महाराष्ट्र के अहमदनगर में किये गये मॉक ड्रिल के वीडियो को वास्तविक बैंक डकैती का बता फैलाया जा रहा है |

False Social

सोशल मीडिया पर अकसर पुलिसकर्मियों के छद्म अभ्यास के तहत किये नाटकीय प्रतिनिधित्व को वास्तविक घटना का रूप देते हुए फैलाया जाता रहा है | पूर्व में भी ऐसे कई वीडियो का अनुसंधान कर उनकी प्रमाणिकता फैक्ट क्रेसेंडो ने अपने पाठकों तक पहुंचाई है | इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होता दिख रहा है जिसमें हम एक इमारत से कुछ लोगों को भागते हुए व पुलिसकर्मियों द्वारा इन लोगों को पकड़ते हुये देख सकते है, इन लोगों को पकड़ने के बाद हम एक पुलिसकर्मी को माइक द्वारा अनाउंसमेंट कर इन पकड़े गये लोगों को सरेंडर करने को कहते सुन सकतें है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो महाराष्ट्र के अहमदनगर से है जहां एक बैंक में डकैती करते हुए इन लोगों को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा है | 

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि 

“महाराष्ट्र के अहमदनगर में रियल बैंक डकैती का भंडाफोड़ |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…. 

फैक्ट क्रेसेंडो ने शोध कर जाँच में पाया कि वीडियो  महाराष्ट्र की अहमदनगर पुलिस द्वारा ३१ अगस्त को किये गए मॉक ड्रिल से है |

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इन्विड टूल की मदद से छोटे कीफ्रेम्स में तोड़कर व गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से किया, जिसके परिणाम से हमें मराठी भाषा में महाराष्ट्र टाइम्स द्वारा १ सितंबर २०२१ को प्रसारित किया गया एक वीडियो मिला | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा “अहमदनगर: कस्बे के शेंडी गांव में हुई बैंक डकैती, सामने आई मॉक ड्रिल |” 

इस रिपोर्ट के अनुसार यह वीडियो एक मॉक ड्रिल का हिस्सा है जो अहमदनगर के शेंडी गांव में एक ग्राम सुरक्षा दल अभ्यास के रूप में आयोजित किया गया था, जहां पुलिस ने आपात स्थिति में तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए गांव के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा प्रणालियों का परीक्षण करने का अभ्यास किया था | 

इस रिपोर्ट को देखने पर हमें वायरल हो रहे वीडियो का हिस्सा १ मिनट ५ सेकंड से देख सकते है |

नीचे आप वायरल वीडियो से लिये गए एक दृश्य का स्क्रीनशॉट और महाराष्ट्र टाइम्स द्वारा प्रसारित वीडियो के स्क्रीनशॉट का विश्लेषण देख सकते है जिससे यह स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो व महाराष्ट्र टाइम्स द्वारा प्रसारित वीडियो सदृश्य हैं |

आगे फैक्ट क्रेसेंडो ने अहमदनगर के लोकल क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर, अनिल काटके से संपर्क किया, उनके द्वारा हमें इस विषय में स्पष्ट किया गया कि वायरल हो रहा वीडियो ३१ अगस्त को नगर के पुलिस द्वारा किये गए एक अभ्यास का है | यह मॉक ड्रिल शेंडी गावं में एक बैंक में किया गया था | ये अभ्यास गांव में विभिन्न स्थानों पर सिक्योरिटी सिस्टम का परीक्षण करने के लिए किया था |”

निष्कर्ष:

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त वीडियो के माध्यम से किये गए दावे को गलत पाया है | महाराष्ट्र के अहमदनगर पुलिस द्वारा आयोजित किये गए एक मॉक ड्रिल के एक वीडियो को सोशल मीडिया पर वास्तविक बैंक डकैती के नाम से प्रसारित किया जा रहा है।

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१. असम के एक पानी पूरी विक्रेता द्वारा पानी में मूत्र मिलाने के प्रकरण को फर्जी सांप्रदायिक रंग दे सोशल मंचों पर फैलाया जा रहा है।

२. पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई ने नाम से फिरसे बना फर्जी अकाउंट जिससे सांप्रदायिक ट्वीट किये गये|

३. बिहार के कटिहार में मुर्हरम जुलूस के दौरान घटी मारपीट की घटना को हिन्दू-मुस्लिम कोण दे सांप्रदायिकता से जोड़ साझा किया जा रहा है|

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Title:महाराष्ट्र के अहमदनगर में किये गये मॉक ड्रिल के वीडियो को वास्तविक बैंक डकैती का बता फैलाया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False