पंजाब के भाखड़ा नहर में पाए गए रेमेडिसविर इंजेक्शनों की शीशी नकली हैं |

Coronavirus False

सम्पूर्ण भारतवर्ष वर्तमान में कोरोना महामारी की मार से जूझ रहा है, इस शताब्दी का ये सबसे विकट समय है जहाँ आये दिन देशभर में कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा चिंताजनक है, कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ रही  तादाद के चलते देश भर की स्वास्थ्य व्यवस्था अपनी क्षमता से बहुत अधिक बोझ झेल रहें है, ऐसे में कोरोना से सम्बंधित कुछ दवाइयों को लेकर सोशल मंचो पर ख़बरें आये दिन वायरल होती दिख रहीं हैं जहाँ ईन दवाओं को लेकर कुछ भ्रामक दावे किये जा रहें हैं, ऐसा ही एक दावा COVID 19 में इस्तेमाल एंटीवायरल दवा रेमेडिसविर ( Remdesivir) को लेकर किया गया है, एक वायरल हो रहे वीडियो के जरिये से ये दावा किया जा रहा है कि जहाँ रेमेडिसविर दवाई की इतनी मांग है वही दूसरी तरफ पंजाब की नहरों में रेमेडिसविर के इंजेक्शनों को बहा दिया गया है ताकि लोगों के बीच इस दवाई को लेकर हाहाकार मच जाये और उनकी मृत्यु हो जाये जिसके पश्चात वे सरकार को दोषी ठहरा सके |

वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि 

“ये होता है षड्यंत्र , चीन पापिस्तान के टुकड़ों पर पलनें वालें नेताओं + फर्जी किसान आंदोलन करनें वालों नें रातों रात साजिश करकें लाखों करोड़ो रू में खरीदकर रेमडीसीवर दवाई मरीजों तक ना पहुंचाकर पंजाब की नहरों मे बहा दी , जिस से मरीज की अकाल मृत्यु हो और सरकार की बदनामी हो | अटल बिहारी सरकार में प्याज ऐसै ही नष्ट करके सरकार गिरायी थी | *A huge quantity of injection remdisivir floating in bhakhra river in punjab.Matter must be investigated.*

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

इस वीडियो को भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा किया है | ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि “आदरणीय सीएम पंजाब, यह घृणित और आपराधिक है | जबकि पंजाब में मरीजों को आवश्यक दवाओं के लिए संघर्ष करना पड़ता है.. रेमेडिसवीर इंजेक्शन की हजारों शीशियाँ भाखड़ा नहर में डूबी हुई पाई जाती हैं! इस आपराधिक कृत्य के लिए कौन जिम्मेदार है? पंजाब सरकार चुप क्यों है?”

https://twitter.com/sambitswaraj/status/1390889552492077056

आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि….

जाँच की शुरुवात हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च कर इस वीडियो से संबंधित ख़बरों को ढूँढने से की, जिसके परिणाम से हमने पाया कि वीडियो वास्तव में पंजाब में भाखड़ा नहर का है | इस घटना के बारें में जानकारी हमें 6 मई 2021 को द ट्रिब्यून द्वारा प्रकाशित की हुई खबर में मिली | खबर के अनुसार ड्रग कंट्रोल ऑफिसर तेजिंदर सिंह ने यह बात स्पष्ट की है कि पानी में बहते हुए रेमेडिसवीर कि शीशीयां नकली थी। आगे लिखा गया है कि  भाखड़ा नहर में 621 नकली रेमेडिसविर शीशियाँ मिलीं | स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ संगत चामकौर साहिब के डीएसपी के नेतृत्व में गठित एक पुलिस दल ने घटनास्थल का दौरा किया और रेमेडीसविर और सफोपेराज़ोन की शीशियों को जब्त किया। बेलसंडा गाँव में खोज के दौरान, कुछ और शीशियाँ बरामद हुईं | दोनों स्थानों से कुल 621 रेमेडिसविर और 1,456 सफोपेराज़ोन शीशियों को जब्त किया गया | इसके अलावा, 849 गैरकानूनी शीशियां भी बरामद की गईं |

आर्काइव लिंक 

फैक्ट क्रेसेंडो ने इस सम्बन्ध में रोपड़ (भाखड़ा नेहर क्षेत्र) के एसएसपी अखिल चौधरी से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया की, 

“बरामदगी के आधार पर, एक जांच शुरू की गई है | इस मामले के संबंधित एफआईआर दर्ज कर ली गई है | हम मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं | ड्रग कंट्रोल ऑफिसर के अनुसार, बरामद शीशियों के लेबल कंपनी की मूल शीशियों से मेल नहीं खाते हैं, इसलिए यह स्पष्ट रूप से नकली है | एसपी-रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम मामले की जांच कर रही है |”

इसके आलावा हमें पंजाब सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा इस घटना के सन्दर्भ में किया गया एक ट्वीट मिला | इस ट्वीट में लिखा गया है कि 

“भाखड़ा में तैरते रेमदिसवीर की भारी मात्रा का दावा करने वाला एक वायरल वीडियो 6 मई को नदी में पाए जाने वाले 621 नकली रेमेडीवियर शीशियों के बारे में है। मीडिया द्वारा भी यही बताया गया था। #COVID के समय के दौरान घबराहट से बचने के लिए, ऐसे वीडियो को आगे साझा करने के बजाय पुलिस को रिपोर्ट करें |”

https://twitter.com/PunjabGovtIndia/status/1391056096714924037

आर्काइव लिंक

इसके आलावा हमें दिल्ली के डी.सी.पी मोनिका भरद्वाज द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला जिसमें उन्होंने मार्किट में बेचीं जा रही फर्जी रेमेडीवियर को पहचानने की कुछ टिप्स दिए है | उन्होंने रेमेडीवियर खरीदते वक़्त निम्न बातों पर ध्यान देने के लिए निवेदन किया है | ट्वीट में उन्होंने असली और नकली रेमेडीवियर के बीच का अंतर समझाया है |

तद्पश्चात हमने वायरल हो रहे वीडियो में दिखाए गये रेमेडीवियर की शीशी और डी.सी.पी मोनिका भरद्वाज द्वारा बताये नकली शीशीयों की तस्वीरों का तुल्नात्क्मक विश्लेषण किया जिसमे हम साफ़ साफ देख सकते है कि नदी में बह रहे रेमेडीवियर असल में नकली है |

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | पंजाब की नहरों से बरामद रेमेडिसवीर इंजेक्शन नकली है |

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Title:पंजाब के भाखड़ा नहर में पाए गए रेमेडिसविर इंजेक्शनों की शीशी नकली हैं |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False