CDS अनिल चौहान का ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ कर डीप फेक वीडियो किया जा रहा है वायरल।

अभी हाल ही में विपक्ष के जबरदस्त हंगामे के बाद संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा की गई। वहीं इस बीच सोशल मीडिया पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल अनिल चौहान का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत के सात लड़ाकू विमान गिराए जाने की बात कह रहे हैं। वीडियो में वो यह भी कहते हैं कि युद्धविराम की मांग भी भारत ने ही की थी। अनिल चौहान कहते हैं कि, “यह स्वीकार करना जरूरी है कि भले ही हमने सात भारतीय लड़ाकू विमान खो दिए, लेकिन सिर्फ तीन दिन में हमने दोबारा आसमान में उड़ान भरी और यही हमारी दृढ़ता को दर्शाता है। हमारी तैयारी का स्तर चौबीसों घंटे और साल के 365 दिन होना चाहिए और हमारी हिंदू विचारधारा भी शांति के पक्ष में ही खड़ी है। हमने संघर्ष विराम की मांग की थी, लेकिन यह हमारी कमजोरी नहीं थी बल्कि इसलिए था कि हम नहीं चाहते थे कि दक्षिण एशिया युद्ध की आग में झुलसे।” यह वीडियो इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है…
अनिल चौहान अब बता रहे हैं कि हम ने 7 विमान खोए और युद्ध विराम भी हम ने किया क्यों कि हम साउथ एशिया में “शांति” बनाए रखना चाहते हैं।अब यह भी बता दो कि हम युद्ध हार गए?
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में यह पता लगाया कि क्या सीडीएस अनिल चौहान की तरफ से ऐसा कोई बयान दिया गया है। क्यूंकि अगर ऐसा कुछ होता तो इसके बारे में हर जगह खबरें छपी होतीं, लेकिन हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली जो वायरल दावे की पुष्टि कर सके।
हां हमें वायरल वीडियो में ANI न्यूज एजेंसी का लोगो दिखाई दिया था। जिसके कारण हमने ANI के यूट्यूब चैनल पर इस वीडियो को खोजा। हमें यह पता चला कि वायरल वीडियो में एडिटिंग है। दरअसल यह मूल वीडियो भारतीय एयर फोर्स और ‘सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज’ (CAPS) द्वारा आयोजित एक सेमिनार का था। यह सेमिनार सुब्रतो पार्क, दिल्ली के एयर फोर्स ऑडिटोरियम में हुआ था। सेमिनार में सीडीएस चौहान बतौर मुख्य अतिथि थे जहां पर उनके द्वारा भाषण दिया गया था। इस भाषण में उनके द्वारा यह नहीं कहा गया कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष के दौरान भारत ने सात विमान गंवाए थे या युद्ध विराम के लिए भारत ने अनुरोध किया था।
हमें सीडीएस अनिल चौहान के इस भाषण से जुड़ी रिपोर्ट हिंदुस्तान टाइम्स से मिली, जो 26 जुलाई 2025 की है।
‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ के अनुसार इस सेमिनार में सीडीएस चौहान ने कहा था कि युद्ध में कोई रनर अप नहीं होता है और सेना को हर वक्त सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। इस रिपोर्ट में भी हमें वायरल वीडियो वाला कोई बयान नहीं मिला।
हमें इस वीडियो के फेक होने और इसके AI निर्मित होने के और भी कारण दिखे, जैसे कि सीडीएस अनिल चौहान की आवाज उनकी असली आवाज से मेल नहीं खाती। इसमें सीडीएस चौहान के नेम बैज (वर्दी पर लगा वो बैज जिस पर नाम लिखा होता है) पर लिखा टेक्स्ट अजीबोगरीब-सा लग रहा है। जबकि मूल वीडियो में उनके नाम स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। ANI भी अजीब तरीके से लिखा हुआ है जो साफ़ नहीं है। सीडीएस चौहान के चेहरे के भाव और उनकी आंखों का मूवमेंट बेहद अलग सा है। पोडियम का ऊपरी हिस्सा गायब होता दिखाई देता है, जिससे माइक हवा में लटका हुआ नजर आता है।
इसके अलावा, हमें पीआईबी फैक्ट चेक की 26 जुलाई 2025 की एक एक्स पोस्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो का खंडन किया गया था। इसके अनुसार, एक छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो ऑनलाइन प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान को सात जेट विमानों के नुकसान की बात स्वीकार करते हुए और यह दावा करते हुए दिखाया गया है कि भारत ने युद्धविराम का अनुरोध किया था। पीआईबी ने स्पष्ट किया कि यह एक एआई-जनरेटेड डीपफेक वीडियो है और जनरल चौहान ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
इसलिए हम कह सकते हैं कि सीडीएस अनिल चौहान का यह वायरल वीडियो, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के सात लड़ाकू विमान खोने और युद्ध विराम के अनुरोध के दावे से है डीपफेक वीडियो है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, ऑपरेशन सिंदूर में भारत के सात विमानों के नुकसान कबूलते CDS अनिल चौहान का वायरल डीपफेक है। असल में वीडियो जो दिल्ली में एक सेमिनार में दिए भाषण का है उसी से एडिट किया गया है।

Title:सच नहीं है, ऑपरेशन सिंदूर में सात विमानों के नुकसान कबूलते CDS अनिल चौहान का वायरल वीडियो…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Altered
