बॉन्डी बीच पर हमला करने वालों में से एक को निहत्था करने वाले शख्स का नाम एडवर्ड क्रैबट्री’ नहीं, बल्कि अहमद अल अहमद है।

अभी हाल ही में 14 दिसंबर को सिडनी के बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान अंधाधुंध गोलीबारी हुई थी, जिसे दो हमलावरों ने अंजाम दिया था। हमलावरों की पहचान 50 वर्षीय साजिद अकरम और उसके 24 वर्षीय बेटे नवीद अकरम के रूप में की गई। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति को बहादुरी से एक शूटर को पकड़ते और निहत्था करते हुए दिखाया गया। वीडियो में इस शख्स की पहचान अहमद अल अहमद के रूप में हुई। लेकिन इंटरनेट पर इसी वीडियो के एक स्क्रीनशॉट को साझा करते हुए यह दावा किया जाने लगा कि हमलवार से भिड़कर उसकी बंदूक छीनने वाला शख्स की एडवर्ड कैबट्री है।वायरल पोस्ट इस कैप्शन के साथ है…
सिडनी में यहूदियों पर अंधाधुंद फायरिंग करने वाले नावेद अकरम के अब्बा से राइफल छिनने कर कई जिंदगियों को बचाने वाले बहादुर आदमी का नाम अहमद अल अहमद नहीं, बल्कि एडवर्ड क्रेबटरी है।आतंकियों के मजहब के बचाव के लिए वामपंथियों ने प्रचार किया कि बंदूक छिनने वाले का नाम अहमद है, ताकि ऑस्ट्रेलिया के नागरिक गुस्से में न आये। ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे भारत मे दंगो के समय दूसरा गुट मानव चेन बनाकर मंदिरो की रक्षा करता है

अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में संबंधित कीवर्ड्स के ज़रिए खोज करना शुरू किया। इस दौरान हमें ABC की 14 दिसंबर 2025 की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें उस व्यक्ति की पहचान 43 वर्षीय अहमद अल अहमद के रूप में की गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, अहमद ने शूटरों में से एक की ओर दौड़कर उसका हथियार छीन लिया था। ABC से बात करते हुए अहमद के माता-पिता, मोहम्मद फतेह अल अहमद और मलाकेह हसन अल अहमद ने बताया कि उनके बेटे को कंधे में चार से पांच गोलियां लगी थीं, जिनमें से कुछ अब भी शरीर में फंसी थीं । रिपोर्ट के मुताबिक़, अहमद 2006 में ऑस्ट्रेलिया आए थे, जबकि उनके माता-पिता कुछ महीने पहले ही सीरिया से सिडनी पहुंचे थे।

अल जज़ीरा की 14 दिसंबर 2025 की खबर में ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बानीज के हवाले से पुष्टि की गई कि बंदूकधारी को निहत्था करने वाले शख्स का नाम अहमद अल अहमद है।
14 दिसंबर 2025 को छपी एनबीसी न्यूज के अनुसार, हमलावर को निहत्था करने वाले शख्स का नाम अहमद अल अहमद ही है।
और खोजने पर हमें द गार्डियन की रिपोर्ट मिली, जिसे 16 दिसंबर 2025 में प्रकाशित किया गया था। इसमें शख्स का नाम अहमद अल अहमद ही बताया गया है। साथ ही बताया गया है कि ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बानीज ने भी अहमद से अस्पताल में मुलाकात की और उनकी सराहना की। खबर में इस मुलाकात के वीडियो देखे जा सकते हैं।

प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के आधिकारिक एक्स हैंडल पर अहमद के साथ उनकी मुलाकात का वीडियो देखे जा सकते हैं। पोस्ट में उन्होंने अहमद का शुक्रिया अदा करते हुए यह लिखा है, ‘अहमद, आप ऑस्ट्रेलिया के हीरो हैं। आपने दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली, बोंडी बीच पर खतरे की ओर दौड़े और एक आतंकवादी को निहत्था कर दिया।’
साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अहमद की प्रशंसा करते हुए देखे जा सकते हैं।
बीबीसी पत्रकार शायन सरदारिज़ादेह ने 14 दिसंबर 2025 को एक पोस्ट में इस दावे का खंडन करते हुए पुष्टि की कि अहमद ने ही हमलावर को निहत्था किया था, न कि क्रैबट्री ने। इस पोस्ट में एक भ्रामक लेख की तस्वीर साझा थी, जिसमें क्रैबट्री को “बॉन्डी बीच हमले का नायक” बताया गया था। क्रैबट्री द्वारा हमलावर को निहत्था करने की जानकारी ‘ द डेली’ नामक वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख से ली गई थी।
फिर हमने The Daily नाम की वेबसाइट पर छपी आर्टिकल को चेक किया,जिसमें बचाव करने वाले व्यक्ति की पहचान एडवर्ड क्रैबट्री के रूप में की गई थी।

आर्टिकल की जांच के दौरान हमें कई तथ्यात्मक गलतियां मिलीं। इसमें दावा था कि हमला शनिवार दोपहर 2:47 बजे शुरू हुआ, जबकि पुलिस के आधिकारिक बयानों के अनुसार रविवार शाम 6:40 बजे आपातकालीन सेवाओं को बोंडी बीच बुलाया गया था।
साथ ही इस आर्टिकल में यह भी झूठा दावा किया गया था कि ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने अस्पताल में “क्रैबट्री” से मुलाकात की थी।

जबकि ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के एक्स हैंडल पर पोस्ट वायरल दावे को झूठा साबित करते हैं। इसके साथ किसी भी विश्वसनीय मीडिया आउटलेट या आधिकारिक स्रोत ने ऐसी किसी मुलाकात की पुष्टि नहीं है।
इसलिए हम कह सकते हैं कि, बॉन्डी बीच के हमलावरों में से एक को निहत्था करने वाला नागरिक अहमद अल अहमद है, एडवर्ड क्रैबट्री नहीं।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, बोंडी बीच पर गोलीबारी करने वालों में से एक को निहत्था करने वाला शख्स अहमद अल अहमद है, एडवर्ड क्रैबट्री नहीं है।
Title:सिडनी बॉन्डी बीच हमले में हमलावर को काबू करने वाले नागरिक अहमद अल अहमद हैं, न कि एडवर्ड क्रैबट्री…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False


