शिवराज सिंह चौहान का अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल, नहीं की मोहन यादव की आलोचना…

False Political

सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की आलोचना कर रहे हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि शिवराज ने अपनी ही पार्टी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बयान देते हुए कहा है कि वो लोगों को लूट रहे हैं और बच्चों के भविष्य के साथ खेल रहे हैं।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- शिवराज सिंह चौहान का मुख्यमंत्री मोहन यादव पर बड़ा हमला, कहा सत्ता के दलालों ने सब बेच दिया, पेपर लीक किए।

https://archive.org/embed/screencast-www_facebook_com-2024_10_08-12_08_38

फेसबुकआर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि… 

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में अलग अलग की-वर्ड के साथ सर्च शुरु किया। परिणाम में वायरल वीडियो का मूल वीडियो हमें शिवराज सिंह चौहान के आधिकारिक एक्स हैंडल पर मिला। 2 अक्टूबर को किये गए ट्वीट के अनुसार वायरल बयान झारखंड पर था, जहां वह राज्य के सत्ताधारी गठबंधन JMM-कांग्रेस की आलोचना कर रहे थे।

इसके अलावा शिवराज के ओरिजिनल बयान को उनके फेसबुक सहित सभी सोशल मीडिया हैंडल्स पर शेयर किया गया है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है- JMM और कांग्रेस की गठबंधन सरकार ने झारखंड के बच्चों का भविष्य बर्बाद किया। उन्हें दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया। इसलिए झारखंड को बचाना है, यहां की माटी, रोटी और बेटी को बचाना है। 

शिवराज के वायरल वीडियो का मूल वीडियो यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड है। यहां पर साफ सुना जा सकता है वायरल हो रहे हिस्से के बाद, शिवराज बोलते हैं, “और इसलिए तो झारखंड को बचाना है, और विशेषकर माटी, बेटी, और रोटी”। इससे साफ है कि वो झारखंड सरकार के बारे में बात कर रहे थे। वायरल वीडियो से इस हिस्से को काट दिया गया है।

जांच में आगे हमने वायरल वीडियो और हमें मिले वीडियो का विश्लेषण किया।

https://youtu.be/FV_X83AUaE8

निष्कर्ष- इस सारी जानकारी से यह स्पष्ट है कि, वायरल वीडियो में शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस और जेएमएम के गठबंधन वाली झारखंड सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। शिवराज सिंह चौहान के अधूरे वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Avatar

Title:शिवराज सिंह चौहान का अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल, नहीं की मोहन यादव की आलोचना…

Written By: Sarita Samal  

Result: False