पाकिस्तान के कराची में अहमदिया मुस्लिम के मस्जिद को नुकसान पहुंचाए जाने की घटना के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

पाकिस्तान में रोजमर्रा की जरूरत की चीजों और ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं, इसको लेकर पाकिस्तान को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के हालिया हालात को लेकर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसमें कुछ लोगों को मस्जिद को तोड़ते हुए देखा जा सकता है।

वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में आर्थिक संकट की वजह से भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है और इस कारण लोग गुस्से में मस्जिदों को तोड़कर उसकी संपत्तियों को बेच रहे हैं।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- पाकिस्तान में ऐसी भुखमरी आ गई है कि वह लोग मस्जिद को पीटकर पत्थर को तोड़ कर बेच रहे हैं।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

शुरुआत में वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज करने पर हमें हिंदुस्तान टाइम्स पर खबर मिली। 3 फरवरी 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट में इस्तेमाल किया गया वीडियो वायरल वीडियो के विजुअल से मेल खाता है।

रिपोर्ट के के मुताबिक, तोड़फोड़ करने वाले लोग तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान के सदस्य हैं और जिस मस्जिद की मीनारों को तोड़ा जा रहा है, वह एक अहमदी मस्जिद है। इस हमले से पहले भी पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के कई धार्मिक स्थलों पर हमला हो चुका है।

खबर के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए हमने गूगल सर्च करने पर "डॉन" द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, अहमदिया मुस्लिमों के पूजा स्थलों पर तोड़फोड़ करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक, अहमदिया समुदाय के एक सदस्य की शिकायत के जवाब में एफआईआर भी दर्ज की गई थी। एफआईआर में कहा गया है कि गुरुवार को देपहर के करीब 3:35 बजे 10-15 लोगों ने अहमदिया के पूजा स्थल पर हमला किया। यह इमारत 78 साल पुरानी है।

एफआईआर में यह भी कहा गया है कि भीड़ को ढांचे पर चढ़ने से रोकने के प्रयास में एक पुलिस अधिकारी घायल हुआ है।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी इस खबर को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से तीन फरवरी 2023 को ट्वीट किया है, जिसके शिर्षक में लिखा है- पाकिस्तान: कराची में अज्ञात हमलावरों ने अहमदिया मस्जिद की मीनारों में तोड़फोड़ की।

आख़िरकार अहमदिया मुस्लिम कोन है ?

बता दें कि अहमदिया मुस्लिम, पाकिस्तान का एक अल्पसंख्यक समाज है और पाकिस्तान में उन्हें दूसरे दर्जे का नागरिक माना जाता है। अहमदिया मुस्लिम हजरत मोहम्मद के आखिरी पैगम्बर नहीं मानते। उनके मुताबिक मोहम्मद के बाद भी पैगम्बर आये और वो मिर्जा गुलाम अहमद को नवी का दर्जा देते हैं। यही अहमदिया और मुसलमानों के बीच सबसे बड़े टकराव का मुद्दा है।

2016 में भी अहमदिया मस्जिद पर हमला

16 दिसंबर 2016 को इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के मस्जिद पर हमला किए जाने के मामले में 3,000 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की सूचना है।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल वीडियो फरवरी 2023 का है, जहां तहरीक-ए-लब्बैक के कार्यकर्ताओं ने अहमदिया मुसलमानों की मस्जिद पर हमला किया था। वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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Title:किया भुखमरी से जूझ रहे पाकिस्तान ने मस्जिद तोड़कर पत्थर बेच रहे हैं? जानिए सच..

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False