किसान नेता राकेश टिकैत पर कर्नाटक में हमले का दावा फेक है। वायरल वीडियो पुराना है।

एक बार फिर से किसानों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी और भूमि अधिग्रहण के लिए उचित मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस संदर्भ में किसान नेता राकेश टिकैत से जुड़ी तीन क्लिप का एक कोलाज वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें पहले में एक व्यक्ति वायर्ड माइक्रोफोन से उन पर हमला करता हुआ दिखता है, दूसरे वीडियो में राकेश टिकैत के चेहरे पर स्याही फेंकते हुए दिखाया जा रहा है और तीसरे में टिकैत को रोते हुए दिखाया गया है। यूज़र्स द्वारा वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह कर्नाटक का वीडियो है जहां राकेश टिकैत पर हमला किया गया। पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा गया है कि…
* कर्नाटक में इस बहरूपिए “राकेश डकैत” की बक्कल उतारी गई ।*😂*जनता इस ढोंगी को अच्छी तरह से समझ चुकी है। जो किसानों की आड़ लेकर और विदेशी फंड लेकर देश के साथ गद्दारी कर रहा हे। और देश के किसानों की छवि खराब कर रहा हे।*
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में सबसे पहले यह पता लगाया कि क्या वाकई में राकेश टिकैत पर हाल में कोई हमला हुआ है। लेकिन हमें ऐसी कोई भी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिनसे वायरल दावे की सटीक पुष्टि हो।
फिर हमने क्लिप 1 और क्लिप 2 के बारे में अलग- अलग खोज करना शुरू किया। इसके लिए हमारे द्वारा वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया गया। ऐसा करने पर हमें 30 मई, 2022 को प्रकाशित एनडीटीवी की एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसके साथ ‘बेंगलुरु में राकेश टिकैत पर माइक और स्याही से हमला, फिर मच गया हड़कंप’ यह शीर्षक लिखा हुआ था। यहां पर हम वायरल वीडियो वाले दृश्य दे सकते हैं। इसमें बताया गया है कि बेंगलुरु में एक प्रेस मीटिंग के दौरान राकेश टिकैत पर माइक्रोफोन से हमला करते हुए उन पर स्याही फेंकी गई। पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है।
इस मामले में हमें 30 मई 2022 को आज तक द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इसके अनुसार घटना बेंगलुरु प्रेस क्लब की है, जहाँ पर टिकैत पर हमला करने वाले लोग स्थानीय किसान नेता चंद्रशेखर के समर्थक थे। राकेश टिकैत के समर्थकों ने उनपर हमला करने वाले और स्याही फेंकने वाले शख्स को पकड़ लिया था और उनके बीच जमकर हाथापाई हुई थी।
थोड़ा और खोज करने से हमें 30 मई, 2022 को हिंदुस्तान टाइम्स और इंडिया टुडे की आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर समान दृश्य को दर्शाती वीडियो रिपोर्ट प्रसारित मिली। इन दोनों मीडिया आउटलेट्स के हवाले से यह बताया गया है कि बेंगलुरु में एक प्रेस मीट के दौरान राकेश टिकैत पर बर्बतापूर्वक हमला हुआ था।
क्लिप 3
हमने वायरल वीडियो में दिख रहे तीसरे क्लिप को ढूंढने के लिए यह ध्यान दिया कि, वीडियो में राकेश टिकैत रोते हुए इंडिया टुडे से बात कर रहे हैं। इसी से संकेत लेते हुए हमने कीवर्ड सर्च किया। हमें 29 जनवरी, 2021 को इंडिया टुडे की यूट्यूब चैनल पर प्रसारित वीडियो रिपोर्ट में वही दृश्य मिला, जिसके साथ कैप्शन में किसान विरोध: राकेश टिकैत के आंसू टर्निंग पॉइंट बन गए, भीड़ गाजीपुर लौट आई लिखा हुआ था। जबकि रिपोर्ट के अनुसार गाजीपुर में धरना स्थल पर किसानों ने उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशों की अवहेलना करते हुए वहां से जाने से इनकार किया। स्थिति और बिगड़ गई जब भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत रो पड़े और भूख हड़ताल की घोषणा कर दी। उस समय राकेश टिकैत भावुक हो गए थें।
हमें 28 जनवरी 2021 को लल्लनटॉप के यूट्यूब चैनल पर भी यही वीडियो मिला। इसके साथ कैप्शन में “Farm law के खिलाफ Rakesh tikait ने रोते हुए Ghazipur border पर Media के सामने बड़ी धमकी दे दी” लिखा गया है। यहां पर वीडियो में 1:10 मिनट पर वायरल क्लिप वाला हिस्सा नजर आता है। जिससे पूरी तरह यह पुष्टि होती है कि यह वीडियो 3 साल पुराना है और किसान आंदोलन के दौरान का है। तब राकेश टिकैत मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए थे। ज्ञात हो कि गाजीपुर बॉर्डर यूपी-दिल्ली की सीमा पर स्थित है, ऐसे में वायरल वीडियो कर्नाटक का है इसका कोई प्रमाण नहीं मिलता।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, किसान नेता राकेश टिकैत पर कर्नाटक में हालिया हमले के दावे से तीनों ही वायरल क्लिप पुरानी अलग- अलग घटनाओं से सम्बंधित है। वायरल वीडियो भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है।

Title:राकेश टिकैत पर कर्नाटक में हमले के दावे से पुराना वीडियो वायरल…
Written By: Priyanka SinhaResult: Misleading
