१९ मई २०१९ को फेसबुक पर 'Raj Narayan' नामक एक यूजर द्वारा एक पोस्ट साझा किया गया है | पोस्ट में दो चित्र दिए गये हैं | पोस्ट का विवरण इस प्रकार है ये है हमारे दोगले प्रधान मंत्री जो मरनेवाले गांधिजिको भी प्रणाम करते है और उन्हे मारनेवाले नथूराम गोडसे को भी प्रणाम करते है |

इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने महात्मा गाँधी को प्रणाम करने के बाद, उनकी हत्या करनेवाले नथूराम गोडसे को भी प्रणाम किया | क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

FacebookPost | ARCHIVED LINK

संशोधन से पता चलता है कि…

हमने सबसे पहले उपरोक्त पोस्ट मे दी गयी तस्वीर को यांडेक्स इमेज सर्च मे ढूंढा, तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |

Newsindiaexpress’ द्वारा दी गयी ख़बर में हमें उपरोक्त दावे का पहला चित्र दिखा, जिसमे नरेंद्र मोदी महात्मा गाँधी के पुतले को प्रणाम करते हुए दिख रहें है | इस ख़बर के मुताबिक, ३० सितम्बर २०१८ को नरेंद्र मोदी ने राजकोट के अल्फ्रेड उच्च विद्यालय मे महात्मा गांधी संग्रहालय का उदघाटन किया था | महात्मा गाँधी को प्रणाम करने वाली तस्वीर उस कार्यक्रम की है | पूरी ख़बर पढने के लिए और ख़बर मे दिए गए विडियो को देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें |

NewindianexpressPost | ArchivedLink

HindustanTimes’ ने भी इस ख़बर के विडियो को ‘YouTube’ मे अपलोड किया है | विडियो को आप नीचे देख सकतें हैं |

इसके बाद जब हमने ‘Dynamitenews’ द्वारा दी गयी ख़बर को देखा, तो उसमे उपरोक्त दावे के अनुसार दूसरा चित्र भी दिखा मगर यह भी पता चला कि चित्र मे दर्शाया गया आदमकद पुतला नथूराम गोडसे का नहीं बल्कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का है | पूरी ख़बर को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

DynamitenewsPost | ArchivedLink

हमने गूगल मे ‘modi pays tribute to deen dayal upadhyay’ की वर्ड्स से जब ढूंढा, तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |

‘NDTVnews’ द्वारा दी गयी २५ सितम्बर २०१८ की इस ख़बर में हमें नरेंद्र मोदी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से की गयी २४ सितम्बर २०१८ की ट्वीट भी मिली, जिसमे उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को १०२वे जन्मदिन पर श्रद्धांजली देते हुए विडियो भी दिया है |

२४ सितम्बर २०१८ को नरेंद्र मोदी द्वारा किये गए इस ट्वीट मे हमें उपरोक्त पोस्ट से समान दिखने वाला चित्र भी मिला |

ट्वीट किये गए पूरे विडियो को आप नीचे देख सकतें हैं |

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इस संशोधन से हमें पता चलता है कि, उपरोक्त पोस्ट में जो पुतले को नथूराम गोडसे का बोला जा रहा है, वास्तव में वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय का पुतला है और दोनों चित्र दो अलग कार्यक्रम के हैं | महात्मा गाँधी को प्रणाम करने वाला चित्र ३० सितम्बर २०१८ का है, जहां नरेंद्र मोदी महात्मा गाँधी संग्रहालय का उदघाटन कर रहें हैं | पंडित दीनदयाल को प्रणाम करने वाला चित्र २४ सितम्बर २०१८ को उनके १०२वे जन्मदिन पर नरेंद्र मोदी के श्रद्धांजलि देते वक़्त का है |

जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा की, “प्रधान मंत्री ने महात्मा गाँधी को प्रणाम करने के बाद, उनको मारनेवाले नथूराम गोडसे को भी प्रणाम किया |” ग़लत है | नरेंद्र मोदी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदमकद पुतले को प्रणाम कर रहे हैं, नथूराम गोडसे के पुतले को नहीं |

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Title:क्या नरेंद्र मोदी ने महात्मा गाँधी को प्रणाम करने के बाद नथूराम गोडसे को भी किया प्रणाम ? जानिये सच |

Fact Check By: Nita Rao

Result: False