
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन मोदी की २०१६ की एक तस्वीर को वर्तमान शाहीन बाग़ से जोड़ सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा रहा है | तस्वीर में जशोदाबेन को महिलाओं के एक समूह के साथ बैठा देखा जा सकता है, जो कुछ विरोध करते दिख रहीं है | इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर फैलाते हुए यह दावा किया गया है कि जशोदाबेन मोदी शाहीन बाग़ में महिलाओं के साथ नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध कर रही हैं |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “मोदी जी की पत्नी जसोदा बेन भी 500/- लेने शाहीन बाग पहुंच गयी |”
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुवात हमने इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से किया, जिसके परिणाम में हमें १३ फरवरी २०१६ को डेक्कन क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित खबर मिली | इस खबर में हमें वायरल तस्वीर भी दिखी | तस्वीर के विवरण में लिखा गया है कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन मोदी आजाद मैदान में मानसून के दौरान मलिन बस्तियों के हटाने के खिलाफ भूख हड़ताल के दौरान। (फोटो: डीसी) |”
खबर के शीर्षक में लिखा गया है कि “नरेंद्र मोदी की पत्नी ने अनाथ, झुग्गीवासियों के लिए उपवास किया |”
इसी घटना की एक दुसरे एंगल से ली गयी तस्वीर को द हिन्दू ने १३ फरवरी २०१५ को प्रकाशित किया था | इस तस्वीर के विवरण में लिखा गया है कि “जशोदाबेन मोदी मुंबई के आज़ाद मैदान में धरने पे बैठी- फोटो- विवेक भेंद्रे |”
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमें उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | इस तस्वीर को लोगों के मन में भ्रम पैदा करने के लिए फैलाया जा रहा है | यह तस्वीर २०१६ की है और वर्तमान विरोधों से संबंधित नहीं है |

Title:क्या जशोदाबेन मोदी शाहीन बाग़ में CAA का विरोध करने पहुंची?
Fact Check By: Aavya RayResult: False
