सीकर में मारपीट की घटना को कुछ अराजक तत्वों द्वारा नेक्रोफिलिया के नाम से जोड़कर फैलाया गया भ्रम और फर्जी खबर है ।

False Social

सीकर पुलिस ने स्पष्ट किया कि ‘एशियानेट न्यूज हिंदी’ की खबर झूठी है। सीकर में कोई भी दुष्कर्म का मामला रिपोर्ट नहीं हुआ है।

राजस्थान के सीकर से दिल को दहला देने वाली खबर सामने आई है जिसके दावे अनुसार राजस्थान के सीकर जिले के अजीतगढ़ के श्‍मशान घाट में एक महिला के अधजले शव के साथ 5 लोगों ने दुष्कर्म किया। कहा जा रहा है कि इन पांच आरोपियों ने चिता में  से अधजले शव को बहार निकलकर उनके साथ दुष्कर्म किया। इस खबर को सबसे पहले एशियानेट न्यूज़ हिंदी द्वारा प्रकाशित किया गया था जिनके हैडलाइन में लिखा गया है कि “मर गई इंसानियत: शमशान में जल रही थी महिला की चिता, 5 दरिंदों ने अधजले शव के साथ किया रेप, एक दरिंदा सरकारी टीचर।”

हालांकि इस न्यूज़ को वायरल होने के बाद डिलीट कर दिया गया था, जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर ने एशिया न्यूज़ न्यूज़ हिंदी को क्रेडिट देते हुए वायरल दावे को शेयर कर रहे है।

वायरल पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “राजस्थान के सीकर से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है जहां 5 हैवानों ने एक जलती हुई चिता से शव निकालकर रेप किया है इस मामले मे पुलिस ने शंकर लाल, बाबू लाल, राजू कुमार, दिपक, हरि सिंह इन पांच लोगों को पकड़ा है ने इन पांच आरोपियों में से शंकर लाल सरकारी टीचर है शंकर लाल गांव के ही सरकारी स्कूल का टीचर बताया गया है वह नजर रखता था कि गांव में किसकी मौत हुई है! घटना 10 -12 दिन पहले की है।”

फेसबुक पोस्ट 

एशियानेट न्यूज़ हिंदी आर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुवात हमने वायरल पोस्ट के नीचे किए गए कमेंट को खंगाला, ट्विटर पोस्ट के नीचे सीकर पुलिस द्वारा दी गयी रिप्लाई मिला जिसके अनुसार वायरल पोस्ट फर्जी है। 1 मई 2023 को प्रकाशित ट्वीट में लिखा गया है कि “उक्त घटना मिथ्या एव भ्रामक है शव को चिता दाह संस्कार के 3 दिन बाद बाहर से आए व्यक्ति अपने परिचित से मिलने इलाके में आए जिस से ग्रामीणों ने संदिग्ध समझकर मारपीट की गई जिसपर थाना अजीतगढ़ द्वारा मौके पर पहुंच विधिक कार्यवाही की गई दुष्कर्म जैसी घटना नही होना पाई गई ।”

आगे फैक्ट क्रेसेंडो ने राजस्थान स्थित सीकर पुलिस के एस.पी कारण शर्मा से सम्पर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि इस मामले को गलत तरीके से नेक्रोफ़ीलिया से जोड़कर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। 15 अप्रैल को इस शमशान घाट में एक महिला का अंतिम संस्कार हुआ था परंतु उनके शव के साथ दुष्कर्म करने वाली बात पूरी तरह से गलत है। इसके बाद 18 तारिख को सीकर में इसी शमशान के पास कुछ गलत फहमी के चलते लोगों के बीच मारपीट हुआ जिसके चलते कुछ संत और एक शिक्षक को पीटा गया था परंतु इस मामले का भी नेक्रोफिलिया से कोई संबंध नहीं है। ये शिक्षक अपने  रिश्तेदारों के मिलने पास के गांव  जा रहे थे और उन्हें गांववालों ने संदेह के चलते पीट दिया। इस मामले के बारें में स्पष्टीकरण सीकर पुलिस ने अपने सोशल  मीडिया हैंडल पर भी दिया है। सीकर में ऐसी किसी भी दुष्कर्म का रिपोर्ट नहीं कराया गया है।”

हमने सीकर पुलिस के स्पष्टीकरण को ढूँढा, जिसके अनुसार सीकर में ऐसी कोई भी दुष्कर्म वाले घटना को नहीं रिपोर्ट किया गया। 

मामला क्या था?

पत्रिका और न्यूज़ 18 द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार, सीकर जिले के अजीतगढ़ इलाके से पुलिस ने शमशान घाट से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नजदीक ही स्थित एक गांव मे रहने वाली एक महिला की मौत दो दिन पहले सड़क हादसे में हो गई थी। महिला की मौत के बाद परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार किया था। देर रात को श्मशान घाट में वाहनों की लाइट व हलचल देकर ग्रामीणों को तांत्रिक क्रिया होने का शक हुआ। जिस पर बड़ी संख्या में ग्रामीण ने एकत्रित होकर तांत्रिक क्रिया कर रहे लोगों को घेर लिया तथा उनकी जमकर धुनाई कर दी। 

अजीतगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची तथा पांच जनों को हिरासत में लेकर उनके कब्जे से तांत्रिक क्रिया में काम आने वाला सामान व वाहन जप्त किए। शक के चलते वहां से गुजर रहे एक शिक्षक को भी पीटा गया। इसके बाद इस मामले को सबने आपस में ही सुलझा लिया जिसके वजह से कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई। इस पुरे मामले में किसी भी महिला के शव के साथ दुष्कर्म की  घटना केवल एक अफवाह है।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल पोस्ट को गलत पाया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट के  साथ किया गया दावा फर्जी और भ्रामक है। सीकर में किसी भी शव के साथ दुष्कर्म होने वाली खबर सरासर गलत है। 

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Title:सीकर में मारपीट की घटना को कुछ अराजक तत्वों द्वारा नेक्रोफिलिया के नाम से जोड़कर फैलाया गया भ्रम और फर्जी खबर है ।

Fact Check By: Drabanti Ghosh 

Result: False