एक दूसरे से लिपटे मिले दो शवों की तस्वीर उत्तरकाशी में आई आपदा की नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के श्योपुर की है।

देवभूमि उत्तराखंड में एक बार फिर से कुदरत ने रौद्र रूप दिखाते हुए कहर बरपाया है। मंगलवार को उत्तरकाशी के धराली इलाके में बादल फटने से बड़ा हादसा हुआ। अब तक चार लोगों की मौत की खबर सामने आई है तो वहीं हादसे में 70 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे है। महज 34 सेकेंड में खीर गंगा नाले में आई विनाशकारी बाढ़ ने उत्तरकाशी के धराली गांव को मलबे के ढेर में बदल कर रख दिया। लापता लोगों में आम आदमी से लेकर सेना के जवान तक शामिल हैं। जिनको रेस्क्यू करने की तमाम कोशिशें लगातर जारी है। युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं और आपदा की इस घड़ी में सेना, आईटीबीपी, पुलिस, राजस्व, बीआरओ और एम्बुलेंस सेवाओं के 201 कर्मियों की एक संयुक्त टीम उपकरणों के साथ घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, बीआरओ, अग्निशमन सेवा, लोक निर्माण विभाग और अन्य विभागों के 211 बचावकर्मियों की दूसरी टीमें भी लापता लोगों की तलाश कर रही हैं। इसी पृष्टभूमि से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में तस्वीर को वायरल किया जा रहा है, जिसमें एक खेत में दो लोगों के शव एक दूसरे से लिपटे दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर देख कर समझ आता है कि ये बाढ़ के दौरान की हैं। यूज़र यह तस्वीर शेयर करते हुए यह दावा कर रहे हैं कि ये उत्तरकाशी के धराली में आई उसी आपदा की तस्वीर है जो दिल को झकझोर देने वाली है। पोस्ट इस कैप्शन के साथ शेयर हो रहा है…
हे प्रभु #उत्तराखंड के उत्तरकाशी के धराली मे आई #आपदा का एक #दृश्य जिसमें #पिता_पुत्र एक दूसरे को बचाने की कोशिश में जीवन की लीला #समाप्त कर बैठे ऐसा दृश्य मैंने जीवन में नहीं देखा सच्चाई यही है कि एक पिता अपने पुत्र को कितना #प्यार करता है और एक #पुत्र अपने #पिता को कितना #प्यार करता है शब्दों से बयां नहीं हो सकता लेकिन इस #दृश्य ने वह सारी #हकीकत बयां की है ॐ शांति ॐ मै कभी कभी अपने बच्चों के लिए भी सोचकर कांप उठती हूँ बाबा अपने बच्चों पर सदैव किरपा बनाये रखना
अनुसंधान से पता चलता है कि….
पड़ताल की शुरुआत में कीवर्ड को गूगल सर्च किया। परिणाम में हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली, जिसके अनुसार यह पता चला कि वायरल तस्वीर उत्तरकाशी की नहीं बल्कि मध्यप्रदेश की है। 7 दिन पहले प्रकाशित हुई दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में वीडियो साझा किया गया है। इसमें हम वायरल तस्वीर को देख सकते हैं। रिपोर्ट से पता चलता है कि घटना मध्य प्रदेश के श्योपुर की है जहां हाल ही में पार्वती नदी में आए बाढ़ के दौरान चाचा और भतीजे का शव खेत में मिला था। दोनों खेत में सामान बचाने गए थें और बाढ़ में डूबने से दोनों की मौत हो गई थी। मृतक चाचा का नाम राजू यादव और भतीजे का नाम शिवम (उम्र 13 साल) बताया गया है।
हमें इस घटना की रिपोर्ट फ्री प्रेस जर्नल की वेबसाइट पर भी प्रकाशित मिली। 31 जुलाई 2025 की खबर यह बताती है कि “श्योपुर ज़िले के अमलादा गाँव की घटना थी। पीड़ित रज्जू यादव और उसका भतीजा शिवम अपने खेत में बढ़ते पानी से सिंचाई के पाइप और अन्य सामान बचाने गए थे। लेकिन वापस नहीं लौटे गाँव वाले और परिवार वाले पूरी रात उनकी तलाश करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। फिर गुरुवार सुबह, जब नदी का जलस्तर थोड़ा कम हुआ, तो लोग खेतों की ओर लौटे – और देखा कि रज्जू और शिवम के शव पानी के किनारे पड़े थे, और वे अब भी एक-दूसरे को कसकर पकड़े हुए थे। खबर मिलते ही पुलिस और स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुँचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। रज्जू यादव एक दिहाड़ी मज़दूर था जो अपनी खेती की देखभाल भी करता था। शिवम एक स्कूली छात्र था जो अपने चाचा की खेती में मदद करता था।“
हमें यह खबर इंडिया टुडे, अमर उजाला और etv भारत के हवाले से प्रकाशित की हुई मिली।
और पड़ताल करने पर हम उत्तराखंड के उत्तरकाशी पुलिस के एक्स हैंडल तक पहुंचें जहां पर वायरल पोस्ट को लेकर खंडन किया गया था। स्पष्ट किया गया है कि हर्षिल,धराली आपदा से जोड़ कर वायरल की जा रही तस्वीर पूर्णतः असत्य है। इस फोटो का आपदा से कोई संबंध नहीं है, फोटो MP,श्योपुर से संबंधित है।
साथ ही फैक्ट क्रेसेंडो ने तस्वीर के सत्यापन के लिए उत्तरकाशी में इस समय आपदा में रेस्क्यू कर रहे एसडीआरफ में इंस्पेक्टर ललिता से संपर्क किया। यह अवगत कराया गया कि यह तस्वीर उत्तरकाशी की नहीं है। और न ही आपदा में मिले शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की गई है। पोस्ट पूरी तरह भ्रामक है।
फैक्ट क्रेसेंडो ने उत्तरकाशी में कार्यरत पत्रकार हरीश खनेड़ा से भी संपर्क साधा। उन्होंने ने भी वायरल पोस्ट को फेक बताते हुए जानकारी दी कि सोशल मीडिया पर हो रही इस तस्वीर का उत्तरकाशी में आई आपदा से कोई संबंध नहीं है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि खेत में एक दूसरे से लिपटे शवों की तस्वीर उत्तरकाशी में आई आपदा की नहीं है। यह तस्वीर एमपी के श्योपुर की तस्वीर है जहां हाल में पार्वती नदी में आए बाढ़ के दौरान चाचा-भतीजे का शव खेत में मिला था, उसी तस्वीर को उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा के नाम पर शेयर किया जा रहा है।

Title:खेत में मिले दो मृत शवों की एमपी की तस्वीर उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा से जोड़ कर वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
