
मानसून की भारी बारिश के चलते भूस्खलन व बाढ़ से अकसर भारत के कई हिस्से प्रभावित होतें हैं, लेकिन राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर वर्षा के कारण भारी दरार पड़ना व यातायात प्रभावित होना एक बड़ी समस्या बन जाती है, सोशल मीडिया पर ऐसी घटनाओं की तस्वीरें तुरंत वायरल हो जाती हैं जिससे लोगों व उस मार्ग से यात्रा करने वाले यात्रियों व उनके शुभचिंतकों के हृदय में भय की स्तिथी अनायास ही बनी रहती है, और ऐसे वीडीयो व फ़ोटों को बिना सत्यापित किए फैलाना जोखिम भरा हो सकता है। वर्तमान में एक ऐसी ही एक तस्वीर व्यापक रूप से प्रसारित हो रही है |
६ अगस्त २०१९ की सुबह को प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी एएनआई ने एक राष्ट्रीय राजमार्ग की तस्वीर साझा कर एक ट्वीट किया था जिसके शीर्षक में लिखा गया था कि “#कर्नाटक: बेलगावी जिले में निपानी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग ४ पर सड़क में भारी दरार दिखाई देती है” |
६ अगस्त २०१९ को “Sudhansu Padhy” नामक एक फेसबुक यूजर ने ऐसी ही एक तस्वीर पोस्ट की, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “बेलगावी जिले में निपानी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग ४ पर सड़क में भारी दरार दिखाई दिया है” | इस पोस्ट में हम एएनआई के द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर को भी देख सकते है | तस्वीर में एक सड़क पर काफ़ी भारी व गहरी दरार दिखाई दे रही है जिसके सामने हम एक पुलिस अफसर को भी देख सकते है | इस पोस्ट को कई सोशल मीडिया यूजर व प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों ने प्रकाशित किया है।
इस तस्वीर का उपयोग करते हुए कई प्रमुख राष्ट्रीय समाचारों की वेबसाइटों जैसे- आज तक, आईबी टाइम्स, टाइम्स नाउ, मिरर नाउ सहित कई राष्ट्रीय चैनलों और समाचार पत्रों ने भी इस फोटो का इस्तेमाल करते हुए यह समाचार दिया है कि “कर्नाटक में बारिश का कहर जारी है. लगावी जिले में निप्पानी के पास नेशनल हाईवे ४ पर दरार पड़ गई है, जिसकी वजह से यातायात भी प्रभावित हुआ है” |
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तो समस्या क्या है?
कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने एएनआई के ट्वीट के तहत टिप्पणी करते हुये कहा है कि यह तस्वीर बेलगाम जिले की नहीं है, बल्कि मुंबई-नासिक राजमार्ग पर कसारा घाट की है, इन दावों के चलते फैक्ट क्रेस्सन्डो ने इन दावों की सच्चाई जानने का प्रयास किया।
संशोधन से पता चलता है कि…
कई सोशल यूज़र्ज़ ने बताया कि तस्वीर मुंबई-नासिक एक्सप्रेसवे पर कसारा में ली गई थी, न कि निप्पनी, कर्नाटक में | जिसमें हम एक पुलिसकर्मी के पीछे एक दीवार पर दिखाई देने वाला एक हाइलाइटेड रेस्तरां विज्ञापन देख सकते हैं जिसमें कहा गया था, “ग्रीन लैंड प्योर वेज”, इन बातों पर गौर देते हुए हमने तालेगांव में ग्रीन लैंड होटल के फतेह अली चौधरी से संपर्क किया, जो कसारा घाट के करीब है, उन्होंने हमें बताया कि “यह तस्वीर पुराने कसारा घाट के एक सड़क की है | पिछले कुछ दिनों से सड़कें मलबे में दब गई हैं, इसलिए, सड़क को कुछ दिनों से यातायात के लिए बंद कर दिया गया था” |
फिर हमने इगतपुरी पुलिस और राजमार्ग पुलिस (नासिक) से संपर्क किया, उन्होंने कहा कि फोटो क़सारा घाट की है, इसके अलावा, इस दरार वाली जगह को पुलिस ने यातायात के लिए बंद कर दिया है। तदनुसार, जब हमने कासरा पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, तो पाया कि इस फोटो में दिखाई देने वाला अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक मधुकर मौले है |
इसके पश्चात फैक्ट क्रैसेन्डो ने सीधे डिप्टी पुलिस इंस्पेक्टर मधुकर मौले से संपर्क किया, उन्होंने कहा कि उपरोक्त फोटो में वे वही थे, उन्होंने बताया कि फोटो में दर्शायी जगह मुंबई से नासिक आने के लिए पुराना कसारा घाट मार्ग के शुरू से डेढ़ किलोमीटर दूर है | यह तस्वीर ४ अगस्त को ली गई थी जब वह घाट के निरीक्षण पर थे, अब इस दरार की गहरायी बड़ चुकी है | जब हमने पूछा कि यह फोटो किसने ली है, तो उन्होंने कहा कि उस समय कई लोग मौजूद थे, जिनमे से कई लोगों ने तस्वीरें ली थी।
एक ही स्थान पर दुसरे एंगल से ली गई तस्वीरें ज़ी न्यूज़ हिंदी द्वारा प्रकाशित की गई थीं | नीचे दी गई छवि में, वही रेस्तरां विज्ञापन भी देखा जा सकता है |
इस घटना की रिपोर्ट महारास्ट्र टाइम्स और एबीपी माजा ने भी की थी |
निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया, वायरल तस्वीर मूल तौर पर मुंबई नाशिक राजमार्ग में स्थित कसारा घाट की है जसी गलत तरीके से कर्नाटक में स्थित निपानी का कहते हुए फैलाया जा रहा है |

Title:मुंबई नाशिक राजमार्ग में स्थित कसारा घाट के सड़क की तस्वीर को कर्नाटक के निपानी की बताकर फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
