तेलंगाना के सात साल पुराने वीडियो को बिहार चुनाव से जोड़ कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।

बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के बाद दूसरे चरण के लिए ताबड़तोड़ रैलियां की जा रही है। जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार धुंआधार चुनाव प्रचार करने में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इसी संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक महिला एक शख्स को चप्पल से मारती हुई नजर आ रही है। इसके बाद वह शख्स भी महिला को पैर से मारते हुआ दिखाई देता है। यह वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बिहार के एक गांव में घुसने पर भाजपा नेता का चप्पल से स्वागत किया गया।वायरल वीडियो के साथ तंज कसते हुए यह कैप्शन लिखा गया है…
ये बिहार है, गांव में भाजपा नेता के आने पर उनका स्वागत देखने लायक। #bjp #भाजपा
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में सबसे पहले वीडियो के कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। परिणाम में हमें लोकमत हिंदी के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला। यहां पर वीडियो 18 जून 2018 को अपलोड किया गया है। इसमें बताया गया है कि टीआरएस मंडल परिषद के अध्यक्ष इम्मादी गोपी ने एक महिला को लात मारी, उन्होंने तेलंगाना के निजामाबाद जिले में संपत्ति विवाद को लेकर महिला के साथ मारपीट की थी। महिला की शिकायत के आधार पर, गोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
इसके बाद हमें EYE TV NEWS HYDERABAD नाम के यूट्यूब चैनल पर भी यहीं वीडियो मिला। यहां पर वीडियो को 19 जून 2018 को अपलोड किया गया था। वीडियो के नीचे लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार, “तेलंगाना के निजामाबाद जिले में एक नागरिक विवाद को लेकर सत्तारूढ़ टीआरएस से संबंधित एक जनप्रतिनिधि द्वारा कथित तौर पर एक महिला को लात मारने का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें स्थानीय निकाय प्रमुख ने जमीन विवाद को लेकर महिला के सीने पर ‘लात’ मारी पुलिस ने कहा कि महिला की शिकायत के आधार पर गोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 (महिला की शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। वीडियो में, धरपल्ली मंडल (एक ग्रामीण स्थानीय निकाय) के अध्यक्ष, आई गोपी महिला को लात मारते हुए दिखाई दे रहे हैं, जब महिला ने उन्हें अपने जूते से मारा, जबकि उसके एक रिश्तेदार ने उन्हें जमीन पर धकेल दिया।“
इसमें पुलिस के हवाले से आगे बताया गया है कि, “महिला की शिकायत के आधार पर गोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 (महिला की गरिमा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुँचाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। गोपी ने भी जवाबी शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद महिला और उसके कुछ रिश्तेदारों के खिलाफ जबरन घर में घुसने और उसकी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने का मामला दर्ज किया गया। महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि पिछले साल गोपी ने उसे 33.72 लाख रुपये में एक प्लॉट बेचा था जिसमें एक घर भी शामिल था, जिसकी रजिस्ट्री उसके नाम पर हो गई थी। हालांकि, पुलिस ने कहा कि उसने “इलाके में ज़मीन की बढ़ती कीमतों को देखते हुए” 50 लाख रुपये की अतिरिक्त मांग की थी। पुलिस ने बताया कि उसने अब तक संपत्ति नहीं सौंपी है और उसे धमका रहा है। आज महिला अपने रिश्तेदारों के साथ गोपी के घर संपत्ति सौंपने की मांग करने गई। इस दौरान दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई और महिला ने कथित तौर पर उसे अपने जूतों से मारा। पुलिस ने बताया कि इसके बाद गोपी ने महिला को लात मारी।
आगे की पड़ताल में हमें एनडीटीवी की भी रिपोर्ट मिली, जिसे 18 जून 2018 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि तेलंगाना में टीआरएस के एक सत्तारूढ़ जन प्रतिनिधि ने निजामाबाद जिले में भूमि विवाद को लेकर एक महिला को कथित तौर पर पहले सीने पर लात मारी और जब महिला गिर गई तो उसको लातों से मारा। इस घटना का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया।
इसी जानकारी के साथ एनडीटीवी के एक्स पर भी इस वीडियो को पोस्ट किया गया है, जिसे 18 जून 2018 में देख सकते हैं।
इसके साथ ही हम इस वीडियो को न्यूज़ तेलंगाना नाम के फेसबुक पेज पर भी 18 जून 2018 में पोस्ट किया हुआ देख सकते हैं।जो स्पष्ट करते हैं कि वायरल वीडियो को बिहार के हालिया संदर्भ से जोड़ कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।
https://www.facebook.com/share/v/1FrqVs69M7
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, तेलंगाना के सात साल पुराने वीडियो को बिहार चुनाव से जोड़ कर भाजपा नेता की चप्पलों से पिटाई के झूठे दावे से जोड़ कर साझा किया जा रहा है। असल में यह वीडियो साल 2018 है और भूमि विवाद से जुड़ा मामला है।
Title:भूमि विवाद से जुड़ा तेलंगाना का सात साल पुराना वीडियो बिहार में भाजपा नेता की पिटाई के फर्जी दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Misleading


