ईवीएम में गड़बड़ी का पुराने वीडियो हाल ही का बता कर हो रहा वायरल

Elections Missing Context Political Viral

वीडियो में दिख रहा प्रकरण मध्य प्रदेश में वर्ष 2017 में हुये चुनाव के समय का है। इसका वर्तमान से कोई संबन्ध नहीं है।

आने वाले कुछ ही दिनों में देश में पाँच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है। इसी को लेकर ईवीएम में गड़बड़ी का एक वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है। 

एबीपी न्यूज के इस क्लिप में ईवीएम में गड़बड़ी के बारे में जानकारी दी जा रही है। यूपी और अन्य चार राज्यों के चुनाव के चलते यह वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि भाजपा द्वारा ईवीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ की गयी। 

वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “लो जी कर दिया बीजेपी ने खेला वोटिंग मशीन द्वारा बीजेपी की ही पर्ची निकलने पर हुआ बबाल अब छल करके जीतना चाहती है बीजेपी सरकार।“

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

यह न्यूज क्लिप का मामला मध्य प्रदेश से है। वहां के अटेर में विधानसभा के उप-चुनाव के चलते ईवीएम से बटन दबाने पर सिर्फ भाजपा की पर्ची निकल रहीं थी। इस पर विवाद हो गया और लोग ईवीएम मशिन पर सवाल उठाने लगे। इस पर कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन किया। फिर चुनाव आयोग ने इस पर कार्रवाई की।

फिर हमने फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया। परिणाम में हमें यही वीडियो एबीपी न्यूज़ के पेज पर 1 अप्रैल 2017 को प्रसारित किया हुआ मिला। इसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है कि एमपी में ईवीएम विवाद में भिंड के कलेक्टर और एसपी समेत 19 अफसर को हटाया गया।

क्या है भिंड ईवीएम गड़बड़ी का पूरा मामला?

आजतक के मुताबिक भिंड जिले में 2017 में विधानसभा उपचुनाव थे। उसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिये मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल के डेमो के लिये दो अलग-अलग बटन दबाये तो कमल के फूल की पर्ची निकली। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 

जब प्रेस कॉन्फरेंस हुई और सलीना सिंह को इस बारे में सवाल किये गये तो उन्होंने पत्रकारों को कहा कि इसे कही छापना मत नहीं तो वे उन्हें गिरफ्तार करवा देंगी। इस वजह से ज्यादा विवाद हो गया। इसके बाद कांग्रेस के प्रतिनिधी मंडल ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की और भिंड के पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर सहित 19 अधिकारियों को हटा दिया गया। 

फिर चुनाव आयोग ने जाँच में पाया कि ईवीएम से छेड़छाड़ की खबरें झूठी थी। चुनाव आयोग ने कहा कि उन्हें 31 मार्च 2017 को भिंड में प्रदर्शन के दौरान ईवीएम और वीवीपैट मशिन में कोई गड़बड़ी नहीं मिली।

10 अप्रैल 2017 को प्रकाशित इंडिया टुडे के लेख में बताया गया है कि जब 31 मार्च को मुख्य चुनाव अधिकारी ने प्रदर्शन किया था तब उन्होंने ईवीएम पर चार बटन दबाये और उसके बाद वीवीपैट मशीन से एक पर्ची निकली। पहले हैंड पंप (राष्ट्रीय लोक दल) की पर्ची निकली फिर कमल (बीजेपी), हैंड पंप (राष्ट्रीय लोक दल) और हाथ (कांग्रेस), इस क्रम में पर्चियाँ निकली थी।

प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया था कि गड़बड़ी हुई क्योंकि ईवीएम सीधे कानपुर से लाये गये थे, जहाँ उन्हें विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल किये गये थे। प्रदर्शन के लिये ले जाने से पहले ईवीएम को सेनेटाइज नहीं किया गया था। परंतु चुनाव आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि भिंड में प्रदर्शन में इस्तेमाल की गई ईवीएम उत्तर प्रदेश से नहीं लायी गयी थी।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किये गये दावे में पूरा कथन नहीं किया गया है। इसमें दिख रहा प्रकरण वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश में हुये विधानसभा के उपचुनाव के समय का है।

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Title:ईवीएम में गड़बड़ी का पुराने वीडियो हाल ही का बता कर हो रहा वायरल

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: Missing Context