पाकिस्तान का पुराना वीडियो वाराणसी पुलिस का अत्याचार बता फैलाया जा रहा है |

False Political

सोशल मीडिया पर एक वीडियो को इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि यह विडियो वाराणसी में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं को वाराणसी पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटने का है |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “अगर इसे मीडिया नहीं दिखाता है तो हमें इसे पूरे भारत में दिखाना होगा | वीडियो को वायरल करें | बजरडीहा वाराणसी |

https://twitter.com/mdsaqibrazaaem/status/1210489040501235712

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इस वीडियो को एक दुसरे शीर्षक के साथ भी साझा किया जा रहा है जिसमे लिखा गया है कि “पुलिस का महिलाओं के द्वारा प्यार अगर मिडिया नही‌ दिखायगा तो‌ हमे ही पुरे भारत को‌ यह दिखाना होगा | RT करो बजरडीहा वाराणसी | CAA NRC विरोध, भाजपा मुक्त भारत |”

https://twitter.com/firozrani31/status/1210491846918426630

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अनुसंधान से पता चलता है कि..

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इनविड टूल के मदद से कीफ्रेम्स में तोड़कर की, जिसमें से एक फ्रेम में हमें पुलिस अधिकारी की यूनिफार्म पर पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज का बिल्ला दिखा | इसके पश्चात हमने शटर स्टॉक इमेज पर पाकिस्तानी पुलिस के यूनिफार्म की तस्वीरें ढूँढी, जिसके परिणाम से हमें पता चला की पाकिस्तानी पुलिस के यूनिफार्म में पाकिस्तानी राष्ट्रीय ध्वज का बिल्ला रहता है | वीडियो में दिखाए गये पुलिस की यूनिफार्म और पाकिस्तानी पुलिस की यूनिफार्म की समानता आप नीचे देख सकते है | 

कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें २६ जून २०१९ को हैडलाइन न्यूज़ द्वारा प्रसारित एक यूट्यूब वीडियो मिला, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “पंजाबी पुलिस ने महिलाओं को मुलतान में पीटा- पुलिस ने महिलाओं को कोर्ट में पीटा |” इस वीडियो में यह घटना पाकिस्तान के मुलतान की बताई जा रही है |

उपरोक्त वीडियो में दिए गये कीवर्ड्स की मदद से हमने गूगल पर इस वीडियो से सम्बंधित खबर ढूँढी, पाकिस्तानी वेबसाइट डेली जंग की एक खबर में लिखा गया है कि “जिला अदालत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा करने वाले पुलिस अधिकारी को तलब किया गया है |” 

डेली जंग के अनुसार चेलियाक पुलिस अधिकारी ने महिलाओं को अपनी दुकानों से हटाने के प्रयास में हिंसा और अत्याचार का इस्तेमाल किया, जो मुलतान में जिला अदालत के पास स्थित थे |

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निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर किये गये दावो के अनुसार सी.ए.ए और एन.आर.सी के खिलाफ विरोध के दौरान पुलिस ने वाराणसी में महिलाओं की पिटाई की सरासर गलत है | वायरल वीडियो पाकिस्तान का है और इसका NRC और CAA से कोई संबंध नहीं है | यह वीडियो भारत से नही है | 

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Title:पाकिस्तान का पुराना वीडियो वाराणसी पुलिस का अत्याचार बता फैलाया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False