले पदार्थों और प्रतिबंधित पदार्थों को जलाने के लिये एक समारोह आयोजित किया था। कराची शहर में यह विनाश समारोह नशीले पदार्थों के खतरे से समाज से छुटकारा पाने और तस्करी के लगातार बदलते रुझानों के प्रति सतर्क रहने के लिये आयोजित किया गया था।

एक पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट अनाहर.कॉम ने बताया कि सीमा शुल्क के एक प्रवक्ता सैयद इरफान अली ने कहा कि अभियान गदाब (कराची के उत्तर-पश्चिम) शहर में सुबह 10 बजे शुरू हुआ था। 39,470 मोबाइल फोन सहित तस्करी और निषिद्ध वस्तुओं को जला दिया गया और नष्ट कर दिया गया। वीडियो 29 दिसंबर, 2021 से इंटरनेट पर उपलब्ध है।

फिर हमने फैक्ट क्रेसेंडो की अफगानिस्तान की टीम से संपर्क किया व उनसे ये जानने की कोशिश की कि क्या वहाँ मोबाइल फोन प्रतिबंधित है व मोबाइल अधिकारियों को सौंपने है। और क्या किसी के पास से मोबाइल फोन जब्त होने पर उसे मौत की सज़ा दी जायेगी। उन्होंने हमें बताया कि “यह खबर गलत है। अफगानिस्तान में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। यह वीडियो भी अफगानिस्तान का नहीं है। 


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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो अफगानिस्तान का नहीं बल्की पाकिस्तान का है। अफगानिस्तान में मोबाइल फोन को प्रतिबंधित नहीं किया गया है।

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Title:पाकिस्तान में अधिकारियों द्वारा मोबाइल नष्ट करने के वीडियो को अफगानिस्तान का बता वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: False