भारतीय सेना के जवानों के पुराने वीडियो को पहलगाम आतंकी हमले से जोड़कर वायरल…

False Social

पहलगाम आंतकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो फर्जी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दो सैनिक एक पिकअप कैरियर के चालक को बाहर निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक अन्य नागरिक बीच-बचाव करने की कोशिश करता हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि, एक तीसरा सैनिक दौड़ता हुआ आता है और एक नागरिक के सिर पर डंडे से वार करता हुआ दिखाई देता है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारतीय सैनिक ने सड़क पर बहसबाजी करते नागरिकों की पिटाई की।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- युद्ध का माहौल है आर्मी की मूवमेंट है…ऐसे में कोई गाड़ी आर्मी की गाड़ी से टच हो जाए और तुम रोड रेज टशन दिखाओगे…तो आर्मी वाले ऐसे ही तुम्हारा इलाज करेंगे।”

फेसबुकआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया।परिणाम में वायरल वीडियो की खबर हमें द कश्मीर प्रेस की वेबसाइट पर मिली। ये खबर 22 अगस्त 2022 को प्रकाशित की गई थी। इससे साफ है कि वीडियो हाल का नहीं है।खबर के अनुसार, ये घटना श्रीनगर के नौगाम चौक की है। जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा था और फिर श्रीनगर पुलिस ने प्रतिक्रिया देते हुए बताया था, “वर्दी पहने हुए कुछ सैन्यकर्मियों ने कथित तौर पर एक आम नागरिक की पिटाई की, जबकि बाद में वहां पर मौजूद अन्य सैन्यकर्मी भी झगड़े में शामिल हो गए। इस ममाले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच करने पर वायरल वीडियो की खबर हमें यहां,यहां और यहां पर दिखाई दी। खबरों के अनुसार पुलिस ने घटना को संज्ञान में लेते हुए नौगाम पुलिस स्टेशन में गलत तरीके से रोकने की सजा के तहत मामला दर्ज किया था। 

एबीपीलाइव में प्रकाशित खबर के अनुसार तब सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने  मामला दर्ज किया था। एक सेना अधिकारी ने ट्वीट में कहा, “सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें आईए और नागरिकों के बीच कहासुनी होती दिख रही है। चिनार कोर वीडियो की सत्यता की जांच कर रही है। प्रथम दृष्टया यह एक पुराना वीडियो प्रतीत होता है, जिसे जानबूझकर सशस्त्र बलों की छवि खराब करने के लिए पोस्ट किया गया है।

निष्कर्ष– तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, भारतीय सेना के नागरकों की कथित पिटाई के दावे से वायरल वीडियो पुराना है। वीडियो साल 2022 का है और इस वीडियो पहलगाम आतंकी हमले  से कोई संबंध नहीं है।

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Title:भारतीय सेना के जवानों के पुराने वीडियो को पहलगाम आतंकी हमले से जोड़कर वायरल…

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: False

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