गांव की सरपंच ने स्पष्ट किया कि यह हादसा किसी मसजीद के सामने नहीं हुआ है। साथ ही स्पष्ट किया कि गांव में सिर्फ हिन्दु समुदाय के लोग रहते हैं और गांव में कोई मसजिद नहीं है।

रामनवमी के मौके पर देशभर में कई जगहों पर जुलूस निकाले गए, जिसके कई वीडियो लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। वहीं सोशल मीडिया पर एक दिल दहलाने वाली वीडियो वायरल किया जा रहा है। जिसमें भगवा रंग की टी-शर्ट पहने कुछ युवक करंट की चपेट में आते देखा जा सकता हैं। वीडियो में एक शख्स को यह कहते सुना जा सकता है कि देखिए क्या हो गया मस्जिद के सामने । रामनवमी के जुलूस में मस्जिद के सामने यह युवक हाई म्यूजिक में नाच रहे थे। बीजेपी , आरएसएस , बजरंग दल की जहरीली पॉलिटिक्स की वजह से देखिए 5 नौजवान को करंट लगने पर मौके पर ही खत्म हो गए। दुनिया वालों के लिए सबक है,मौत कभी भी आ सकती है।
वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि राजस्थान में मस्जिद के सामने एक ग्रुप रामनवमी जुलूस निकालने के दौरान पांच युवकों की मौत हो गई।
वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- राम नवमी के जूलूस में 5 नौजवान करंट लगने से हलक… मस्जिद के सामने म्यूजिक बजा कर नाच रहे थे। इलियास शराफुद्दीन गुलाम ऑफ अल्लाह, राजस्थान के गाँव में मस्जिद के सामने संगीत बजाते हुए, 5 लोगों को करंट लगा, अल्लाह के गुलाम इलियास शराफुद्दीन।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जांच की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो को ढूंढ ने के लिए अलग-अलग कीवर्ड्स का इस्तेमाल किया। परिणाम में हमें आजतक की एक रिपोर्ट मिली। खबर के मुताबिक यह दर्दनाक हादसा रामनवमी के अवसर पर राजस्थान के कोटा में हुआ है। जुलूस के दौरान करंट लगने से 3 लोगों की मौत हो गई और 4 गंभीर रूप से झुलस गए।
हादसा सुल्तानपुर कस्बे के कोटरा दीप सिंह गांव में हुआ है।
खबर के मुताबिक रामनवमी के अवसर पर अखाड़े के युवक करतब दिखा रहे थे। उसी दौरान एक युवक का चक्र ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन पर जाकर अटक गया।
सड़क के बीचो बीच रस्सी में बंधे चक्र को उतारने के लिए कई लड़के एक के ऊपर एक चढ़कर रस्सी से चक्र को उतार रहे थे। इसी दौरान सबसे ऊपर मौजूद युवक का हाथ 11 केवी की इलेक्ट्रिक लाइन से छू गया। इसके बाद धमाके साथ सभी सात युवक करंट की चपेट में आ गए। उन्हें सुल्तानपुर हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां, डॉक्टरों ने तीन को मृत घोषित कर दिया।
मृत युवकों के नाम ललित(25), अभिषेक(24) और महेंद्र(40) हैं, जबकि तीन अन्य गंभीर घायल अमित मेहर(19), हिमांशु( 21), राधेश्याम मेहरा( 24), और पलेंद्र प्रजापत( 23) को कोटा के एमबीएस अस्पताल में इलाज चल रही है। इसके अलावा यह रिपोर्ट कई अन्य मीडिया चैनल पर भी प्रकाशित किया गया है।
हमें मिली रिपोर्ट में कहीं पर भी मस्जिद का जिक्र नहीं किया. गया है। हमें एक रिपब्लिक भारत में प्रकाशित एक मिली। जिसमें वायरल वीडियो के आस पास के अन्य जगहों को भी देखा जा सकता है। वीडियो में कहीं पर भी हमें मस्जिद नहीं दिख रही है।
इसके बाद हमने गूगल मैप में कोटरा दीप सिंह लिख सर्च करने पर हमें मैप में कहीं भी गांव के पास मस्जिद की लोकेशन नहीं दिख रही है। जानकारी के लिए हमने मैप से ओम साईं इलेक्ट्रिकल्स नाम के एक दुकानदार से इस खबर के बारे में जानने के लिए संपर्क किया, जिसमें उन्होंने हमें स्पष्ट किया कि गांव में यह हादसा किसी मस्जिद के सामने नहीं हुआ है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि गांव में मस्जिद नहीं है।
इसके अलावा उन्होंने हमारी बात गांव के वर्तमान सरपंच संतोष बेरुवा से हमारी बात करवाई, सरपंच ने हमें स्पष्ट किया यह घटना हमारे गांव का है। यह घटना किसी भी मस्जिद के सामने नहीं हुआ है। हमारे गांव में कोई मुस्लिम परिवार नहीं है। और न ही कोई मस्जिद है। वायरल दावा पुरी तरह से झूठ है। यह हादसा गांव के पूर्व सरपंच लोकेंद्रजी के घर के सामने हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि रामनवमी की इस जुलूस की खबूर उनको नहीं दी गई थी।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, राजस्थान में रामनवमी समारोह के दौरान करंट लगने से तीन लोगों की मौत की घटना, किसी मस्जिद के सामने नहीं हुई थी। वायरल खबर झूठी है।

Title:रामनवमी के जुलूस के दौरान करंट लगने की यह घटना किसी मस्जिद के सामने नहीं हुई थी, खबर झूठी..
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
