यह वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं। यह मामला तेलंगना का है जहाँ टी.आर.एस और भा.ज.पा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी।

उत्तर प्रदेश में हो रहे चुनाव के चलते इंटरनेट पर कई वीडियो व तस्वीरें गलत दावों के साथ साझा की जा रही है। ऐसे कई वीडियो व तस्वीरों की जाँच कर फैक्ट क्रेसेंडो ने अपने पाठकों तक उनकी सच्चाई पहुंचाई है।

इन दिनों ऐसा ही एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप सड़क पर कुछ लोगों को मारपीट करते हुये देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में राजनितीक दलों के कार्यकर्ताओं की पिटाई हो रही है।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, “विधायकों के पीटने की अपार सफलता के बाद ,पार्ट 2 में कार्यकर्ताओं का नंबर आया, अब वक्त है बदलाव का। #UPElection2022 #Election2022।”

फेसबुक


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अनुसंधान से पता चलता है कि...

सबसे पहले हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें यही वीडियो 10 फरवरी को वन इंडिया के चैनल पर पोस्ट किया हुआ मिला। उसके साथ दी गयी जानकारी के अनुसार तेलंगना में टी.आर.एस और भा.ज.पा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी थी। यह तब हुआ जब टी.आर.एस के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

आर्काइव लिंक

इस वीडियो में बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में कांग्रेस सरकार को फरवरी 2014 में आंध्र प्रदेश पुनर्गठन बिल जल्दबाज़ी में, किसी भी विवाद या चर्चा के बिना पास करने का आरोप लगाया। और उनके इस बयान की वजह से तेलंगना में हर जगह उनका विरोध हो रहा है व उनके पूतले जलाये जा रहे है। इसको लेकर राज्यसभा में भी टी.आर.एस के सांसदों ने भी विरोध जताया और उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से तेलंगना के लोगों से माफी मंगवाने की मांग भी की।


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जाँच के दौरान हमने पाया कि यही वीडियो टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है। उसमें उन्होंने यह जानकारी दी है कि ये तेलंगना के जनगाँव में हुई झड़प का वीडियो है।

10 फरवरी को प्रकाशित द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के लेख में बताया गया है कि जनगांव जिले में टी.आर.एस कार्यकर्ताओं ने विरोध के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का पूतला जला रहे थे तो भा.ज.पा के कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोकने की कोशिश की। जिसके बाद उन लोगों में झडप हो गयी। इसके बाद जनगांव पुलिस ने भा.ज.पा के कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया और स्थिति को नियंत्रित किया। प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद टी.आर.एस नेता और जनगाँव के विधायक मुथिरेड्डी यादगिरि रेड्डी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से मोदी के भाषण के विरोध में प्रदर्शन करने का आह्वान किया। इसके बाद पार्टी कार्यकर्ता जनगाँव के बस स्टैंड पर एकत्र हुये और काले झंडे के साथ एक मोटरसाइकिल रैली निकाली।

जनगाँव के साथ तेलंगना के हनमकोंडा, वारंगल और काजीपेट में विरोध रैली निकाली गयी और प्रधानमंत्री के पूतले जलाये गये।

प्रधानमंत्री मोदी के संसद भवन में क्या कहा जो तेलंगना में विरोध प्रदर्शन हुआ?

8 फरवरी को संसद भवन में प्रधानमंत्री धन्यवाद भाषण दे रहे थे। तब उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने फरवरी 2014 में जल्दबाजी में, बिना किसी चर्चा के तेलंगना और आंध्र प्रदेश अलग राज्य बनाने के बिल को पास किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने भी तीन राज्य बनाये थे। लेकिन उस समय कोई तूफान नहीं आया शांति से सबने मिलकर निर्णय लिया था। तेलंगना के समय भी यह हो सकता था साथ मिलकर भी किया जा सकता है। जिस तह से कांग्रेस सरकार ने आंध्र प्रदेश और तेलंगना को अलग किया है उससे आज भी तेलंगना और आंध्र प्रदेश के बीच में कटुता है और वह दोनों राज्यों का नुकसान कर रहे है।

आप उनका यह बयान टाइम्स ऑफ इंडिया की इस रिपोर्ट में 0.37 मिनट से लेकर 1.15 मिनट तक देख सकते है।


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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इस वीडियो में टी.आर.एस और भा.ज.पा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो रही है। यह वीडियो तेलंगना में थी।

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Title:तेलंगना में हुई लड़ाई का वीडियो उत्तर प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं की पिटाई बोलकर वायरल

Fact Check By: Rashi Jain

Result: Partly False