ये वीडियो तज़ाकिस्तान में आये भूकंप का नहीं है बल्कि 2015 को नेपाल के त्रिपुरेश्वोर चौक में आये भूकंप की है।

पूर्वी तज़ाकिस्तान में 7.2 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया जिसके चलते चीन और आसपास के कई देशों में भूकंप के झटके महसूस किये गये। इसी भूकंप से जोड़कर सोशल मीडिया पर कई तरह तरह के वीडियो और तस्वीरों को साझा किया जा रहा है।
इसी बीच भूकंप के एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो तज़ाकिस्तान से है जहाँ हाल ही में भूकंप के झटके महसूस किये गये। इस वीडियो में हम एक चौक देख सकते है जहाँ अचानक गाड़ियाँ और छोटे कंस्ट्रक्शन गिरने लगती है।
वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “#ताजिकिस्तान में 7.2 तीव्रता का #भूकंप #चीन में तेज झटके महसूस किए गए। क्या हो रहा हिया । #COVID19 #बाढ़ #भूकंप #रूसीयूक्रेनियनयुद्ध #यूक्रेन #ताजिकिस्तानभूकंप। दुनिया एक अंत की ओर बढ़ रही है।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
वायरल वीडियो को अगर ध्यान से देखा जाए तो ये एक सीसीटीवी फुटेज है जिसके कोने में इसके रिकॉर्डिंग का समय और दिन देखा जा सकता है। इस वीडियो के दाएं तरफ 25 अप्रैल 2015 का टाइमस्टैम्प देखा जा सकता है जबकि दूसरी तरफ हमने कोने में “त्रिपुरेश्वर” लिखा हुआ देखा।

इसी जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने यूट्यूब पर एक कीवर्ड सर्च किया जिसके परिणाम से हमें वायरल वीडियो वाइल्ड फिल्म्स इंडिया के चैनल पर उपलब्ध मिला। इस वीडियो को 14 फरवरी 2020 को अपलोड किया गया था। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “त्रिपुरेश्वर चौक दक्षिण दृश्य, काठमांडू, नेपाल: गोरखा भूकंप 2015”।
इस वीडियो के विवरण के अनुसार ये घटना 2015 की है जब काठमांडू (नेपाल) के त्रिपुरेश्वोर चौक में भूकंप के झटके आये थे। इस वीडियो में भूकंप के वजह से चौक पर मौजूद पुतले को भी गिरते हुए देखा जा सकता है।
आगे हमने इस चौक को गूगल मैप्स पर ढूँढा, जिसे आप नीचे देख सकते है। ये वहीं चौक है जिसे वायरल वीडियो में देख सकते है। गूगल मैप्स पर उपलब्ध स्ट्रीट व्यू 2014 के समय का है परंतु ये स्पष्ट है कि वायरल वीडियो नेपाल से है नाकि ताजीकिस्तान से।

NDTV के रिपोर्ट के अनुसार 2015 में नेपाल में 7.9 के तीव्रता से आये भूकंप ने कई लोगों की जान ले ली थी जिसके साथ साथ कई मंदिर और इमारतें भी ढह गयी थी।
निष्कर्ष:
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे को गलत पाया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ताजीकिस्तान में आये भूकंप का नहीं है बल्कि 2015 को नेपाल के त्रिपुरेश्वोर चौक में आये भूकंप की है।

Title:2015 को नेपाल में आये भूकंप के वीडियो को तज़ाकिस्तान भूकंप से जोड़कर किया वायरल।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
