वीडियो में दिखायी गयी घटना 2019 में हुये लोकसभा चुनाव के वक्त की है। इस हाल ही में हुये विधानसभा चुनाव से कोई संबन्ध नहीं है।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 7 मार्च को खत्म हुये है। इसी के चलते सोशल मंचों पर एक वीडियो काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है। उसमें आप कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि भा.ज.पा ने जबरदस्ती उन्हें पैसे देकर, उनकी उंगलियों पर स्याही लगाकर उन्हें वोट देने के लिये जाने से रोका।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, “अभी अभी ताजा मामला है कल इलेक्शन के पहले सारे मोबाइलों में आ जाना चाहिए जिससे इनकी हकीकत पता चल जाए। कह रहा वोटर आज का, नहीं चाहिए भाजपा।“ (शब्दश:)

फेसबुक


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अनुसंधान से पता चलता है कि...

वीडियो को देखने पर हमें उसमें उपर दाहिनी ओर न्यूज़-18 हिंदी का लोगो देखने को मिला। इसको ध्यान में रखकर हमने फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया। हमें न्यूज़18 उत्तर प्रदेश के पेज पर 20 मई 2019 को किया गया एक पोस्ट मिला। उसमें आप वायरल वीडियो में दिख रही तस्वीर को देख सकते है।

इसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है कि उत्तर प्रदेश के चंदौली में दलित समाज के लोगों की उंगलियों पर वोट देने से पहले ही स्याही लगायी गयी। इस पर थाने में शिकायत दर्ज की गयी है।

आर्काइव लिंक

आप देख सकते है कि इस पोस्ट में न्यूज़-18 हिंदी के लेख की लिंक दी गयी है। उस लेख को पढ़ने पर हमें पता चला कि 2019 के लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश के चंदौली लोकसभा श्रेत्र के ताराजीवनपुर गांव की यह घटना है।

वहाँ भा.ज.पा के कार्यकर्ताओं ने लोगों को 500 रुपये बांटकर, जबरदस्ती स्याही लगाकर उन्हें अगले दिन वोट देने से इनकार किया। इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज की थी।


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22 मई 2019 को एन.डी.टी.वी इंडिया के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित एक रिपोर्ट में यही वीडियो बताया गया है। उसमें जिन लोगों को जबरदस्ती स्याही लगायी गयी थी वे विरोध प्रदर्शन करते हुये दिख रहे है। उन्होंने प्रदर्शन करते हुये प्रशासन के सामने ये मांग रखी थी कि उन्हें अगले दिन होने वाले मतदान में वोट देने की इजाज़त दी जाये। प्रशासन ने उनकी मांग पूरी की व उन्होंने वोट दिया।

आगे की जाँच के दौरान हमें 5 मार्च को किया गया चंदौली पुलिस का एक ट्वीट मिला। उसमें उन्होंने साफ तौर पर लिखा है कि यह वीडियो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव का है।

आर्काइव लिंक


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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा आंशिक रूप से गलत है। इस वीडियो में दिखाया गया प्रकरण 2019 के लोकसभा चुनाव के समय का है। इसका इस साल हुये उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से कोई संबन्ध नहीं है।

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Title:यू.पी चुनाव में लोगों को पैसे देकर भा.ज.पा ने उन्हें वोट देने से रोका? जानिये सच...

Fact Check By: Rashi Jain

Result: Partly False