यह वीडियो अभी का नहीं बल्की पुराना है। इसका हाल ही में हुई बकरी ईद और उसके लिये दिये गये आदेश से कोई संबन्ध नहीं है। इस बात की पुष्टि हमने मेरठ पुलिस से की है।

29 जून को हुई ईद अल अधा यानि बकरीद के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में ईद के दिन की नामज़ और कुर्बानी को लेकर सख्त निर्देश दिये थे। उन्होंने पुलिस प्रशासन को आदेश दिया कि बकरीद के दिन किसी भी सूरत में सड़क पर न होने पाये। उन्होंने कहा कि मस्जिदों में और ईदगाहों में ही नमाज़ पढ़ी जाये। और कुर्बानी के लिये भी उन्होंने कुछ स्थान तय किये थे और वहीं कुर्बानी करने का आदेश दिया गया था।

इसको जोड़कर एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप देख सकते है कि एक बड़ी संख्या में लोग सड़क पर नमाज़ अदा कर रहे है। दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी के आदेश देने के बावजूद मेरठ पर बकरीद के दिन सड़क पर नमाज़ अदा की गयी।

वायरल वीडियो में यूज़र ने लिखा है, “हम नहीं सुधरेंगे! उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है तय स्थान पर ही पढ़े नमाज़ इस बक़रीद पर तय स्थान पर ही कुर्बानी दी जाए नहीं तो होगी कार्यवाही लेकिन आप देखिये मेरठ में अब भी सड़को पर ही घेरकर नमाज़ होते आ रही है।“

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

इस वीडियो की जाँच करने के लिये हमने इनवीड-वी वैरिफाई टूल के माध्यम से छोटे कीफ्रेम्स में काटकर की। हमें Kreately Media के वैरिफाइड ट्वीटर हैंडल पर यह वीडियो 22 अप्रैल को शेयर किया हुआ मिला। उसमें यही लिखा है कि मेरठ के ईदगाह चौराहे पर रास्ता ब्लॉक कर पढ़ी गयी नमाज़। आप उस ट्वीट को नीचे देख सकते है।

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इस ट्वीट में एक गौर करने वाली बात है कि यह अप्रैल में पोस्ट किया गया है। इसमें हम एक बात समझ गये कि यह वीडियो अभी हुई बकरीद का नहीं है।

इस ट्वीट के नीचे दिये गये कमेंट्स को हमने पढ़ा, वहाँ हमें 22 अप्रैल को मेरठ पुलिस द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। उसमें उन्होंने लिखा है कि ईदगाह लोगों से पूरा भर चूका था और वहाँ और लोगों के लिये जगह नहीं बची थी। इसलिये नमाज़ शुरू होने के बाद जो लोग आये वे सड़क पर बैठकर नमाज़ पढ़ने लगे। परंतु सब नियंत्रण में था और कानून व्यवस्था में कोई समस्या नहीं आयी। आप नीचे उस ट्वीट को देख सकते है।

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इसके बाद और जाँच करने पर हमें हाल ही में हमें इस वीडियो पर मेरठ पुलिस द्वारा किया गया एक और ट्वीट मिला। उन्होंने उपर दिये गौरव मिश्रा के ट्वीट पर कमेंट किया है। उसमें मेरठ पुलिस ने बताया है कि वायरल वीडियो पुराना है, अभी का नहीं। आप नीचे देख सकते है।

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आपको बता दें कि हमने इंटरनेट पर कई न्यूज़ रिपोर्ट देखी जिसमें लिखा था कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद मेरठ में बकरीद के दिन सड़क पर नमाज़ नहीं पढ़ी गयी। 29 जून को जागरण के वेबसाइट पर बताया गया है कि मेरठ सहित उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में सड़क पर नहीं बल्की मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज़ पढ़ी गयी। उस दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गयी थी और ड्रोन से नमाज़ स्थलों की निगरानी की गयी। इसमें खास तौर पर यह लिखा है कि दिल्ली रोड पर भारी पुलिस तैनात थी ताकि सड़क पर नमाज़ न पढ़ी जाये। इससे हम कह समझ सकते है कि इस बार वहाँ सड़क पर नमाज़ पढ़ी नहीं गयी होगी।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो अभी हुई बकरीद का नहीं, पुराना है। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बकरीद के लिये दिये निर्देश से इस वीडियो का कोई संबन्ध नहीं है।

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Title:FACTCHECK: मुख्यमंत्री योगी के सख्त आदेश देने के बावजूद भी क्या मेरठ में बकरीद के दिन सड़क पर पढ़ी गयी नमाज़?

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: False