
बाढ़ संकट के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने पंजाब में 2300 से ज्यादा गांवों में सफाई, राहत और पुनर्निर्माण अभियान को तेज़ी से शुरू किया है। इससे पंजाब की जनता में भरोसा बढ़ा है। कई राज्यों से लोग राशन और अन्य राहत सामग्री भी भेज रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें जमीन पर बहुत सारी रोटियां और अन्य समान बिखरा हुआ पड़ा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पंजाब में बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए भेजा गया खाने-पीने का सामान लोगों तक पहुंचने के बजाय इस तरह से सड़ रहा है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- पंजाब में आप राशन की हालत देखिए किस तरह से सड़ रहा है 👇पंजाब के नाम पर अधिकतर लोग अपनी जेब भरने में लगे हैं 100 में से 10 मदद पंजाब की 90 में अपनी तो कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए चेक बांटते घूम रहे हैं,,,,मेरी बेटी के लिए मैने तो देख लिया अपना पराया क्या होता लालच क्या होता है निस्वार्थ सहयोग क्या होता है,,, अब वक्त आने पर माकूल जवाब मेरे पास है 🙏#everyone #rldesignz #viral #वायरल #jayantrld #rld #jaat #पंजाब #crisis
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया । परिणाम में वायरल वीडियो हमें mumbaiculture.in नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला। 4 सितंबर 2025 को पोस्ट किये गए इस वीडियो के कैप्शन के अनुसार वीडियो नवी मुंबई का है।
कैप्शन में लिखा है “बीएमसी ने 29 अगस्त से 2 सितंबर के बीच मराठा मोर्चा के दौरान सीएसएमटी, आजाद मैदान और आसपास के इलाकों से 125 मीट्रिक टन से अधिक कचरा साफ किया।”
आगे हमें वायरल वीडियो से मिलती-जुलता वीडियो @MaharashtraSpeaks के यूट्यूब चैनल पर मिला। 2 सितंबर 2025 को की गई पोस्ट में बताया गया है कि ”मनोज जारंगे पाटिल 29 अगस्त से मुंबई के आज़ाद मैदान में मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे थे।
उनके साथ मुंबई से हज़ारों मराठा आंदोलनकारी भी शामिल हुए थे। इन प्रदर्शनकारियों के खाने-पीने की व्यवस्था के लिए राज्य भर के गाँवों से मदद पहुँचाई गई थी।
नवी मुंबई सिडको बिल्डिंग के बाहर चपाती और अन्य सामान की तस्वीर देखी जा सकती है।”
मिली जानकारी की मदद लेते हुए अधिक सर्च करने पर हमें लोकसत्ता की एक खबर मिली। रिपोर्ट के मुताबिक ये आंदोलन मुंबई के आजाद मैदान में चल रहा था। मराठा समाजसेवी मनोज जरांगे, मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल पर बैठे थे।
आंदोलन में शामिल होने वाले लोग कुछ दिन का खाना अपने साथ लेकर आए थे। लेकिन आंदोलन लंबा चला और ये खाना खत्म हो गया। इसी के चलते महाराष्ट्र के कई गांवों से ये खाना प्रदर्शनकारियों के लिए भेजा गया था। इसमें लाखों रोटियों सहित कई तरह की खाद्य सामग्री थी। ये खाना नवी मुंबई के सिडको एक्सहिबिशन सेंटर के बाहर इकट्ठा किया गया था।

हमने गूगल मैप्स पर नवी मुंबई के सिडको एक्सहिबिशन सेंटर को सर्च किया। परिणाम में हमें इस जगह की एक फोटो भी मिली जो वायरल वीडियो वाली जगह से मेल खाती है। निम्न में विश्लेषण देखें। यहां ये साफ है कि वायरल वीडियो मुंबई का है।

वायरल वीडियो में नजर आ रहे शख्स –
जांच में आगे हमने वायरल वीडियो में नजर आ रहे शख्स के वीडियो को सर्च किया। पता चला कि यह वीडियो सिंगर और सोशल वर्कर हरप्रीत मान का है। हरप्रीत मान @khalsa_help_foundation के फाउंडर हैं। हरप्रीत के इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो 7 सितंबर 2025 को अपलोड किया गया है। ये वीडियो पंजाब का है।
उनका कहना था कि यहां राशन की जरूरत नहीं है। यहां राशन बहुत आ गया है। जिसने जो भी कलेक्शन की हुई है वो रोक दें। दस से पंद्रह दिन में बता दिया जायेगा कि किस चीज़ की जरूरत है। राशन की ट्रॉलियां बहुत आ रही है। आपसे रिक्वेस्ट है अभी राशन ना भेजें। अगर किसी को करनी है, मेडिसिन की सेवा करे। वीडियो को शेयर कर दें, ज्यादा से ज्यादा।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो पंजाब में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए भेजे गए राशन का नहीं है। असल में वीडियो मुंबई में हुए मराठा आरक्षण आंदोलन का है। इसका पंजाब से कोई संबंध नहीं है।
Title:पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए भेजे गए राशन का बताकर शेयर किया जा रहा वीडियो असल में मराठा आंदोलन का है…
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading


