यह वीडियो वेल्लोर से बरामद चोरी के सोने का है; तिरूपति बालाजी मंदिर के ट्रस्टी के घर पर पड़ी रेड से इसका लेना देना नहीं

False Social

इस वीडियो में दिख रहा प्रकरण तमिलनाडु के वेल्लोर में एक सोने की दुकान में हुई चोरी के बाद चोर से पुलिस द्वारा जब्त किए गए सोने का।

इन दिनों एक वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है। उसमें आप एक मेज़ पर काफी बड़ी संख्या में सोने के गहने देख सकते है। उसमें आप पुलिस और कुछ अन्य लोगों को भी देख सकते है।

इसके साथ दावा किया जा रहा है कि तिरूपति बालाजी मंदिर के ट्रस्टी जे. शेखर रेड्डी के घर पर आयकर विभाग ने छापेमारी में करके नकद 37 करोड़ रुपये और 106 किलो सोना बरामद किया। 

वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “यह जे. शेखर रेड्डी का निवास स्थान है, रेड्डी श्री तिरूपति बालाजी ट्रस्ट के 17 ट्रस्टियों में से एक हैं इनके यहां आयकर विभाग की छापेमारी में 37 करोड़ नकद एवं अनुमानित 106 किलो सोना बरामद किया गया यह बताया जा रहा है कि यह सोना उस सोने में से चुराया गया है जो भक्तों द्वारा भगवान को अर्पित किया जाता है।”

(शब्दश:)

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https://twitter.com/Trishul_Achuk/status/1475313814790762497

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

सबसे पहले हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर इस वीडियो को खोजने की कोशिश की। हमें तमिल गलाटा नामक एक चैनल पर पुलिस की एक प्रेस कॉन्फरेंस का वीडियो मिला।

इसके साथ दी गई जानकारी के अनुसार तमिलनाडु की वेल्लोर पुलिस ने चोरी किया हुआ 15 किलो सोना बरामद किया था। इस कार्रवाई की जानकारी देने के लिए पुलिस ने यह कॉन्फरेंस की थी। 

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वीडियो के साथ दी गई जानकारी में हमने “जॉयलुक्कास” लिखा हुआ पाया। हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें पता चला कि वेल्लोर में जॉयलुक्कास ज्वैलरी नामक गहनों का एक बड़ा शोरूम है। 

हमें 23 दिसंबर को Vikatan TV नामक एक वैरिफाइड चैनल पर प्रसारित एक रिपोर्ट मिली। उसमें बताया गया है कि वेल्लोर के एक ज्वेलरी शोरूम में 15 दिसंबर को 8 करोड़ के मूल्य का 15.9 किलो सोना और हिरे की चोरी हुई थी।

इस मामले में पुलिस ने 20 दिसंबर को एक शख्स को ओडुकाथुर नामक जगह से गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने यूट्यूब देखकर चोरी की थी।

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हमें 21 दिसंबर को प्रकाशित द हिंदू का एक समाचार लेख मिला। उसमें बताया गया है कि इस मामले में पुलिस ने 23 वर्षीय टी. के. रमन नामक अपराधी को ओडुगथुर गांव से उसके घर से गिरफ्तार किया है। वहाँ उसने चोरी के गहनों को ज़मीन में दफनाया था। इसके खिलाफ वेल्लोर नॉर्थ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

इसमें यह भी बताया गया है कि अपराधी ने शोरूम की दीवार में एक सप्ताह तक छेद किया व फिर एक दिन शोरूम घूसकर गहनों की चोरी करली।

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इसके बाद फैक्ट क्रेसेंडो ने वेल्लोर के डी.आई.जी ए. जी. बाबू से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो हाल ही में वेल्लोर में हुई सोने की चोरी से संबन्धित है। इसका जे. शेखर रेड्डी से कोई संबन्ध नहीं।“

क्या है जे. शेखर रेड्डी के घर पर पड़ी रेड का मामला?

वर्ष 2016 में तिरुमला तिरुपति देवस्थानम्स बोर्ड के तत्कालीन सदस्य व उद्योगपति जे. शेखर रेड्डी के वहाँ आयकर विभाग ने छापा मारा था। चेन्नई और वेल्लोर में उनके घर और दफ्तर से आयकर विभाग ने लगभग 127 किलो सोना और 170 करोड़ नकद रुपये जब्त किए था।

इस मामले में उन्हें वर्ष 2018 में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। फिर वर्ष 2019 में आयकर विभाग ने निष्कर्ष निकाला था कि जब्त किया गया पैसा उसकी फर्म एसआरएस माइनिंग द्वारा रेत की बिक्री से प्राप्त हुआ था। वर्ष 2020 में सीबीआई ने घोषित किया था कि जे. शेखर रेड्डी के खिलाफ उन्हें कोई सबूत नहीं मिला है।

आपको बता दें कि जे. शेखर रेड्डी तमिडनाडु के काटपाडी के थोंडन तुलसी गांव से है। उन्होंने लगभग 15 वर्ष पहले वेल्लोर में अपना व्यवसाय छोटे स्तर पर ठेकेदारी कर की थी। 

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इस वीडियो में दिखाया गया प्रकरण तमिनाडु के वेल्लोर में एक सोने के शोरूम में हुई चोरी के बाद आरोपी से बरामद किए गए सोने को दिखा रहा है। इसका जे. शेखर रेड्डी के घर पर हुई आयकर विभाग की रेड से कोई संबन्ध नहीं है।

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Title:यह वीडियो वेल्लोर से बरामद चोरी के सोने का है; तिरूपति बालाजी मंदिर के ट्रस्टी के घर पर पड़ी रेड से इसका लेना देना नहीं

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: False