सोशल मंचों पर बेंगलुरू और मुंबई पुलिस आयुक्त के नाम से वाईरल हो रहे मैसेज जिसमे आम नागरिकों को सचेत करते हुये कहा जा रहा है कि राष्ट्रव्यापी तालाबंदी की समाप्ति के पश्चात् बड़ी हुई बेरोजगारी, और लोगों के बिज़नस बंद होने के कारण चोरी,लूटपाट और अपहरण की घटनाओं में अचानक से वृद्धि आने की आशंका है, जिसे देखते हुये आम नागरिकों को सेचत रहने व महंगी चीजें न पहनने की हिदायत दी गई है, हालाँकि इन मैसेजों की पड़ताल के पश्चात फैक्ट क्रेसेंडो ने इस वाईरल मैसेजों को फर्जी पाया है |
यह संदेश लोगों को चेतावनी देता है कि वे अपने सामान जैसे मोबाइल फोन, आभूषण के बारे में सावधान रहें और बच्चों और बड़ों से भी अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहें | साथ ही संदेश में कहा गया है कि लोगों को सावधान रहना होगा क्योंकि इन दिनों लोगों की कमाई बंद हो गयी है जिससे संभवतः बेरोज़गारी बढ़ गयी होगी और लोगों के व्यापार पर भी बुरा प्रभाव पड़ा होगा इन सब के चलते अपहरण और चोरी की घटनाओं में अचानक उछाल आ सकता है |
इस संदेश को मुंबई और बेंगलुरु पुलिस के नाम से फैलाया जा रहा है | यह संदेश फेसबुक और व्हाट्सएप पर साझा किया जा रहा है जिसमे लिखा गया है कि : “# बंगलौर और #मुंबई के कमिश्नर ऑफ़ पुलिस से संदेश जिसे हर एक को पढ़ना चाहिए, के अनुसार सावधानी ! शहर या कस्बों में हम सभी को स्थिति से अवगत होना चाहिए। 3 मई से अगर #लॉकडाउन को आंशिक रूप से या पूरी तरह से उठा लिया जाता है, तो हम अपने # पोलिस विभाग पर ज्यादा दबाव नहीं डाल सकते हैं, जो इन दिनों पूरे दिनभर मेहनत कर रहे थे | पुलिस बल बहुत थक जाने वाला है और उन्हें भी उनके परिवार के साथ समय बिताने की जरूरत है |”
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुवात हमने उपरोक्त संदेश को कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर सर्च किया, जिसके परिणाम में हमें बंगलुरु पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा इस संदेश के सन्दर्भ में दिया स्पष्टीकरण मिला, ट्वीट में लिखा गया है कि यह संदेश फर्जी है और बेंगलुरु पुलिस द्वारा जारी नही किया गया है |
इसके पश्चात फैक्ट क्रेसेंडो ने मुंबई के एडिशनल कमिश्नर ऑफ़ पुलिस (क्राइम), संदीप कार्निक से संपर्क किया, उन्होंने भी हमें यह स्पष्ट किया कि यह मैसेज मुंबई पुलिस या मुंबई कमिश्नर द्वारा जारी नही किया गया है | यह मैसेज फर्जी है | मुंबई पुलिस जब भी कोई अधिसूचना जारी करती है तो वो हमेशा आधिकारिक रूप से व लिखित रूप में जारी की जाती है, नागरिकों से अनुरोध है कि वे इन फर्जी मैसेजों पर विश्वास न करें |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल सन्देश में किये गये दावे गलत है क्योंकि इस संदेशों को बेंगलुरु पुलिस या मुंबई पुलिस ने जारी नही किया है | यह संदेश फर्जी है और ऐसे मैसेज लोगों के बीच भ्रम व भय की स्तिथि पैदा करतें है, कृपया इन मैसेजों पर यकीन न करें |
Title:पुलिस द्वारा लॉकडाउन खुलने के बाद अपराध बढने की चेतावनी वाले मैसेज फर्जी है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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