५ अक्टूबर २०१९ को फेसबुक पर ‘Surender Singh Ghangas द्वारा एक पोस्ट में एक तस्वीर साझा की गयी है, जिसमें एक बोर्ड पर पानीपत में स्थित बिंझौल ग्राम पंचायत द्वारा संदेश लिखा गया है कि, ‘BJP विधायक महिपाल ढाडा का इस गांव में आना सख्त मना है जान, माल की स्वयं रक्षा करे |” पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, "कल गाँव बिन्जोल वालों ने महिपाल डाडा का विरोध किया |" क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

FacebookPost | ArchivedLink

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने सबसे पहले इस दावे के बारे में गूगल पर ‘protest against mahipal dhanda BJP at bijoli’ कीवर्ड्स से ढूंढा, पर हमें इस दावे के सम्बंध में कोई भी परिणाम प्राप्त नहीं हुआ |

इसके बाद हमने उपरोक्त दावा में पाई गयी तस्वीर को यांडेक्स इमेज सर्च में ढूंढा, तो हमें उपरोक्त तस्वीर से मिलती-जुलती तस्वीर मिली, मगर इस तस्वीर पर लेख अलग था | इस बोर्ड के अनुसार, यह विरोध बीजेपी के विरुद्ध है व झारखंड के गोड्डा नामक गांव के पारा शिक्षक संघ द्वारा किया गया है |

यह तस्वीर ‘Lala Rahul’ नामक एक व्यक्ति ने १० मार्च २०१९ को ट्वीट की थी | TwitterPost | ArchivedTweet

इसके बाद हमने इस ट्विटर पर साझा तस्वीर को यांडेक्स इमेज सर्च में ढूंढा, तो हमें ‘RoyalBulletin’ नामक एक समाचार वेबसाइट द्वारा ६ अक्टूबर २०१८ को प्रकाशित एक ख़बर में दावे से मिलती-जुलती एक तस्वीर मिली | इस ख़बर के मुताबिक यह बोर्ड अमरोहा के एक गांव में बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन के लिए लगाया गया था | उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद के रसूलपुर माफी गांव में किसान एकता संगठन की ओर से यह बोर्ड लगाया गया है | पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

RoyalbulletinPost | ArchivedLink

इस बारे में जब हमने गूगल पर ‘Kisan ekta, rasulpur maafi’ कीवर्ड्स को ढूंढा, तो हमें रसूलपुर माफ़ी गांव द्वारा किये गए इस विरोध पर कई ख़बरें प्राप्त हुई व सारी ख़बरों में इस बोर्ड की तस्वीर भी दी गयी है | इन ख़बरों को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

AgrinationPost | ArchivedLinkMediavigilPost | ArchivedLinkDailyhuntPost | ArchivedLink
Hindi.news18Post | ArchivedLinkNavbharattimesPost | ArchivedLinkPatrikaPost | ArchivedLink

इन तस्वीरों की जब हमने तुलना की, तो हमें पता चला कि फेसबुक व ट्विटर पर असली तस्वीर को फोटोशोप की मदद से बदलकर साझा किया जा रहा है | इस तुलना को आप नीचे देख सकतें हैं |

इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा तस्वीर को बदलकर, गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है | यह घटना अमरोहा की है और इसका बिंजौल गाव से कोई संबंध नहीं है |

जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “पानीपत के बिंजौल गाव के ग्राम पंचायत द्वारा BJP के विधायक महिपाल ढाडा का विरोध किया गया है |” ग़लत है |

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Title:फ़ोटोशाप की मदद से एक पुराने विरोध के बोर्ड को वर्तमान में बिंझोल का बताकर फैलाया जा रहा है |

Fact Check By: Natasha Vivian

Result: False