वायरल वीडियो जुलाई 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है। वीडियो भारत का नहीं है बल्कि बांग्लादेश का है।

सोशल मीडिया में एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है , जिसमें एक महिला अपने नवजात शिशु के साथ ट्रेन की बोगियों के बीच यात्रा कर रही है। वीडयो के साथ दावा किया जा रहा है कि भारत में रेलवे व्यवस्था का ये दृश्य है। पैसों की कमी के कारण महिला इस तरह ट्रेन में सफर कर रही है।
इस वीडियो को लेकर यूजर्स मोदी सरकार की जमकर तीखी आलोचना कर रहे हैं।
वायरल वीडियो के साथ लिखा गया है- इस महीला के पास पैसा नही था ट्रेन का टिकट लेने के लिए इसकी जिम्मेदार भी सरकार ही है और गोदी मीडिया अनपढ़ इंसान का डंका बजा रही है,लानत है,इस से ज्यादा शर्मनाक ओर क्या सकता है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो को Invid में अलग-अलग कीफ्रेम में तोड़ा। आगे मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो प्रोथोम एलो नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 2016 में अपलोड किया गया था। इससे साफ होता है कि वीडियो काफी पुराना है।

इसके बाद हमें एक और वीडियो मई 18-2016 को अपलोड हुआ मिला जिसमें उस वक़्त के रेलवे मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल सक्सेना यह बता रहे हैं की वे इस वीडियो की जांच कर रहे है। इस रिपोर्ट में सक्सेना कह रहे है की यह वीडियो वायरल है और रेलवेज़ को इसकी सूचना कई लोगों से मिली है।
हमारे चैनल के नीचे कमेंट सेक्शन पर नजर डाली तो एक शख्स ने कमेंट किया है कि वीडियो तीन साल पुराना है और वीडियो बांग्लादेश का है।

हमने वायरल वीडियो में दिख रही ट्रेन और बांग्लादेश की ट्रेन का विश्लेषण किया। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो में दिख रहे ट्रेन में दो सफेद लाइन है, जो की बांग्लादेश ट्रेन में भी देखा जा सकता है।

निम्न में विश्लेषण देखें।

PIB Fact Check ने भी 2020 में ये स्पष्ट किया था कि वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश का है।
निष्कर्ष-
तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल दावा गलत है। ट्रेन की बोगियों के बीच बच्चे के साथ यात्रा कर रही महिला का ये वीडियो भारत का नहीं है बल्कि बांग्लादेश का है। वायरल वीडियो जुलाई 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है।

Title:ट्रेन की बोगियों के बीच बच्चे के साथ यात्रा कर रही महिला का वीडियो भारत का नहीं है….
Written By: Saritadevi SamalResult: False
