एक झंडे की तरह दिखने वाले कपड़े को सार्वजनिक रूप से जलाने की तस्वीर को सोशल मीडिया पर तेजी से साझा किया जा रहा है | इस तस्वीर में AIMIM पार्टी का बैनर बैकग्राउंड पर लटका हुआ देखा जा सकता है | इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के AIMIM जिला अध्यक्ष सलीम अंसारी ने खुलेआम स्थानीय नेताओं के साथ भगवा झंडे को जलाया है |

ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) एक राजनीतिक पार्टी है जो भारत में मुसलमानों, दलितों, बैकवार्ड कास्ट,अल्पसंख्यकों और अन्य सभी वंचित समुदायों के अधिकारों की रक्षा और उन्नति के लिए समर्पित है, दावे के अनुसार जिस झंडे को उन्हें जलाते हुये देखा जा सकता है वो भगवा झंडा हिन्दू संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है, इसी के लिये ये जानना जरूरी हो जाता है कि वास्तव में ऐसी कोई घटना हुई है की नहीं |

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरुवात हमने वायरल तस्वीरों को बारीकी से देखने से किया जिसके परिणाम में हमें इन तस्वीरों के बैकग्राउंड में AIMIM का बैनर लगा दिखा, जिसके ऊपर हमें “नेपाल मुर्दाबाद”का पोस्टर नज़र आया | तद्पश्चात हमने ट्विटर एडवांस्ड सर्च के माध्यम से प्रतापगढ़ पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इन तस्वीरों से संबंधित स्पष्टीकरण को ढूँढा, जिसके परिणाम से हमें उनके द्वारा दिया गया एक स्पष्टीकरण प्राप्त हुआ | ट्वीट में प्रतापगढ़ पुलिस ने लिखा है कि

उक्त प्रकरण में प्रदर्शित झण्डा नेपाल देश का है, नेपाल देश की संसद द्वारा कथित रूप से भारतीय क्षेत्र को नेपाली क्षेत्र बताये जाने के विरोध में एआईएमआईएम पार्टी प्रतापगढ़ के सदस्यों द्वारा नेपाल का झण्डा जलाया गया है |” पुलिस ने AIMIM की प्रतापगढ़ इकाई द्वारा स्थानीय प्रशासन को दी गई एक ज्ञापन की प्रति संग्लित की है, जिसमें मांग की गई कि नेपाल के लोग बिना वीजा के भारत में प्रवेश न करें |

आर्काइव लिंक

प्रतापगढ़ पुलिस ने AIMIM के पूर्व जिला अध्यक्ष मोहम्मद इसरार द्वारा इस घटना ने संबंधित वीडियो बयान भी जारी किया है | इस ट्वीट में लिखा गया है कि

उक्त प्रकरण में झण्डा नेपाल देश का है, नेपाल देश की संसद द्वारा कथित रूप से भारतीय क्षेत्र को नेपाली क्षेत्र बताये जाने के विरोध में एआईएमआईएम पार्टी प्रतापगढ़ के सदस्यों द्वारा नेपाल का झण्डा जलाया गया है |” उन्होंने कहा कि नेपाल की संसद में एक बिल पारित किया गया था, जिसमें कालापानी जो भारतीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है उसे नेपाल ने अपने नक्शे में शामिल किया है। उन्होंने कहा कि उस दिन उन्होंने नेपाली झंडा जलाया था। उन्होंने आगे बताया कि उनका इरादा किसी भी समुदाय की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था |

आर्काइव लिंक

इसरार अहमद ने इस घटना का वीडियो उनके फेसबुक प्रोफाइल पर साझा किया है | पोस्ट के शीर्षक में उन्होंने लिखा है कि “नेपाल की संसद ने भारत के कुछ इलाकों को अपना बताने के लिए नक्शे में बदलाव से जुड़ा बिल शनिवार को पास कर दिया। जिसके विरोध में AIMIM प्रतापगढ़ ने आज नेपाल का झण्डा जलाया और हम भारत सरकार से अपील करते है
1 भारत सरकार नेपाल पर सर्जिकल स्ट्राइक करे।
2. 15 अगस्त को AIMIM प्रतापगढ़ काला पानी पर भारतीय तिरंगा फेहरायेंगे।
3. भारत नेपाल सीमा सील की जाये।
4.नेपाल के लोगो को बिना वीजा आने ना दिया जाये।
5.नेपाल से सभी आर्थिक सम्बन्ध ख़तम किया जाये।
6.हल्दिया और विशाखापट्टनम पोर्ट को नेपाल के लिए बंद करे।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष AIMIM प्रतापगढ़ मोहम्मद सलीम अंसारी और इसरार अहमद मौजूद रहे ।“

फेसबुक पोस्ट

नीचे आप नेपाल के झंडे की तस्वीर देख सकते है जिससे यह स्पष्ट होता है कि दावे में भगवे झंडे को एडिट कर, लोगो को भ्रमित करने व सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की मंशा से सोशल मंचो पर फैलाया जा रहा है |

Flag of Nepal - Wikipedia

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के AIMIM जिला अध्यक्ष सलीम अंसारी ने खुलेआम स्थानीय नेताओं के साथ भगवा झंडे को नही जलाया था बल्कि उन्होंने नेपाल द्वारा अपने नक़्शे में भारतीय क्षेत्र को अंकित करने के लिये अपना विरोध दर्ज करते हुये नेपाल का राष्ट्रिय ध्वज जलाया था |

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Title:क्या प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) में AIMIM नेताओं द्वारा भगवा झंडा जलाया गया?

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False