८ सितम्बर २०१९ को ‘फैक्ट क्रेसेंड़ो’ के एक पाठक द्वारा हमारे व्हाट्सऐप पर एक वीडियो सच्चाई जानने के लिए हमें भेजा गया | इस विडियो में दो पुलिसवाले एक दुसरे की पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे है | वीडियो के साथ दावा किया गया है कि,

नये ट्राफिक नियम लागू होणे के बाद हुई भारी कमाई का बटवारा सही ना होने के कारण दो सिपाही लड पडे.....

इस दावे को हमने फेसबुक पर भी ढूंढा | ६ सितम्बर २०१९ को फेसबुक के ‘Deshdeep Gopala’ नामक एक यूजर द्वारा एक पोस्ट साझा किया गया है जिसमें यही वीडियो दिया है |

पोस्ट के विवरण में लिखा गया है कि,

चालान काटने में हुई भारी कमाई से बटवारा सही से ना होने पर हो रहा झगड़ा???
आदरणीय नितिन गडकरी जी जुर्माने की कमाई का हो रहा है बटवारा कृपया इस पर भी ध्यान दें

इस पोस्ट व्दारा किया यह दावा किया जा रहा है कि, १ सितम्बर २०१९ से केंद्र सरकार द्वारा ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने पर चालान की रकम कई गुना बढ़ाने के बाद आम लोग जुर्माने की रकम भरने से कतरा रहे है, और पुलिसवालों की भारी कमाई हो रही है, जिसके चलते एक घटना में कमाई का बंटवारा सही ना होने से दो पुलिसवाले आपस में ही भीड़ गए | तो आइये जानते है इस वीडियो व दावे की सच्चाई |

मूल पोस्ट यहाँ देखें – ‘Deshdeep Gopala’ | ARCHIVE POST

अनुसन्धान से पता चलता है कि...

सबसे पहले हमने साझा वीडियो के की-फ्रेम्स को इन्विड टूल की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें यांडेक्स सर्च परिणाम से ट्वीटर का एक लिंक मिला | यह समाचार एजेंसी ANI द्वारा २५ अगस्त २०१९ को किया गया ट्वीट है | इस ट्वीट के विवरण में लिखा है कि, Baghpat: A fight broke out between a Prantiya Raksha Dal (PRD) jawan and a home guard in Mandi Chowki under Baraut police station, yesterday | हिंदी में अनुवाद – बागपत : २४ अगस्त को बडौत पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मंडी चौकी में एक होमगार्ड तथा एक प्रांतीय रक्षा दल के जवान के बीच हाथापाई हुई | यह ट्वीट आप नीचे देख सकते है |

ARCHIVE TWEET

इसके बाद हमने ‘बागपत में दो पुलिस वाले भिड़े’ इन की-वर्ड्स के साथ यू-ट्यूब पर ढूंढा तो परिणाम से हमें ‘NCR अब तक’ समाचार चैनल द्वारा यही वीडियो २५ अगस्त २०१९ को अपलोड किया हुआ मिला | शीर्षक में लिखा है कि, यूपी के बागपत में वर्दी वालों के बीच फिर चले जमकर लात-घूंसे, देखें‌ रिपोर्ट | खबर में लिखा है - बागपत। बड़ौत थाना इलाके के कृषि मंडी के बाहर होमगार्ड व पीआरडी जवान के बीच विवाद के बाद मारपीट का वीडियो सामने आया है। वीडियो में दोनों खाकीधारी एक दूसरे पर हमलावर दिखे और पैसे के विवाद को खरी खोटी सुनाते नजर आए। वीडियो सामने आने के बाद जिम्मेदार इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। कृषि मंडी के बाहर पुलिस चौकी है। बताया जा रहा है कि, एक गाड़ी को रोका गया, लेकिन सेटिंग के बाद उसे छोड़ दिया। लेकिन जो रुपए मिले, उसका बंटवारा नहीं किया गया। पैसों के विवाद को लेकर होमगार्ड और पीआरडी जवान (प्रांतीय रक्षक दल) आपस में भिड़ गए। पहले खूब कहासुनी हुई, फिर धक्का मुक्की और उसके बाद दोनों में जमकर लात घूंसे चले। दोनों ही इस बात से अंजान रहे कि, कोई शख्स उनकी इस हरकत को मोबाइल फोन में कैद कर रहा है | आप यह विडियो नीचे देख सकते है |

यही विडियो खबर के साथ ‘Quint Hindi’ चैनल द्वारा भी अपलोड किया गया है |

इसके बाद हमने बडौत थाने के पुलिस निरीक्षक राकेश कुमार सिंह से संपर्क किया | उन्होंने हमें बताया कि, मारपीट करने वाले दोनों जवान पुलिसकर्मी नहीं है | एक होमगार्ड है तथा दूसरा प्रांतीय रक्षक दल का जवान है | २४ अगस्त २०१९ को यह घटना घटित हुई थी | दोनों को निलंबित कर दिया गया है |

इससे यह बात स्पष्ट होती है की, यह वायरल वीडियो १ सितम्बर २०१९ को नए ट्रैफिक चालान नियम अस्तित्व में आने के पहले का है | यह घटना २४ अगस्त २०१९ को घटित हुई थी | साथ ही मारपीट करनेवाले दोनों जवान पुलिसकर्मी नहीं है |

जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो के साथ किया गया दावा कि, “नये ट्राफिक नियम लागू होणे के बाद हुई भारी कमाई का बटवारा सही ना होने के कारण दो सिपाही लड पडे |” सरासर गलत है | यह वीडियो नए ट्रैफिक चालान नियम अस्तित्व में आने के पहले का है और मारपीट करनेवाले दोनों जवान पुलिसकर्मी नहीं है |

Avatar

Title:चालान की कथित कमाई पर झगड़ने वाले यह दो जवान पुलिसकर्मी नहीं है |

Fact Check By: R Pillai

Result: False