नेपाल में हिंदुओं ने मुस्लिमों के झंडे उतारकर भगवा झंडा नहीं लहराया, फर्जी है वायरल दावा।

नेपाल में हालिया सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने इस्तीफा दिया, जिसके बाद राज्य में सियासी संकट गहरा गया। अंतरिम सरकार का गठन करते हुए नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को सत्ता की कमान सौंप दी गई। अब नेपाल में 6 महीने के अंदर आम चुनाव कराने की घोषणा की गई है। दूसरी तरफ नेपाल में जेन जी की तरफ से किए गए हालिया विरोध -प्रदर्शनों से जोड़ते हुए कई भ्रामक पोस्ट और वीडियो को अब भी साझा किया जा रहा है। इसी में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक शख्स को भीड़ की मौजूदगी में एक खंभे पर चढ़ कर उसमें लगे हरे झंडे को उतारते हुए दिखाया गया है जो बाद में हरे झंडे को हटा कर भगवा झंडा लगा देता है। दावा किया जा रहा है कि ये नेपाल का वीडियो है, जहां पर हिंदुओं ने मुस्लिमों के झंडे को उतारकर अब भगवा झंडा लहराना शुरू कर दिया है। यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा है…
नेपाल के हिंदुओं ने..मुश्लिमो के झंडे को उतार कर भगवा ध्वज लहरायाना शुरु कर दिया है.नेपाल हिन्दुराष्ट्र है जय श्री राम
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो से कीफ्रेम ले कर रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें एक कन्नड़ न्यूज आउटलेट प्रजानुदी के इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया हुआ मिला, जिसे 8 सितंबर 2025 को अपलोड किया गया था। इसमें हमें वायरल वीडियो वाले दृश्य दिखाई दिए। हमारा ध्यान वीडियो के साथ लिखे हैश टैग पर गया , जिसमें मद्दुर, गणेश विसर्जन, कर्नाटक, सिद्धरमैया हैशटैग किया हुआ था। हमें इतना तो समझ आ गया था यह वीडियो भारत के कर्नाटक का है।
फिर हमें एक इंस्टाग्राम यूजर द्वारा 8 सितंबर 2025 को अपलोड किया गया वीडियो मिला। जिसके साथ जानकारी से पता चला कि वीडियो कर्नाटक के मांड्या जिले के मद्दुर का है, जहां पर गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान पत्थर चलने से मद्दुर में तनाव पैदा हो गया था।
मिली जानकारी की मदद से सर्च करने पर हमें समय न्यूज़ कन्नड़ के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया वीडियो मिला। मौजूद जानकारी के अनुसार, मांड्या में हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने हरा झंडा फाड़कर भगवा झंडा फहराया था।
मुस्लिम मिरर नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 9 सितंबर 2025 को अपलोड किए गए वीडियो में वायरल वीडियो से मिलते हुए दृश्य दिखाई देते हैं। पोस्ट के साथ लिखे कैप्शन से पता चलता है कि, “कर्नाटक के मड्डूर में 8 सितम्बर को सैकड़ों हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने नरसिंह स्वामी मंदिर से जुलूस निकाला था और इस दौरान उन्होंने एक मस्जिद के पास ज़बरदस्ती इस्लामी झंडा हटाकर उसकी जगह भगवा झंडा फहरा दिया था।”
nammatvmysuru नाम के एक कन्नड़ इंस्टाग्राम अकाउंट पर 8 सितंबर 2025 को इसी घटना से जुड़ा एक अन्य वीडियो अपलोड किया हुआ देखा जा सकता है। इसके साथ कन्नड़ में लिखे कैप्शन को हिंदी में अनुवाद करने से यही जानकारी मिली कि, मुस्लिम युवक का हरा झंडा हटाकर एक हिंदू ने भगवा झंडा फहराया था।
और पड़ताल किये जाने पर हमें इंडिया टुडे व टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट मिली। इनमें बताया गया है कि, 7 सितंबर की रात 9 बजे मद्दुर कस्बे में गणेश प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम के जुलूस पर पत्थर फेंके जाने से हंगामा हो गया था। जिसमें दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया और विसर्जन की प्रक्रिया संपन्न कराई। फिर 8 सितंबर 2025 को हिंदुत्ववादियों ने नगर के नरसिम्हा स्वामी मंदिर से एक विरोध प्रदर्शन शुरू किया।इसी दौरान एक खंभे से हरा झंडा उतारकर फेंक दिया गया और भगवा झंडा लगा दिया गया।
8 सितंबर 2025 को डेक्कन हेराल्ड की वेबसाइट पर एक वीडियो रिपोर्ट देखे जा सकते हैं। इसमें मांड्या के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालादंडी द्वारा मीडिया को जानकारी दी जा रही है कि, इस घटना में 21 लोगों की गिरफ्तारी के साथ केस दर्ज किया गया है।
वायरल वीडियो को और स्पष्ट करने के लिए हमने दिख रही जगह को गूगल स्ट्रीट व्यू पर भी खंगाला। परिणाम में हमें वह जगह कर्नाटक के मड्डूर में मेन रोड पर ही मिली।

निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। असल में एक शख्स द्वारा इस्लामी झंडे को हटा कर भगवा झंडे लगाने का वायरल वीडियो नेपाल का नहीं बल्कि कर्नाटक का है।

Title:इस्लामी झंडों के स्थान पर भगवा झंडा लगाने का कर्नाटक का वीडियो, नेपाल के हालिया संदर्भ से जोड़ कर भ्रामक दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
