
२१ अक्टूबर २०१९ को “Paul T” नामक फेसबुक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “भाजपा में सबसे ईमानदार आदमी” | हरियाणा के असंध क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार बख्शीश सिंह विर्क का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है, जहां सिंह को वोटिंग मशीनों के बारे में टिप्पणी करते हुए सुना जा सकता है | साथ में वीडियो के ऊपर लिखा गया है कि “भाजपा विधायक बख्शीश सिंह ने मतदाताओं को धमकाते हुए कहा कि “कोई भी बटन दबाओ वोट भाजपा को जाएगा”।“
उन्होंने आगे उन्होंने कहा कि भाजपा नेता नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल खट्टर समझ सकते हैं कि किस मतदाता ने किसके लिए और किस निर्वाचन क्षेत्र से मतदान किया है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि भाजपा के उम्मीदवार बख्शीश सिंह विर्क मतदाताओं को धमकाते हुए यह कह रहे है कि ई.वी.एम् मशीन में मतदान देते वक़्त कोई भी बटन दबाओ , वोट भाजपा को ही जायेगा | इससे यह प्रतीत होता है कि भाजपा ने ई.वी.एम् मशीन के साथ छेड़छाड़ की है और इस बात को भापजा के उम्मीदवार खुद कह रहे है |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को बारीकी के सुनने व देखने से की | ३९ सेकंड के वायरल वीडियो में, विर्क को एक सार्वजनिक बैठक में पंजाबी बोलते हुए देखा जा सकता है | उनके भाषण का, जब हिंदी में अनुवाद किया जाता है, तो इसका मतलब है, “हमें पता चल जाएगा कि किस व्यक्ति ने मतदान कहाँ किया है, इसके बारे में कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए | हम जानबूझकर आपको नहीं बताते हैं | यदि कोई पूछता है, तो हम बता सकते हैं कि किन्होने कहाँ मतदान किया है क्योंकि मोदी बहुत तेज हैं, मनोहर लाल बहुत तेज हैं |”
वीडियो में २२ वें सेकंड में अचानक कट या एडिट नज़र आता है | इसके बाद विर्क कहते हैं,”आप जिसे चाहते हैं, उसके लिए वोट करें परंतु वोट कमल फूल (भाजपा) को ही जाएगा |” आप जो भी बटन दबाएंगे, वह वोट भाजपा को ही जाएगा | मशीनों में एक उपकरण बैठाया गया है |”
इस मुद्दे पर ध्यान देते हुए, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने भी विर्क को एक नोटिस जारी किया था, जिसके बारें में खबर आप नीचे देख सकते है |
इंडिया टुडे लगभग सात मिनट के पूर्ण वीडियो तक पहुंचने में सक्षम थे जिसे नीचे देखा जा सकता है | भाषण १८ अक्टूबर २०१९ को दिया गया था |
बख्शीश सिंह के भाषण का यह हिस्सा, जो लगभग २७ सेकंड तक रहता है, इसको परिवर्तित नहीं किया गया है |
वीडियो में ४४ सेकंड्स के १ मिनट ११ सेकंड में हम बख्शीश सिंह को कहते हुए सुन सकते है कि
“५ सेकेंड दी गलती ५ साला पुगटनी पावेगी | अज जस बंदे न जिथे वोट पाई है ना, सानु ओ भी पता चल जाना है | की केदे बंदे ने किथे वोट पाई है, तान ए गलाफतेमी भी नाही होनि चहिंदी, अस्सी जान के देसदे वो नही | अगार कोइ पुछेगा तान अससे दस भी दिवांगे, की केदे बंदे न किथे विते पाई है | क्योंकि मोदीजी दियां नजरा बड़ियाँ तेज़ ने, मनोहर लालीजी दयान नज़रा बड़ियाँ तेज़ ने |”
हिंदी अनुवाद- “अगर आपको उन ५ सेकंड में कोई गलती हो जाए तो आपको ५ साल तक भुगतना पड़ेगा | हमें पता चलता है कि किस व्यक्ति ने किसे और कहां से वोट दिया है |इसलिए, आपको उसके बारे में कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए | दरअसल, हम जानबूझकर कुछ भी नहीं बता रहे हैं | यदि कोई पूछता है, तो हम उन्हें बता सकते हैं कि किस व्यक्ति ने वोट दिया है | क्योंकि मोदीजी की आंखें बहुत तेज हैं, मनोहरलालजी की आंखें भी बहुत तेज हैं |”
मूल वीडियो में लगभग २ मिनट और १४ सेकंड में, विर्क ने कथित ईवीएम छेड़छाड़ की टिप्पणी शुरू की |
२ मिनट १४ सेकंड पर, वह विपक्ष को संदर्भित करते हुए कहते है कि “हन पता की केहेंदे ओ, की वोट जिथे मारजी पा लो आखीर विच निकलेगी फूलच ही है | बटन जेदा मरजी दबा दो निकलना फूलच ही है | असि मशीन च एसा पुरजा फिट किता हाइगा ” |
हिंदी अनुवाद- अब, आप जानते हैं कि वे (विपक्ष) क्या कह रहे हैं | जहां भी आप अपना वोट डालेंगे, वोट अपने आप कमल फूल (भाजपा) को जाएगा | आप जो भी बटन दबाएंगे, वोट फूल को ही जाएगा | क्योंकि हमने वोटिंग मशीनों में ऐसे उपकरण बैठा दिया है |”
पहला वाक्य जहां सिंह ने विपक्ष को संदर्भित किया था उसे एडिट किया गया और हटा दिया गया है | उनका कहना है कि विपक्ष को लगता है कि भाजपा ने वोटिंग मशीनों में ऐसे उपकरण बैठाया हैं कि सभी वोट भाजपा पार्टी के नाम पर दर्ज होंगे |
बीबीसी पंजाबी के साथ एक इंटरव्यू में, बख्शीश सिंह विर्क ने दावा किया कि उनके भाषण को राजनीतिक लाभ के लिए विपक्ष द्वारा गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यहां, वह ईवीएम में हेराफेरी के विपक्षी दावों के बारे में बात कर रहे हैं | इस वीडियो को एडिट किया गया है |

Title:वोटों की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए हरियाणा के उम्मीदवार का वायरल वीडियो |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
