इस वीडियो का पहलगाम आतंकी हमले से कोई संबंध नहीं है, एबीपी न्यूज की पुरानी वीडियो क्लिप को हालिया संदर्भ से जोड़ कर फैलाया जा रहा है।

सोशल मीडिया पर पहलगाम आतंकी हमले से जोड़ कर एबीपी न्यूज़ का एक वीडियो क्लिप वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, और इसमें पकड़ा गया एक शख्स बीजेपी का सदस्य है।यह वीडियो पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जोड़ कर साझा किया जा रहा है, जिसके साथ यह कैप्शन लिखा गया है….
ये है भाजपा की असलियत 🤬🤬🤬बीजेपी पार्टी के 11 सदस्य पाकिस्तान को दे रहे थे खुफिया जानकारी। चंद रुपयों के लिए बिक जाने वाले गद्दार , आज कांग्रेस पार्टी को देश भक्ति सिखायेगा 🤬रीट्वीट करके इन फर्जी राष्ट्रवादी को पर्दाफास करो।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में सबसे पहले उन मीडिया रिपोर्टों को चेक करना शुरू किया, जिसमें हाल में भाजपा के 11 सदस्यों का पाकिस्तान के लिए जासूसी करने संबंधी खबरें प्रकाशित की हो। हम ऐसे किसी भी मीडिया रिपोर्ट्स तक नहीं पहुंचे जो वायरल दावे की पुष्टि करता हो।हालांकि हमें एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो को लेकर एक वीडियो रिपोर्ट मिली। इसे देखने पर इतना स्पष्ट हो गया कि वीडियो हाल का नहीं बल्कि पुराना है। 10 फरवरी 2017 को अपलोड किया हुआ ये वीडियो पहलगाम हमले से बहुत पहले है।
इस दौरान यह वीडियो हमें एबीपी न्यूज़ के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी दिखाई दिया, जिसे 10 फरवरी, 2017 को पोस्ट किया गया था। इसके साथ कैप्शन में ‘जासूसी के आरोप में बीजेपी नेता भोपाल से गिरफ्तार’ लिखा हुआ था। चूँकि, वायरल वीडियो वर्ष 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है, इसलिए पूरी तरह स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो का 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुई आतंकी घटना से कोई संबंध नहीं है।
पड़ताल करने के दौरान हमें इस मामले पर प्रकाशित एबीपी न्यूज़ की तरफ से एक रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट 10 फरवरी 2017 की है, जिसमें बताया गया है कि उस वक़्त मध्य प्रदेश की एटीएस टीम ने 11 लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ा था। उन पर भारत सरकार की महत्वपूर्ण सूचनाएं निकालकर उन्हें सीमा पार पाकिस्तान भेजने का आरोप था। यह भी बताया गया था कि हिरासत में लिए गए सभी 11 लोगों में से एक भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल से जुड़ा हुआ था। ध्रुव सक्सेना नाम से यह शख्स एक साल पहले ही भाजपा आईटी सेल में शामिल हुआ था। उस पर पैसे कमाने के लिए देश की गुप्त जानकारियों को ISI के साथ साझा करने का आरोप था।
हालांकि 11 फरवरी 2017 को छपी जनसत्ता की रिपोर्ट बताती है कि आरोपी ध्रुव सक्सेना की मां ने इन आरोपों का खंडन करते हुए ध्रुव को निर्दोष बताया था।
वहीं 9 फरवरी 2017 में छपी न्यूज 18 की रिपोर्ट में इसी मामले पर तत्कालीन एटीएस चीफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस की पूरी खबर को देख सकते हैं।इसमें बताया गया है कि ग्वालियर से पांच, भोपाल से तीन, जबलपुर से दो और सतना से एक आरोपी को हिरासत में लिया गया था। आरोपी कॉल सेंटर का संचालन करते थे, जिसके जरिए नौकरी और लॉटरी की आड़ में सूचनाओं का आदान-प्रदान था।
इस विषय पर और जानकारी आजतक और इंडिया टुडे द्वारा साझा किए गए खबर में देख सकते हैं। पता चलता है कि एबीपी न्यूज़ की 8 साल पुरानी एक वीडियो रिपोर्ट को पहलगाम हमले से जोड़कर भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, एबीपी न्यूज की 8 साल पुरानी वीडियो क्लिप को हाल के पहलगाम आतंकी हमले से जोड़ कर भ्रामक दावे से साझा किया जा रहा है।

Title:पहलगाम आतंकी हमले से जोड़कर भाजपा के 11 सदस्यों का पाकिस्तान के लिए जासूसी के दावे से एबीपी न्यूज़ का पुराना वीडियो वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Missing Context
