१२ जून २०१९ को राजेश मिश्रा नामक एक फेसबुक यूजर ने एक तस्वीर पोस्ट की है | तस्वीर के शीर्षक में लिखा गया है कि "कोलकाता के नील रतन सरकार मेडिकल कालेज में 85 वर्षीय #मोहम्मद_शाहिद नामक मुस्लिम को सोमवार सुबह काफी गंभीर हालत में भर्ती करवाया गया ! उसे उल्टी पेट दर्द और दस्त हो रहा था। इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई ! उसके रिश्तेदारों और धर्मांध लोगों ने अस्पताल में जबरन घुसकर जुनियर डाक्टर परिवाह मुखर्जी और डा यश टेकवानी को इस कदर बेरहमी से पीटा कि मुखर्जी कोमा में चले गये थे!डाक्टर यश की हालत गंभीर है !...अभी अभी खबर प्राप्त हुई है कि डाक्टर परिवाह मुखर्जी की दुःखद मृत्यु हो गई है ...यह लोग सभ्य समाज मे रहने के लायक नही| पहले आतंकवाद, फिर बलात्कार, अब डॉक्टरों पर हमले| इन लोगो का सामूहिक बहिष्कार होना चाहिए| "

उपरोक्त शीर्षक के साथ एक तस्वीर भी संगलित की गई है | तस्वीर में हम परिवाह मुख़र्जी को देख सकते है | इस तस्वीर के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि कोलकाता में एनआरएस मेडिकल कॉलेज की प्रशिक्षु चिकित्सक डॉ. परिबाह मुखर्जी, जिन्हें कथित चिकित्सा में लापरवाही के लिए एक मृत मरीज के परिजनों द्वारा पीटा गया था, उनका निधन हो गया है | यह तस्वीर उपरोक्त दावें के साथ काफी तेजी से साझा किया जा रहा है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह पोस्ट ५० प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी |

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क्या वास्तव में कोलकाता के एनआरएस अस्पताल के डॉक्टर परिबाह मुख़र्जी अब और नहीं रहे? हमने इस दावें की सच्चाई जानने की कोशिश की |

संशोधन से पता चलता है कि.....

जाँच की शुरुआत हमने डॉक्टर परिबाह मुख़र्जी के निधन के बारें में खबर ढूंढ़ने से की | हमें १२ जून २०१९ को इंडिया टुडे द्वारा प्रकाशित खबर मिली | खबर के अनुसार उस दिन परिबाह मुख़र्जी के सिर पर गहरी चोट लगी लेकिन उसकी हालत फिलहाल स्थिर है |

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इससे हम निश्चित हो सकते है की जब फेसबुक पर उपरोक्त खबर वायरल हुआ उस समय परिबाह मुख़र्जी जीवित थे | इसके पश्चात हमें बंगाल में प्रतिष्ठित अख़बार के वेबसाइट द्वारा खबर मिली | ११ जून २०१९ को आनंद बाजार द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार परिबाह मुख़र्जी इंस्टिट्यूट ऑफ़ न्यूरोसाइंस कोलकाता में एडमिट हुए थे |

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इसके पश्चात हमने इंस्टिट्यूट ऑफ़ न्यूरोसाइंस कोलकाता के मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट, डॉक्टर बर्धन रॉय से फ़ोन द्वारा वार्तालाप किया | उन्होंने हमें उपरोक्त दावें को खरीज करते हुए कहा है कि परिबाह मुख़र्जी अभी बेहतर है और अभी उनकी शारीरिक स्थिति नियंत्रण में है |

इसके पश्चात हमने एनआरएस अस्पताल की मेडिकल कॉलेज की तीसरी वर्ष की छात्रा से संपर्क साधा | उन्होंने भी इस खबर को ख़ारिज किया और कहा की परिबाह मुख़र्जी उनके सीनियर है और वह अभी स्वस्थ है | उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि परिबाह मुख़र्जी अभी जीवित है |

इन बयानों के माध्यम से हम स्पष्ट हो सकते है कि उपरोक्त वाइरल पोस्ट के माध्यम से किये गए दावें गलत है |

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वायरल पोस्ट के माध्यम से किये गए दावें गलत है क्योंकि परिबाह मुख़र्जी जीवित एवं स्वस्थ है | हम उनके लंबी आयु की कामना करते है |

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Title:क्या कोलकाता में डॉ. परिबाह मुखर्जी, जिन्हें चिकित्सा में कथित लापरवाही के लिए एक मृत मरीज के परिजनों द्वारा पीटा गया था, उनका निधन हो गया है ?

Fact Check By: Drabanti Ghosh

Result: False