सबरीमाला भीड़ के बीच अपने पिता के लिए रोने वाले बच्चे का वीडियो सांप्रदायिक एंगल से वायरल।

Communal False

वीडियो में सबरीमाला मंदिर में भीड़ के बीच एक बच्चे के खो जाने और अपने पिता की तलाश करने के वीडियो को केरल में हिन्दुओं को पीटने और गिरफ़्तारी करने के नाम से फैलाया जा रहा है।

पुलिस वैन में रोते हुए और अपने पिता की तलाश में चिल्लाते हुए एक बच्चे का दिल दहला देने वाला वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर के मुताबिक, यह वीडियो सबरीमाला मंदिर का है, जहां पिछले एक हफ्ते से हर दिन लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं। बच्चे को एक पुलिसकर्मी से हाथ जोड़कर अपने पिता और परिवार को ढूंढने की गुहार लगाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि केरल के सबरीमाला में भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए आये हिंदुओं को पीटा और गिरफ्तार किया गया जिसका शिकार वीडियो में दिखाई देने वाला यह बच्चा भी हुआ।

वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “केरल के सबरीमाला में भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए आये हिंदुओं को पीटा गया और गिरफ्तार किया गया। केरल में छोटे हिंदू बच्चे की ये हालत देखिये। आधुनिक औरंगजेब है केरल सरकार, ऐसा लगता है कि हमें प्रत्येक मंदिर को मुक्त कराने के लिए बलिदान देना होगा, जैसा कि हमने राम मंदिर के लिए किया था…”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत के लिए हमने वायरल वीडियो से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट को ढूँढा, जिसके परिणाम से हमें एशियानेट न्यू चैनल द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिला, जिसे 12 दिसंबर 2023 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, फुटेज से पता चलता है कि बच्चा अपने पिता को ढूंढ रहा है, जो निलक्कल में भीड़ में खो गया था। पुलिस के सामने हाथ जोड़कर चिल्लाने वाले बच्चे ने आखिरकार अपने पिता को देखकर हाथ हिलाया। वीडियो में बच्चे को अपने पिता से मिलने के बाद खुश होते हुए दिखाया गया है।

आगे फैक्ट क्रेसेंडो ने सबरीमाला पम्पा के सी.आई महेश से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया है कि “खबर पूरी तरह झूठी है। वीडियो में दिख रहा बच्चा बस में रो रहा था क्योंकि उसके पिता को बाहर एक दुकान से लौटने में देर हो गई थी। उसे चिंता थी कि बस चलने पर उसके पिता अंदर प्रवेश नहीं कर पाएंगे। बाहर पुलिसकर्मी उसे सांत्वना दे रहा थें। लड़का आंध्र का था। जब पिता वापस आए तो बच्चे ने पुलिस को धन्यवाद दिया और खुशी-खुशी वापस चला गया। साथ ही वीडियो में दिख रहा बस पुलिस वैन नहीं है बल्कि KSRTC का बस है। पम्पा, निलक्कल और सन्निधानम जैसे स्थान जहां तीर्थयात्री यात्रा करते हैं, अर्ध-वन क्षेत्र हैं। सुरक्षाकर्मियों, पुलिसकर्मियों की मुख्य चिंता तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की गारंटी देना है। पुलिस ने न तो तीर्थयात्रियों के साथ मारपीट की, न ही मुकदमा दर्ज किया और न ही उन्हें हिरासत में लिया। ये दावे सरासर गलत हैं और प्रामाणिक नहीं हैं।”

इससे हम स्पष्ट हो सकते है कि वायरल घटना असल में एक बच्चे की अपने पिता से दूर होने की है नाकि केरल में हिन्दू बच्चों पर हो रहे अत्याचार और गिरफ़्तारी का है।

निष्कर्ष- 

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। सबरीमाला मंदिर में भीड़ के बीच एक बच्चे के खो जाने और अपने पिता की तलाश करने का वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर वायरल हो रहा है। वीडियो में केरल पुलिस द्वारा हिन्दू तीर्थयात्रियों को पीटने और गिरफ्तार करने का दावा सरासर गलत है।

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Title:सबरीमाला भीड़ के बीच अपने पिता के लिए रोने वाले बच्चे का वीडियो सांप्रदायिक एंगल से वायरल।

Written By: Drabanti Ghosh 

Result: False