हाफ़िज़ सईद का 2017 का पुराना वीडियो ऑपरेशन सिंदूर के बाद हालिया इंटरव्यू के दावे से वायरल…

International Missing Context

हाफिज सईद का वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि 2017 का है, इसे ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ कर झूठे दावे से फैलाया गया है। 

आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सरगना और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद का एक वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो रहा है। गौरतलब है कि, भारत की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चला कर पाकिस्तान स्थित जिस आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया था उनमें से लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना भी शामिल था। ऐसे में इस वीडियो को ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ कर साझा किया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि हाफिज सईद ने सामने आ कर अब कश्मीर की मांग की है। वीडियो इस कैप्शन के साथ शेयर हो रहा है…

लो जी चूहा बिल से बाहर आया और इस बार इसके भाषण में वो दर्द साफ दिखाई दे रहा है जो भारत ने इसके पिछवाड़े तक दिया है पूरा पाकिस्तान दांव पर लगा दिया है और कश्मीर मांग रहा है पाकिस्तान के मीडिया का हर माईक इसका इंटरव्यू ले रहा है तो मतलब यह पाकिस्तान के ही किसी बिल में छिपाया गया है अब बस अज्ञात शख्स इसकी लोकेशन बता दें तो ऑपरेशन सिंदूर में इसके पिछवाड़े में भी मिसाइल दाग दी जाएगी, भारत में बैठे इसके रिश्तेदार इसे अच्छी तरह निहार लें बाद में ना कहना अभी तो हमने ठीक से देखा भी नहीं था और अल्लाह ने छीन लिया और हाफिज सईद के लिए एक छोटा मैसेजसुन सुअर तुझे ऐसी मौत दी जाएगी जिसे देखकर तेरे तैयार किए चूजे भी हग देंगे, जब तक तेरी सांस चलेगी ऑपरेशन सिंदूर चलेगा….

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अनुसंधान से पता चलता है कि….

हमने जांच की शुरुआत में यह नोटिस किया कि वायरल वीडियो में एसोसिएटेड प्रेस (AP) का लोगो है। इसकी मदद से खोज करते हुए हम एसोसिएटेड प्रेस (AP) के आधिकारिक यूट्यूब चैनल तक पहुंचे। यहां पर वीडियो को 5 फरवरी 2017 को अपलोड किया गया था। जबकि डिस्क्रिप्शन में वीडियो की तारीख 31 जनवरी 2017 बताई गई है। डिस्क्रिप्शन को देखने से पता चला कि वीडियो उस वक़्त का है जब पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद को उसके चार सहयोगियों के साथ नजरबंद किया था। 

हमें इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट अलजजीरा की तरफ से भी मिली, जिसे 31 जनवरी 2017 में देखा जा सकता है। इसमें बताया गया था कि सईद को 30 जनवरी की देर रात धार्मिक संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के मुख्यालय से हिरासत में लिया गया था और उसे पूर्वी शहर लाहौर में नजरबंद किया गया था। रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाले दृश्य दिखाई देखे जा सकते हैं।पुलिस द्वारा उसे नज़रबंद करने से पहले सईद ने कश्मीर का हवाला देते हुए मीडिया से कहा था, “हमें पाकिस्तान सरकार से नजरबंदी के आदेश प्राप्त हुए हैं और मेरा मानना ​​है कि यह मेरे खिलाफ नहीं है, बल्कि यह कश्मीर संघर्ष को बाधित करने के उद्देश्य से किया गया एक अंतरराष्ट्रीय षडयंत्र है।” तब हाफीज सईद ने ट्रंप और मोदी सरकार भी आलोचना की थी।

हमें मिली 2 फरवरी 2017 को प्रकाशित आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार की तरफ से हाफिज को नजरबंद करने की कार्रवाई को देश हित में बताया था। तब भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हाफिज को प्रेस कॉन्फ्रेस करने की इजाज़त दी गई थी।

इसके बाद हमें मिली आजतक की दूसरी रिपोर्ट के अनुसार, 14 अक्टूबर 2017 को पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद की हिरासत को पांचवीं बार बढ़ाए जाने वाली अपील वापस ले ली थी। सईद और उसके चार सहयोगियों को 31 जनवरी को पाकिस्तान के पंजाब सरकार ने आतंकवाद विरोधी कानून, 1997 के तहत 90 दिन के लिए एहतियातन नजरबंद कर दिया था। 

हमारी तरफ से पड़ताल किए जाने पर हमें ऐसी कोई भी मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त नहीं हुई, जिसका संबंध हालिया भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद हाफिज सईद के बयान देने से हो। इसलिए यह साफ़ हो जाता है कि हाफिज सईद का वायरल वीडियो 2017 का है। इसका ऑपरेशन सिंदूर से कोई संबंध नहीं है। 

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से पता चलता है कि, हाफ़िज़ सईद के 2017 के पुराने वीडियो को ऑपरेशन सिंदूर के बाद हालिया इंटरव्यू के दावे से साझा किया जा रहा है।

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Title:हाफ़िज़ सईद का 2017 का पुराना वीडियो ऑपरेशन सिंदूर के बाद हालिया इंटरव्यू के दावे से वायरल…

Written By: Priyanka Sinha  

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