लॉस वेगास के जज पर हमले का मामला सांप्रदायिक नहीं है|

Communal Partly False

इस मामले के साथ संप्रदायिकता का कोई संबंध नहीं है। वेगास कोर्ट में जज को हमला करने वाला व्यक्ति मुसलमान नहीं है|

सोशल मीडिया पर एक अमेरिकी कोर्टरूम का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक आरोपी व्यक्ति महिला जज पर हमला करता हुआ दिख रहा है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि हमलावर मुस्लिम है और इस घटना को शरणार्थियों के प्रति यूरोपीय संघ के उदार रुख के कारण बताया जा रहा है। वायरल क्लिप सीसीटीवी फुटेज का हिस्सा है, जिसमें एक व्यक्ति कोर्ट की सुनवाई के दौरान महिला जज पर हमला करता हुआ दिख रहा है। सुरक्षा गार्ड तुरंत हस्तक्षेप करते हैं और हमलावर को रोकते हैं। 

वायरल हो रहे वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “*अमेरिका के वेगास के कोर्ट रूम में सजा सुनाते समय मुस्लिम आरोपी ने जज पर हमला कर दिया*••• अब अमरीका ओर यूरोपीय यूनियन को भी इन शान्तिदूतों कि जहालियत का अहसास हो रहा है, यूरोपीय यूनियन शरणार्थियों के प्रति अपने नर्म रूख के लिए अब पछता रही हैl… ”

फेसबुक पोस्टआर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने वीडियो फुटेज को ध्यान से देखा जहाँ तारीख, समय और जज का नाम शामिल है, जो घटना का स्पष्ट विवरण प्रदान करता है और आगे गूगल पर कीवर्ड सर्च किया। हमने वीडियो को छोटे कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से इस वीडियो से संबंधित जानकारी एन.बी.सी न्यूज़ के वेबसाइट पर मिला। 9 जनवरी 2024 को प्रकाशित इस खबर के अनुसार, सोशल मीडिया पर साझा किए गए फुटेज में दिखाया गया है कि लास वेगास की न्यायाधीश मैरी के होल्थस को वाशिंगटन में क्लार्क काउंटी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के सामने बैठी थीं, जब तीन बार के अपराधी डेबरा रेड्डेन को गंभीर शारीरिक क्षति पहुंचाने के प्रयास के आरोप में सजा सुनाई जा रही थी।

रेड्डेन को कई कोर्ट और जेल अधिकारियों और कोर्ट रूम के कर्मचारियों द्वारा जज से अलग करना पड़ा – जिनमें से कुछ को मुक्का मारते हुए देखा गया। एक कोर्ट रूम मार्शल को माथे पर खून बहने और कंधे की हड्डी उखड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया।

रेड्डेन ने नरमी बरतने की मांग करने और खुद को “एक ऐसा व्यक्ति जो कभी भी सही काम करने की कोशिश करना बंद नहीं करता है, चाहे वह कितना भी कठिन क्यों न हो” के तुरंत बाद जज पर हमला किया।

नवभारत टाइम्स ने भी हमला करने वाले व्‍यक्ति की पहचान देओब्रा देलोन रेड्डेन के रूप में की है। देलोन को कोर्ट रूम में अधिकारियों और अन्‍य लोगों ने जमकर कूट दिया। अरेस्‍ट किए जाने के बाद उसे क्‍लार्क काउंटी डिटेंशन केंद्र में बंद किया गया था। अब महिला जज पर हमला करने के बाद उसके खिलाफ कई नए मामले दर्ज किए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह हमला लॉस वेगास में क्षेत्रीय न्‍यायालय केंद्र में सुबह हुआ।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 30 वर्षीय डियोबरा रेड्डेन का पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है। रेड्डेन को हाल ही में मारपीट और गंभीर शारीरिक नुकसान पहुँचाने के प्रयास के आरोप में जज होल्थस के सामने लाया गया था। यह कानून के साथ उसका पहला सामना नहीं था। वास्तव में, रिकॉर्ड बताते हैं कि 2021 में, रेड्डेन को घरेलू हिंसा के लिए 12-30 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। हालाँकि, 2022 में, पैरोल बोर्ड ने उसे पैरोल देने का फैसला किया, जिससे उसे अपनी पूरी सजा पूरी करने से पहले जेल से रिहा होने की अनुमति मिल गई। 

हाल ही में हुई एक घटना के बाद, रेड्डेन खुद को जज होल्थस के सामने फिर से पाया। इस बार, परिस्थितियाँ अधिक गंभीर थीं। अदालती कार्यवाही के दौरान, रेड्डेन को जंजीरों से शारीरिक रूप से बांधा गया था, और उसका चेहरा जालीदार मास्क से ढका हुआ था, जो उसकी वर्तमान स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। जज होल्थस ने मामले के विवरण की समीक्षा करने और रेड्डेन के पिछले रिकॉर्ड पर विचार करने के बाद उसे एक बार फिर दोषी पाया। नतीजतन, रेड्डेन को उसके कार्यों के लिए अतिरिक्त 19-48 महीने की जेल की सजा सुनाई गई। कहीं भी किसी भी रिपोर्ट में ये उल्लेखित नहीं किया गया है कि रेड्डेन मुस्लिम है या ये मामला सांप्रदायिक है।

निष्कर्ष- 

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। ये वीडियो एक मुस्लिम व्यक्ति को अमेरिका के वेगास कोर्ट रूम में जज को हमला करते हुए नहीं दर्शाता है। हालांकि जज पर हमला वाली बात सच है परंतु हमला करने वाला व्यक्ति मुसलमान नहीं है। इस मामले के साथ संप्रदायिकता का कोई संबंध नहीं है।

Avatar

Title:लॉस वेगास के जज पर हमले का मामला सांप्रदायिक नहीं है|

Fact Check By: Drabanti Ghosh 

Result: Partly False