
सोशल मीडिया पर एक बिल्डिंग की तस्वीर को शेयर करते हुए मुगल शासकों पर निशाना साधा जा रहा है। तस्वीर को शेयर करते यूजर दावा कर रहे हैं कि यह तुर्की में बनी एक मस्जिद की फोटो है।
वायरल तस्वीर के साथ लिखा गया है- यह टर्की की एक मस्जिद है। बाकी डिजाइन से आप अंदाजा लगा ले। कोई भी इस गलतफहमी में ना रहे कि ताजमहल, लालकिला इन फटीचरों ने बनाया होगा।

अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल तस्वीर हमें रॉयटर्स पेज पर मिली। तस्वीर के साथ ये खबर 21 दिसंबर 2013 को प्रकाशित की गयी थी। जानकारी के मुताबिक यह बर्लिन स्थित एनएसए का खुफिया टावर है।

जांच में हमें डीडब्ल्यू की एक रिपोर्ट मिली। जिसके अनुसार, ये एक जासूसी स्टेशन है। इस खुफिया स्टेशन का उपयोग कोल्ड वॉर के दौरान अमेरिकियों और ब्रिटिशों द्वारा 1989 में बर्लिन की दीवार गिरने तक रूसी-नियंत्रित पूर्वी जर्मनी में संचार को बाधित करने के लिए किया गया था। यह स्टेशन जर्मनी के ग्रुएनवाल्ड जंगल में एक मानव निर्मित पहाड़ी टेफेल्सबर्ग पर बनाया गया था।
पड़ताल के दौरान हमें पता चला कि जर्मनी में मौजूद तुफेल्सबर्ग हिल की ऊंचाई पर अमेरिका की नेशनल सिक्युरिटी एजेंसी ने कोल्ड वॉर के वक्त फील्ड स्टेशन बनाया था।
इस जासूसी स्टेशन के बारे में अन्य रिपोर्ट मौजूद है। जिन्हें यहां, यहां और यहां पर पढ़ सकते हैं। मिली जानकारी से ये स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर वास्तव में जर्मनी के एक जासूसी स्टेशन की है, न कि तुर्की किसी के मस्जिद की।
निष्कर्ष-
तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, मस्जिद के नाम पर वायरल ये पोस्ट फर्जी है । यह बर्लिन के एक जासूसी स्टेशन की तस्वीर है। इसे कोल्ड वॉर के वक्त अमेरिका ने बनाया था। इस तस्वीर का मस्जिद या तुर्किये से कोई लेना- देना नहीं है।

Title:बर्लिन में बंद हो चुके एनएसए जासूसी स्टेशन की तस्वीर को तुर्की मस्जिद नाम से वायरल….
Written By: Saritadevi SamalResult: False
