१३ सितंबर २०१९ को “Adam Bashaनामक एक फेसबुक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “कश्मीर में कश्मीरी मुस्लिम के फलों के पेड़ों को काटने वाले भारतीय सैनिक सिर्फ उन्हें आर्थिक रूप से चोट पहुँचाने के लिए यह हरकत कर रहे है |” इस वीडियो में हम कुछ लोगों को सेब के पेड़ों को काटते हुए देख सकते है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह घटना हाल ही में कश्मीर से है जहाँ भारतीय सैनिक कश्मीरी मुसलमानों की आर्थिक स्थिति बिगाड़ने के लिए उनके फलों से लदे पेड़ों को काट रहे है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह पोस्ट ५९१ प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी |

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव वीडियो

अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच के शुरुआत में इस वीडियो को ध्यान से देखने व सुनने पर हम पेड़ काटने वालों को स्थानीय हिमाचली बोली में बात करते हुए सुन सकते है, जो कि एक संकेत है कि यह वीडियो कश्मीर से नही हो सकता है |

इसके पश्चात हमने इस वीडियो को इन्विड टूल का इस्तेमाल करते हुए गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, जिसके परिणाम से हमें ६ जुलाई २०१८ को हिमाचल वोचर नामक एक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किया गया वीडियो मिला, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “हिमाचल प्रदेश में फलों से लदे पेड़ों की कटाई” | इस वीडियो के विवरण में लिखा गया है कि “यह वीडियो वन भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त करने के लिए हाईकोर्ट के अनिवार्य अभियान के तहत फलों से लदे सेब के पेड़ों की कटान का है | हजारों पेड़ पहले ही गिर चुके हैं और उनमें से बड़ी संख्या में इस अभियान के तहत गिरा दिए जा रहे हैं, हालांकि यह अतिक्रमित भूमि को मुक्त करने के लिए एक सराहनीय कदम है |

१० मई २०१८ को ड इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए ड्राइव के हिस्से के रूप में पिछले साल मई में शिमला के एप्पल बेल्ट में सेब के पौधों की कटाई को पूरा करने के लिए विशेष जांच दल (एस.आई.टी) को एक सप्ताह का समय दिया था |

ड इंडियन एक्सप्रेस | आर्काइव लिंक

४ सितम्बर २०१९ को हिमाचल वोचर ने एक खबर के माध्यम से सोशल मीडिया पर चल रहे इन दावो को खारिज करते हुए लिखा है कि “शिमला में सेब के पेड़ काटने का वीडियो सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है |”

आर्काइव लिंक

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वीडियो मूल रूप से हिमाचल प्रदेश का है, जहां अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए राज्य के उच्च न्यायालय ने पिछले साल पेड़ों की कटाई का आदेश दिया था | इस वीडियो के साथ कश्मीर का कोई संबंध नही है |

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Title:हिमाचल प्रदेश के पुराने वीडियो को कश्मीर में सरकार द्वारा सेब के पेड़ों की कटाई के रूप में साझा किया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False