इस वीडियो का कर्नाटक इलेक्शन से कोई संबंध नहीं है। ये वीडियो 2021 में बंगाल चुनाव के समय का है|

सोशल मीडिया पर एक वीडियो में कई लोगों को हाथों में पोस्टर लिए हुए और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को वोट न देने की अपील करते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि यह मई 2023 में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले दुनिया भर में भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को दर्शाता है।

वीडियो में हम देख सकते हैं कि कुछ लोग हाथों में पोस्टर लिए अंग्रेजी में "नो वोट टू बीजेपी" और बंगाली में "नो डिविजन इन बंगाल" लिखा हुआ पकड़े हैं। वीडियो को डेविस, बर्लिन, हेलसिंकी, लंदन, न्यूयॉर्क और लॉस एंजिल्स जैसे स्थानों से लोगों को एक-दूसरे को इसी सन्देश को फ़ैलाने के लिए आग्रह किया जा रहा है।

वीडियो को 10 मई, 2023 को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के विरोध के तौर पर शेयर किया जा रहा है।

वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “भाजपा को वोट नहीं” दुनिया भर में हर कोई कह रहा है #कर्नाटक । #कर्नाटक चुनाव2023”

अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरुवात हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम हमें “नो वोट टू बीजेपी” नाम के एक ट्विटर हैंडल पर ले गया, जिसने 24 अप्रैल, 2021 को यही वीडियो ट्वीट किया था। इस वीडियो को कैप्शन के साथ ट्वीट में लिखा गया है कि, “दुनिया भर के बंगाली कह रहे हैं “नो वोट टू बीजेपी।” ट्विटर पेज ने खुद को 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के खिलाफ नो-वोट अभियान के रूप में वर्णित किया है।

इसी क्रम में, हमने "नो वोट टू बीजेपी" अभियान से संबंधित ख़बरों की खोज की और पाया कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं के एक समूह ने पश्चिम बंगाल में इस मंच को स्थापित किया था। मार्च 2021 में समाचार रिपोर्ट के अनुसार, 'बंगाल अगेंस्ट फ़ासीस्ट आरएसएस-बीजेपी' नाम के एक मंच ने 'बीजेपी को वोट नहीं' अभियान तैयार किया था। जाँच से हमें कई समाचार लेख तक ले गए, जैसे फरवरी और मई 2021 के द वायर और द हिंदू द्वारा प्रकाशित किया गया था।

द टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा अप्रैल 2021 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अभियान पश्चिम बंगाल के 20 जिलों में फैला हुआ था। ऐसा ही एक विरोध प्रदर्शन कोलकाता में हुआ था, जहां लोगों को "नो वोट टू बीजेपी" प्लेकार्ड पकड़े देखा जा सकता है।

हमें ‘नो वोट टू बीजेपी’ के यूट्यूब चैनल पर भी वीडियो का एक स्पष्ट वीडियो का वर्शन मिला, जिसे 2 अप्रैल 2021 को अपलोड किया गया था। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि विश्व के सारे बंगाली एक होकर ‘नो वोट टू बीजेपी’।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जाँच के पश्चात हम स्पष्ट हो सकते है कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इस वीडियो का कर्नाटक के विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है बल्कि ये 2021 में बंगाल के विधान सभा चुनाव के समय किये गये विरोध का है। इस वीडियो का कर्नाटक इलेक्शन से कोई संबंध नहीं है।

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Title:2021 में बंगाल चुनाव के विरोध प्रदर्शन के कैंपेन को कर्नाटक चुनाव से जोड़कर किया वायरल

Fact Check By: Drabanti Ghosh

Result: False