रेलवे ट्रैक से नट-बोल्ट निकालते बच्चों का वायरल वीडियो भारत का नहीं, पाकिस्तान का है..
दिसंबर 2023 में पाकिस्तान की कराची पुलिस ने अपने फेसबुक पर वायरल वीडियो अपलोड कर जानकारी दी कि वीडियो कराची का है, इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बच्चों को पकड़ा था।
सोशल मीडिया पर रेलवे ट्रैक का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लोगों को रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ करते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा हैं कि रेलवे ट्रैक से नट-बोल्ट निकाल रहे बच्चों का यह वीडियो भारत का है।
वाय़रल पोस्ट के साथ सूजर ने लिखा है- वीडियो पता नही कहा की है पर आप कपड़ो से पहचान सकते हो सूaर के पिल्लों को Central Railway Ashwini Vaishnaw महोदय जितने भी रेलवे पटरी के आस पास मुस्लिम झुग्गी झोपड़ी में पड़े है उन्हें हटाओ नही तो किसी दिन ये जिहादी बहुत बड़ा कांड कर देंगे…
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें करांची के न्यूज आउटलेट कराची एक्सपोज़र के फेसबुक पेज पर मिला। वीडियो को 6 दिसंबर 2023 को शेयर किया गया था। इससे ये साफ है कि वायरल वीडियो हाल ही का नहीं है।
पोस्ट में उर्दू में कैप्शन लिखा गया है। जिसके मुताबिक वायरल वीडियो करांची के सरताज रेलवे क्रॉसिंग का है। जहां पर कुछ बच्चों ने मिलकर रेलवे ट्रैक को चुराने की कोशिश की। बच्चे रेलवे ट्रैक के नट-बोल्ट खोलकर इन्हें थैले में भर रहे हैं, इन सबके पीछे एक बड़ा माफिया है जो बच्चों से ये सारा सामान खरीदता है। पाकिस्तान सरकार को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
इसके अलावा वायरल वीडियो को पाकिस्तान के पेज पाकिस्तानी ट्रेन्स ने भी 5 दिसंबर 2023 को अपलोड किया था। यहां पर भी जानकारी दी गई है कि वायरल वीडियो पाकिस्तान में हुई घटना का है।
जांच में आगे हमें कराची पाकिस्तान (आर्काइव) के साउथ जोन पुलिस मीडिया सेल का भी एक फेसबुक पोस्ट मिला। इस पोस्ट में वायरल वीडियो मौजूद है। पुलिस ने ये पोस्ट 5 दिसंबर 2023 को अपलोड किया था।
वयरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, "सर ताज खां फाटक के पास रेलवे लाइन से ट्रैक के नट-बोल्ट चोरी होने का मामला सामने आने पर डीआइजी साउथ के निर्देश पर वोट बेसन थाना प्रभारी ने कार्रवाई करते हुए बच्चों को पकड़ा और फिर बाद में चेतावनी देकर उनके अभिभावकों को सौंप दिया।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो पाकिस्तान के करांची का है और दिसंबर 2023 का है। इसका भारत से कोई संबंध नहीं है।