वायरल वीडियो बिहार में मुहर्रम के जुलूस का पांच साल पुराना वीडियो है, जिसके बैकग्राउंड में भड़काऊ ऑडियो जोड़कर झूठे सांप्रदायिक दावों के साथ साझा किया जा रहा है।

भारी भीड़ में लोगों के हाथों में तलवार होने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल किया जा रहा है। वीडियो में लोग हाथों में तलवार लेकर जुलूस निकाल रहे हैं। साथ ही वीडियो में एक ऑडियो भी मौजूद है, जिसमें भड़काऊ बातें कहते सुना जा सकता है। वहीं पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि मुसलमानों ने हिंदुओं के ख़िलाफ़ हिंसा का आह्वान किया है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर्स लिख रहे हैं- ना मुंसिफ न हाकिम,न हुकूमत,न अदालत जो फैसला करेगा वो….माननीय सुप्रीम कोर्ट की आंखे भी ठीक होगी और कान भी दुरुस्त होंगे ,तो ये देख भी लें और सुन भी ले।
एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा है, “वायरल वीडियो में बिहार का है, जहां मुसलमानों को तलवारों से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का आह्वान करते हुए देखा जा सकता है।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो को अछी तरह से देखने पर वीडियो में हमें MAH Factory लिखा हुआ दिखा।
फिर हमने मूल वीडियो को ढूंढने के लिए गूगल और यूट्यूब पर MAH Factory लिख सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो का मूल वीडियो एमएएच फैक्ट्री – मुहर्रम यूट्यूब चैनल पर मिला।
इस वीडियो को दो साल पहले अपलोड किया गया था।

यूट्यूब चैनल के क़रीब 30 सेकेंड से वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। नीचे पूरी वीडियो देखें।
वीडियो के टाइटल के अनुसार, यह बिहार के रोहतास जिले के डेहरी ओन सोन में निकले मुहर्रम जुलूस का दृश्य है।
वीडियो के बारे में अधिक जानकारी के लिए गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर वीडियो हमें अन्य एक यूट्यूब पर अपलोड मिला। वीडियो को 2017 में अपलोड किया गया था।

वीडियो के टाइटल में बताया गया है कि यह वीडियो 2017 में डेहरी ओन सोन के बारह पत्थर में निकले मुहर्रम जुलूस का है।
यहां पर वायरल वीडियो में सुनाई दे रहा भड़काऊ गाना नहीं है। साफ पता चल रहा है कि वीडियो में भड़काऊ गानों को जोड़ा गया है।
2-मिनट 54 सेकंड से एक व्यक्ति को लाउडस्पीकर पर बोलते हुए सुना जा सकता है, जिसमें लोगों को धीरे-धीरे आगे बढ़ने और भीड़ को प्रतिबंधित करने के लिए कह रहा है।
हमने वायरल वीडियो और हमें मिले वीडियो का विश्लेषण किया, जिससे साफ पता चलता है कि वायरल वीडियो को एडिट कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
वायरल वीडियो में सुनाइ दे रहा भड़काऊ गाना….
वायरल वीडियो में सुनाई दे रहे गाने के बारे में और जानने के लिए, हमने गाने के शब्दों का इस्तेमाल करते हुए अलग अलग कीवर्ड के साथ सर्च किया तो पताचला कि वायरल वीडियो में जोड़ा गया भड़काऊ ऑडियो क्लिप मूल वीडियो के विभिन्न हिस्सों का उपयोग करके बनाया गया है।
हमें वायरल वीडियो का पहला ऑडियो नात ए मुशायरा चैनल पर प्रकाशित हुआ मिला। 1 मिनट 16 सेकंड पर वायरल वीडियो का पहला ऑडियो सुना जा सकता है।
ये कौन कह रहा है म्यान गिरा दो , अगर दुश्मन हार मान ले तो तलवार गिरा दो। अरे घुट घुट के पांच साल तक जीने से बेहतर, सरकार है नामर्द तो सरकार गिरा दो। ये लाइन चैनल के 11 मिंनट 09 सेकंड पर देखा जा सकता है। इन वीडियों में ‘मुशायरा’ के रेहान हाशमी नजर आ रहे हैं।
निष्कर्ष-
तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दवा फर्जी है। वायरल वीडियो 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसके अलावा वीडियो में कोई भड़काऊ गाना नहीं है, अलग अलग मुशायरों के ऑडियो को जोड़ वायरल वीडियो में लगाया गया है। पड़ताल में यह स्पष्ट है कि वीडियो बिहार का है।

Title:पांच साल पुराने वीडियो को एडिट कर सांप्रदायिक दावे से वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Saritadevi SamalResult: False
