१६ मई २०१९ को फेसबुक के ‘सरीन लखविन्दर’ नामक पेज पर एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट में दो विडियो साझा किये गये है | पहले विडियो में हमें दिखाई देता है की कहीं बोर खोदने का काम चल रहा है | बोर मशीन को आग लगी हुई है | दुसरे विडियो में हमें दिखता है कि, जमीन पर लावा रस जैसा कोई पदार्थ पड़ा है और कुच अन्तराल के बाद उसमें से चिंगारी निकल रही है | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि –

कुदरत का कहर..
बहुत ही खतरनाक दिनों की शुरुआत,
गांव: शिरसल, जिला बीड, महाराष्ट्र।
पानी निकालने के लिए 1200 फ़ीट बोर किया जा रहा था तो 1200 के नजदीक पोहुंच कर जमीन से निकलने लगा भयानक लावा और खतरनाक आग।
क्या यही तोहफे में देकर जाना है अपनी आने वाली पीढ़ी को?
पानी को बचा लो, पर्यावरण को बचा लो..

इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि बीड में बोर खोदते समय १२०० फीट के बाद पानी की जगह जमीन के अंदर से लावा रस बहने लगा और बोर मशीन में आग लग गई | चूँकि दोनों विडियो अलग अलग चित्रित किये गए है, इस बात पर संदेह होता है कि, यह दोनों विडियो एक ही जगह के है | तो आइये जानते है इन विडियो व पोस्ट के दावे की सच्चाई |

ARCHIVE POST

संशोधन से पता चलता है कि...

हमने सबसे पहले यू-ट्यूब पर अलग अलग की-वर्ड्स का इस्तेमाल कर यह विडियो ढूंढने की कोशिश की | हमें एक विडियो मिला, जो BMRChannel द्वारा ११ मई २०१९ को अपलोड लिया गया है | विडियो के विवरण में लिखा है कि, यह विडियो पश्चिम अफ्रीका स्थित माली देश का है |

इसके बाद हमने इस विडियो को InVid टूल का उपयोग कर फ्रेम-बाय-फ्रेम देखा | हमें दिखा कि, बोर के ट्रक के ऊपर सफ़ेद रंग में कुछ लिखा हुआ है | फ्रेम कैप्चर करने पर पता चला कि, उसपर FORAGE SARL लिखा हुआ है | साथ ही फोन नंबर भी दिया है | इस नंबर की शुरुआत +२२३ से होती है | इस जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर अगला संशोधन जारी रखा |

+२२३ यह अफ्रीका के माली इस देश का टेलिफोन कोड है | भारत का टेलीफोन कोड है +९१ | हमने गुगल पर FORAGE SARL इन की-वर्ड्स के साथ सर्च किया तो हमें अफ्रीका में काम करने वाली कई ड्रिलिंग कंपनी के नाम दिखे | इनमे से Forage FTE Drilling नामक कंपनी का ऑफिस माली की राजधानी बामाको में स्थित है | कंपनी के सभी कांटेक्ट नंबर +२२३ से शुरू होते है | उपर के स्क्रीनशॉट में भी आप MALI लिखा हुआ देख सकते है |

माली का आधिकारिक नाम ‘रिपब्लिकन ऑफ माली’ इस प्रकार है | पश्चिम आफ्रिका खंड में यह देश स्थित है | माली की राजभाषा फ्रेंच है, लेकिन इस देश के लोग आम तौर पर बाम्बारा भाषा का प्रयोग करते है | फ्रेंच भाषा में FORAGE शब्द का मतलब खुदाई करना (Drilling) होता है |

उपरोक्त पोस्ट के दावे के अनुसार यह घटना महाराष्ट्र के बीड जिले की है | अगर यह घटना बीड की है, तो अफ्रीका का ट्रक यहाँ कैसे आ सकता है? या फिर यहाँ के ट्रक के उपर माली देश का नाम व संपर्क क्रमांक कैसे लिखे हुए हो सकते है? इस बात से यह पुष्टि होती है कि, यह घटना बीड की नहीं, बल्कि आफ्रिका के माली देश में घटित हो सकती है |

बोर खुदाई करते समय आग कैसे लग गई?

हमने फिर इस बात की जानकारी ली कि, आखिर बोर करते समय ट्रक को आग ने कैसे घेर लिया | गूगल करने पर हमें वॉटरवेल जर्नल नामक एक प्रकाशन में एक लेख मिला | इस लेख में लिखा है कि, जमीन के अंदर कई प्रकार के हाइड्रो कार्बन (जीवाश्म इंधन) होते है | इसमें मिथेन तथा नैसर्गिक वायु होते है | खुदाई करते समय यह हाइड्रो कार्बन हाथ लगने से आग लग सकती है, क्यूंकि यह पदार्थ ज्वलनशील होते है |

ARCHIVE JOURNAL

दो वर्ष पहले भी नेपाल के सिरुटार में बोअरवेल करते समय जमिन के अंदर के नैसर्गिक वायुभंडार को धक्का लगने की वजह से आग लगी थी | इस घटना का विडियो आप नीचे देख सकते है |

‘द हिमालयन टाइम्स’ ने इस घटना की खबर भी प्रकाशित की थी |

ARCHIVE NEWS

राजस्थान के कोटा में भी इस तरह की घटना घटित हुई थी | ‘झी हिंदुस्थान’ चैनल ने इस खबर को प्रसारित किया था, जो आप नीचे देख सकते है |

संशोधन से हमें यह भी पता चलता है कि, अब तक केवल तीन बार बोर करते समय आग लगने की घटनाएँ घटित हुई है | आईसलँड में वर्ष २००९ में डीप ड्रीलिंग प्रोजेक्ट के समय वैज्ञानिकों द्वारा जमीन के अंदर खुदाई करते समय ६९०० फीट अंदर लावा को छुआ गया | उसके पहले हवाई आइसलैंड पर १९७७ व २००५ में इस तरह की घटनाएँ हुई है | आप इस सन्दर्भ में अधिक जानकारी इस लिंक पर पढ़ सकते है |

ARCHIVE NEWS

हवाई या आइसलैंड इन प्रदेशों में ज्वालामुखी सक्रीय होते है | लेकिन बीड ऐसा प्रदेश नहीं है | केवल १२०० फीट खोदने के बाद लावा रस फूटा, यह बात संभव नहीं है | इस बात की पुष्टि के लिए हमने बीड के अग्निशमन विभाग से संपर्क किया | उन्होंने ऐसी किसी घटना से साफ़ तौर पर इंकार किया |

जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो के साथ किया गया दावा कि, “बहुत ही खतरनाक दिनों की शुरुआत, गांव: शिरसल, जिला बीड, महाराष्ट्र। पानी निकालने के लिए 1200 फ़ीट बोर किया जा रहा था तो 1200 के नजदीक पोहुंच कर जमीन से निकलने लगा भयानक लावा और खतरनाक आग।” बिलकुल गलत है | यह घटना बीड जिले की नहीं, बल्कि माली देश में घटित हुई थी |

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Title:क्या महाराष्ट्र के बीड में बोर खोदते समय जमीन से लावा रस निकलने लगा?

Fact Check By: Rajesh Pillewar

Result: False