लड़कियों की छेड़खानी कर रहे लड़कों के स्क्रिपटेड वीडियो गलत सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

Communal False

यह लोगों को शिक्षित व जागरूक करने के लिए स्क्रिपटेड एक्ट है।

इंटरनेट पर अकसर लोगों को सतर्क करने के लिए स्क्रिपटेड वीडियो साझा किए जाते है। उन वीडियो को कई बार गलत दावों के साथ उन्हें वास्तविक बता वायरल किया जाता है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसे कई वीडियो का अनुसंधान कर उनकी सच्चाई लोगों तक पहुंचाई है। 

ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें में कुछ लड़के बस स्टॉप पर बैठी हुई लड़कियों को छेड़ रहे है और फिर वे लड़कियाँ उन लड़कों की आंखों में स्प्रे छिड़कर चले जाती है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि कुछ मुस्लिम समुदाय के लड़के हिंदु लड़कियों को छेड़ रहे है।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, “ये जिहादी गुन्डे इन लड़कियो को द्देड़ २हे थे ,इन लड़कियो ने तीनों की ऑखें फोड़ दी अव यह तीनों जिहादी जमीन पर लोट रहे है। हिन्दुओ अपनी लड़की को ऐसी शिक्षा दो जो उनकी तरफ ऑख उठाये वह उसकी ऑख निकाल ले। पर्स में सिर्फ जरुरत के सामान ही नहीं बल्की तेजाब का स्प्रे भी रखना चाहिए। जय श्री राम।“

फेसबुक 

https://twitter.com/yogeshDharmSena/status/1462745585513996292

आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा तो वीडियो के अंत में लिखा हुआ पाया कि यह वीडियो लोगों को शिक्षित करने के लिए बनाया गया है। उपरोक्त जानकारी से हमने अनुमान लगाया कि ये वीडियो एक ड्रामा के तौर पर बनाया गया है।

इसके बाद हमने फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया। परिणाम में हमें यही वीडियो LOBO 619 नामक एक पेज पर 29 फरवरी 2020 को प्रसारित किया हुआ मिला। उसमें दी गयी जानकारी में लिखा है कि यह वीडियो केवल लड़कियो को छेड़खानी से कैसे बचे इसकी जानकारी देने के लिया बनाई है। उसमें यह भी लिखा है कि उनके फेसबुक पेज पर ऐसे कई स्क्रिप्टेड ड्राम पोस्ट किए गये है। 

आर्काइव लिंक

आपको बता दें कि इस वीडियो के अंत में जानकारी दी गयी है कि यह वीडियो केवल लोगों को शिक्षित करने के लिए और उनकों असल ज़िदगी में ऐसी परेशानियों से कैसे बचना है इसकी जानकारी देने के लिए बनाया गया है। इस वीडियो में जो लोग है वे केवल एक्टिंग कर रहे है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह एक स्क्रिप्टेड एक्ट है। यह लोगों को शिक्षित और जागरूक करने के लिए बनाया गया है। यह घटना असल में नहीं घटी है।

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Title:लड़कियों की छेड़खानी कर रहे लड़कों के स्क्रिपटेड वीडियो गलत सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: False