
शिवसेना ठाकरे गुट प्रमुख उद्धव ठाकरे का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें वे ‘औरंगज़ेब’ को अपना भाई बता रहे हैं। इस क्लिप के ज़रिए यूज़र्स मुग़ल बादशाह की तारीफ़ करने पर उनकी आलोचना कर रहे हैं।
पड़ताल के बाद पता चला कि वायरल क्लिप अधूरी है। दरअसल, उद्धव ठाकरे मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब के बारे में बात नहीं कर रहे थे।
वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है…
औरंगजेब इसका भाई था और बिहार यूपी के भाई दुश्मन, औरंगजेब ने भारत के लिए कब कुर्बानी दी बताओ |
फेसबुक पोस्ट । ट्विटर पोस्ट । आर्काइव पोस्ट
अनुसंधान से पता चलता है कि…
कीवर्ड खोजने पर पता चला कि वायरल क्लिप 19 फरवरी को मुंबई में उत्तर भारतीय समुदाय के एक सम्मेलन में उद्धव ठाकरे द्वारा दिए गए भाषण से है।
इस कार्यक्रम का उद्धव ठाकरे के फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया गया था।
उपरोक्त वीडियो में मूल भाषण सुनने के बाद यह स्पष्ट है कि उद्धव ठाकरे भाजपा के ‘हिंदुत्व’ की आलोचना और औरंगजेब नामक एक शहीद सैनिक के बारे में बात कर रहे थे।
उपरोक्त वीडियो में 32 मिनिट पर उद्धव ठाकरे कहते हैं कि “एक अपना फौजी था, वो छुट्टी लेकर घर जा रहा था अपने परिवार से मिलने | आतंकवादीओं को जब ये पता चला तो उन्होंने उसे किडनैप किया | उसको दर्दनाक मौत दी | कुछ दिनों के बाद उसका शव कहीं पर मिला | वो अपना था कि नहीं था? उसने अपने देश के लिए कुर्बानी दी… अगर अभी मैं बोलू कि वो मेरा भाई था | तो आप बोलोगे क्या आपको पता है उसका नाम क्या है ? उसका नाम था औरंगजेब | हा ना ? मजहब से मुसलमान होगा | लेकिन उसने देश के लिए कुर्बानी दी | जिसको भारत माता की जय कहते है उसके लिए उसने अपनी जान तक दे दी | वो अपना भाई नहीं था?”
इससे साफ़ है कि अपने मूल भाषण में उद्धव ठाकरे ने अपने हिंदुत्व को भाजपा के हिंदुत्व से अलग बताते हुए कहा था कि शहीद सैनिक औरंगज़ेब उनके भाई जैसे थे। वे मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब की बात नहीं कर रहे थे।
तीन साल पहले भी औरंगाबाद (अभी का छत्रपती संभाजीनगर) में एक रैली में बोलते हुए ठाकरे ने औरंगजेब नामक भारतीय सेना के जवान की घटना का जिक्र किया था।
नीचे दी गई तुलना से यह तुरंत स्पष्ट हो जाता है कि वायरल क्लिप से औरंगजेब के भारतीय सैनिक होने का संदर्भ हटा दिया गया है।
शहीद सैनिक औरंगज़ेब कौन थे ?
राइफलमैन औरंगज़ेब को 14 जून 2018 को पुलवामा से आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था। कुछ दिनों बाद औरंगज़ेब का क्षत-विक्षत शव मिला। औरंगज़ेब दक्षिण कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स की 44वीं बटालियन के सदस्य थे। उनकी मृत्यु के तेरह महीने बाद, उनके दोनों भाई सेना में भर्ती हो गए। उनके पिता भी सेना में थे।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, वायरल क्लिप अधूरी है। असल में, उद्धव ठाकरे मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब की नहीं, बल्कि 2018 में शहीद हुए सैनिक औरंगज़ेब की बात कर रहे थे। वीडियो का आधा हिस्सा झूठे दावे के साथ साझा किया जा रहा है।

Title:उद्धव ठाकरे ने किस औरंगज़ेब को अपना भाई बताया? पढ़ें सच्चाई
Fact Check By: SAGAR RAWATEResult: Altered
