ईरान-इजरायल और अमेरिकी संघर्ष के बीच ईरान की संसद में नहीं जलाया गया अमेरिका का झंडा, पुराना वीडियो हाल के दावे से वायरल…

International Misleading

वायरल वीडियो मई 2018 का है। इसका मौजूदा ईरान- इजराइल और अमेरिका के बीच हुए तनाव से कोई संबंध नहीं है। 

ईरान- इजरायल के हाल के तनाव के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। इसमें दिखाई दे रहा है कि ईरान की पार्लियामेंट के अंदर अमेरिकी झंडे को कुछ सांसद जला रहे हैं। वीडियो को ईरान- इजरायल के बीच चल रहे तनाव और उसमें हाल में हुई अमेरिका की मध्यस्थता से जोड़ कर शेयर किया जा रहा है। साथ ही दावा किया जा रहा है कि इसी घटनाक्रम के कारण ईरानी संसद में अमेरिका के झंडे जलाये गए हैं। पोस्ट के साथ लिखा कैप्शन इस प्रकार है…

अमेरिका को बड़ा झटका `ईरान की संसद से` अमेरिका के लिए बुरी खबर! ईरान की संसद में सांसदों ने अमेरिका के झंडे को 🇺🇸जलाया* *अमेरिका हो बर्बाद के नारे लगाए* और अमेरिका पर परमाणु बम दागने की धमकी दी *हालांकि ईरान के पास अभी कोई परमाणु हथियार नहीं है

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को लेकर उन्हें गूगल लेंस से सर्च किया। परिनाम में हमें यही वीडियो फ्रांस 24 इंग्लिश के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला। यहां पर 9 मई 2018 को अपलोड किये गए वीडियो के साथ यह जानकारी दी गई की, परमाणु समझौतों को लेकर ईरान की संसद में अमेरिकी झंडों को जलाया गया था।

हमें इस मामले में टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट मिली। 9 मई 2018 की इस रिपोर्ट में यह लिखा गया था कि,”राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु समझौते से पीछे हटने के खिलाफ ईरान के कट्टरपंथी सांसदों ने संसद में कागज के अमेरिकी झंडे को आग के हवाले कर दिया था।”

इंडिपेंडेंट डॉट को डॉट यूके की वेबसाइट पर मौजूद रिपोर्ट जो 9 मई 2018 की है के अनुसार,“ईरानी सांसदों ने संसद में अमेरिका का झंडा जला कर “अमेरिका मुर्दाबाद” के नारे लगाए थें। यह प्रदर्शन डोनाल्ड ट्रंप के ईरान-अमेरिका परमाणु समझौता (न्यूक्लियर डील) तोड़ने और नए आर्थिक प्रतिबंध लगाने के फैसले के बाद हुआ था।“ असल में यह डील साल 2015 में ईरान और छह देश (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन और जर्मनी) के बीच हुए एक ऐसे समझौते पर थी, जिसका मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सीमित करना और परमाणु हथियार बनाने से रोकना था। इसके बदले में ईरान से आर्थिक प्रतिबंध हटाने का वादा किया गया था। लेकिन अमेरिका में उस वक़्त राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप ने 8 मई 2018 को इस डील से अलग होने का ऐलान कर दिया और इस परमाणु समझौते को अमेरिका के लिए अब तक का सबसे खराब और एकतरफा समझौता करार दे दिया। 

इसी को लेकर ईरानी संसद में अमेरिकी झंडे जलाए गए और संसद सदस्यों ने Death to America का नारा लगाते हुए परमाणु समझौते की प्रतीकात्मक कॉपी को भी जला दिया। तो उसी समय के वीडियो को अभी के सन्दर्भ से जोड़ कर फैलाया जा रहा है जोकि पूरी तरह भ्रामक है। 

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच के पश्चात हमने यह पाया कि 2018 में अमेरिका के परमाणु समझौते से खुद को अलग करने पर ईरानी सांसदों द्वारा अमेरिकी झंडे को जलाने का पुराना वीडियो, हाल के संदर्भ से जोड़ कर भ्रामक दावे से फैलाया जा रहा है। वायरल यह वीडियो ईरान- इजराइल और अमेरिका के बीच मौजूदा तनाव से सम्बंधित नहीं है। 

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Title:ईरान-इजरायल और अमेरिकी संघर्ष के बीच ईरान की संसद में नहीं जलाया गया अमेरिका का झंडा, पुराना वीडियो हाल के दावे से वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: Misleading

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