वायरल वीडियो का गुजरात या महाराष्ट्र में राम नवमी के समय हुए दंगों से कोई संबंध नहीं है| ये वीडियो 2022 में हैदराबाद से है|

महाराष्ट्र के छत्रपति सांभाजी नगर (पूर्व में औरंगाबाद) में राम नवमी समारोह के दौरान सांप्रदायिक झड़पें हुईं। दोनों समूहों के बीच झड़प के चलते वहां पुलिस की वैन को आग लगा दी गई और पत्थरबाजी की घटना हुई। राम नवमी के अवसर पर देश के कई राज्यों में तनाव का माहौल था।
पुलिस ने आगजनी और दंगा करने के लिए 500 लोगों के खिलाफ एक ऍफ़आईआर दर्ज किया है। अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें हम पुलिस को कुछ लोगों को गिरफ्तार करते हुए देख सकते है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पुलिस एक विशेष दल दंगाइयों को छत्रपति सांभाजी नगर में हिरासत में ले जा रहे है।
फैक्ट क्रेसेंडो ने हमारे व्हाट्सएप टिपलाइन (9049053770) पर वायरल तस्वीर के तथ्यों की जाँच अनुरोधों के साथ प्राप्त की।
हमने पाया कि यह हैदराबाद का एक वीडियो है जिसे झूठी जानकारी के साथ साझा किया गया है। इस वीडियो को गुजरात के वडोदरा में राम नवमी के समय हुए गिरफ़्तारी का बताकर भी वायरल किया गया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “कल वडोदरा में रामनवमी रेली पे पथ्थर मारने का नतिजा।”
अनुसंधान से पता चलता है की..
जाँच की शुरुवात में हमने एक बैनर पर लिखा “शफ़फ” देखा। खोज करने पर, यह पता चला कि यह एक पैक पानी का ब्रांड है जिसका कार्यालय शालीबांडा, हैदराबाद में स्थित है।
इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए, हमें पिछले साल ऑनलाइन साझा किया गया यहीं वीडियो मिला। NDTV ने ट्विटर पर इस वीडियो की सूचना दी।
रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद पुलिस ने 25 अगस्त 2022 को हैदराबाद में शालीबांडा में एकत्रित प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बल का इस्तेमाल किया था, वे पैगंबर मुहम्मद पर कथित टिप्पणी करने वाले निलंबित भाजपा नेता टी राजा सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
हमें इस घटना के बारे में कई समाचार रिपोर्टें मिलीं। SIASAT के अनुसार, पैगंबर मुहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी करनेवाले निलंबित भाजपा विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन बढ़ने पर 25 अगस्त 2022 को हैदराबाद पुलिस ने शालीबांडा में कई घरों में प्रवेश किया था और वहां रहने वाले मुस्लिम युवाओं को घसीट कर बहार लाया था।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर काफी पत्थरबाजी की, और उनकी बात सुनने से इंकार किया। वे अलग अलग जगहों से शालीबंदा तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज करने का सहारा लिया।
निष्कर्ष-
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। हैदराबाद के एक पुराने वीडियो को झूठी जानकारी के साथ शेयर किया जा रहा है। 12 लोगों को छत्रपति संभाजी नगर में सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने संघर्ष में शामिल बदमाशों का पता लगाने और गिरफ्तार करने के लिए आठ टीमों का गठन किया है। इस वीडियो का गुजरात के वडोदरा से कोई संबंध नहीं है।

Title:हैदराबाद के पुराने वीडियो को महाराष्ट्र और गुजरात में राम नवमी में हुए झड़प के नाम से किया वायरल
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
