यह वीडियो एक महीने पहले हैदराबाद में प्रदर्शनकारियों की हुई गिरफ्तारी का है।

एक वीडियो इंटरनेट पर तेज़ी से साझा किया जा रहा है। उसमें आप पुलिस को कुछ लोगों को उनके घर से घसीटते हुये गिरफ्तार करते हुये देख सकते है।
दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की पुलिस प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर रही है।
वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “शाम को 5:00 बजे रैली निकाली आर एस एस वालों को काट डालो और 7:00 बजे शाम को योगी सरकार का रिजल्ट।”
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अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस वीडियो की जाँच करने के लिये हमने इसे ठीक से देखा। सबसे पहले हमने एक बोर्ड देखा जिसपर हमें Shaffaf लिखा हुआ दिखा। आप नीचे दी हुई तस्वीर में देख सकते है।

फिर हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें Shaffaf packaged drinking water नामक एक दुकान का पता मिला जो शालिबंद, हैदराबाद में स्थित है। हमने देखा कि गूगल पर इस दुकान का स्ट्रीट व्यू भी दिया हुआ है।
हमने उस स्ट्रीट व्यू को देखा तो हमें उसमें कई दृश्य वायरल वीडियो के जैसे ही दिखाई दिये। आप देख सकते है कि वायरल वीडियो में एक हरा रंग का बोर्ड दिख रहा है जिसपर उर्दू भाषा में कुछ लिखा है और वही बोर्ड हमें इस स्ट्रीट व्यू में भी देखने को मिला। आप नीचे देख सकते है।

तो इससे हम समझ गये कि यह वीडियो तेलंगाना के हैदराबाद का है। फिर हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया और इस वीडियो को खोजने की कोशिश की। हमें यही वीडियो गुलबर्गा 24 न्यूज़ नामक एक चैनल पर 25 अगस्त को प्रसारित किया हुआ मिला। उसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि हैदराबाद के शालिबंद में पुलिस ने मुसलमानों को घर में घुसकर मारपीट कर गिरफ्तार किया।
जाँच में आगे बढ़ते हुये हमें 25 अगस्त को सियासत डेली के वैरिफाइड चैनल पर एक रिपोर्टर द्वारा लिया गया इंटरव्यू प्रसारित किया हुआ मिला। वह रिपोर्टर उस महिला से बात कर रहा है जिसके घर में घुसकर पुलिस ने उसके बेटों को गिरफ्तार किया था। यह वीडियो दृश्य आप वायरल वीडियो में देख सकते है।
गूगल पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें इस घटना की जानकारी सियासत डेली के वेबसाइट पर भी मिली। उसमें बताया गया है कि 24 अगस्त को रात में पुलिस ने शालिबंद इलाके और उसके आसपास इलाकों के कई घरों में घुसकर मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया। यह सब तब हुआ जब वे निलंबित भाजपा विधायक टी.राजा सिंह द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गयी टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। और वे उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस वेबसाइट पर वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्य की तस्वीर भी प्रकाशित की गयी है।
इससे हम कह सकते है कि यह वीडियो तेलंगाना के हैदराबादा का है, जहाँ भाजपा या योगी की सरकार नहीं है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इसमें दिख रही घटना योगी सरकार के उत्तर प्रदेश में नहीं बल्की तेलंगाना में घटी है।

Title:वीडियो में दिखायी गयी घटना उत्तर प्रदेश की नहीं बल्की तेलंगाना की है।
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: False
