मणिपुर की राज्यपाल के आरएसएस बैठक में कुकियों के खिलाफ नफरत फैलाने का फ़र्ज़ी दावा वायरल । 

False Social

वीडियो में दिख रही महिला महिला हिंदू सेना की सदस्य हैं, न कि मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके। इसके अलवा इस कार्यक्रम को आरएसएस द्वारा आयोजित नहीं किया गया था। 8 अगस्त को राष्ट्रहित सर्वोपरी संगठन की ओर से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

नार्को-आतंकवाद पर भाषण दे रहे एक व्यक्ति के पास बैठी एक महिला के वीडियो में दावा किया गया कि वह मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके हैं। और वह हिंदुत्व संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) द्वारा आयोजन की गई एक कार्यक्रम में भाग ले कर कुकियों के खिलाफ नफरत फैला रही है। 

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- मणिपुर के राज्यपाल आरएसएस प्रायोजित बैठक में भाग लेकर अल्पसंख्यक कुकियों के खिलाफ नफरत क्यों फैला रहे हैं? 

ट्वीटआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो को अलग अलग की-वर्ड का इस्तेमाल कर ढूंढने की कोशिश की। परिणाम में हमें जीआरटी के ट्विटर हैंडल पर वायरल वीडियो मिला। वीडियो को 10 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया है।

प्रकाशित ट्वीट में लिखा गया है कि – कूकी नार्को आतंकवाद से भारत को बचाएं: यह युद्ध आतंकवादियों के विरुद्ध भारत का युद्ध है। यह नार्को आतंकवाद के खिलाफ युद्ध है। इस समर्थन के लिए हिंदू महासभा और अन्य संबद्ध समूहों को धन्यवाद। 

राजभवन मणिपुर के एक ट्वीट में वीडियो के साथ वायरल दावों का खंडन किया गया है।  ट्वीट में लिखा है “उक्त ट्वीट में मणिपुर के राज्यपाल के आरएसएस की बैठक में भाग लेने के बारे में जो लिखा गया है वह पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। 

वीडियो में दिख रही महिला मणिपुर की राज्यपाल नहीं है और न ही राज्यपाल ऐसी किसी बैठक में शामिल हुई हैं।”

वहीं, फेसबुक पर वायरल हो रहे वीडियो के कार्यक्रम की कई अन्य तस्वीरें और वीडियो भी सोहन गिरि नाम के शख्स ने शेयर किए हैं। जिसमें उन्होंने कार्यक्रम में मणिपुर के राज्यपाल की मौजूदगी के बारे में कहीं नहीं लिखा है।

इन पोस्टों में उल्लेख किया गया है कि विरोध प्रदर्शन हिंद सेना, भारत रक्षा मंच और राष्ट्रहित सर्वोपरी संगठन सहित हिंदूवादी संगठनों द्वारा आयोजित किया गया था। इस पोस्ट में मणिपुर के राज्यपाल का कोई उल्लेख नहीं है।

https://www.facebook.com/sohan.giri007/posts/pfbid02EgWQVpgm8EHWxtxzE1JU8HXohvXVqMyVkyy1sEb7D58N12vDMW9jcqhfzNKio7aal

आर्काइव

इसके बाद हमने सोहन गिरि से संपर्क किया। उन्होंने हमें स्पष्ट किया कि वायरल दावा पुरी तरह से गलत है। 8 अगस्त को राष्ट्रहित सर्वोपरी संगठन की ओर से मैंने यह कार्यक्रम आयोजित किया था। यह कार्यक्रम दिल्ली के साकेत स्थित सैनिक फर्म में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में मणिपुर के राज्यपाल मौजूद नहीं थे।  इसके अलवा ये भी स्पष्ट  किया कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा प्रायोजित नहीं था। 

इसके अलावा उन्होंने हमारे साथ एक यूज का लिंक भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने वायरल वीडियो के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। निम्न में देखें। 

https://www.facebook.com/reel/198481546559152

हमने वायरल वीडियो में दिख रही महिला और मणिपुर के राज्यपाल की तस्वीरों का विश्लेषण किया। जिसे निम्न में देखा जा सकता है।

इसके अलावा, मणिपुर पुलिस ने भी 19 अगस्त को वायरल दावे का खंडन करते हुए पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “बैठने वाली महिला मणिपुर की राज्यपाल नहीं हैं, जैसा कि पोस्ट किया गया है। साइबर क्राइम पीएस में एफआईआर दर्ज की जाएगी।  ट्विटर से पोस्ट हटाने का अनुरोध किया गया है।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वीडियो में दिख रही महिला हिंदू सेना की सदस्य हैं, न कि मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके। वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है, न तो कार्यक्रम में मणिपुर की राज्यपाल हैं, और न ही ये कार्यक्रम आरएसएस द्वारा आयोजित किया गया था। 

Avatar

Title:मणिपुर की राज्यपाल के आरएसएस बैठक में कुकियों के खिलाफ नफरत फैलाने का फ़र्ज़ी दावा वायरल ।

Written By: Sarita Samal 

Result: False