False

यूट्यूबर नीतीश राजपूत के वीडियो को आई.पी.एस शैलजाकांत का बता वायरल किया जा रहा है।

इस वीडियो में दिख रहे शख्स यूट्यूबर नीतीश राजपूत है। वे आई.पी.एस शैलजाकांत मिश्रा नहीं है। इस बात की पुष्टि हमने शैलजाकांत मिश्रा से की है।

इन दिनों एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप एक शख्स को देश में राजनेताओं द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार और उनके आपराधिक रिकॉर्ड के बारें में बात करते हुये सुन सकते है। इसको शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह शख्स लखनउ के आई.पी.एस अफ्सर शैलजाकांत मिश्रा है। इस वीडियो को साझा कर लोग उनके ज्ञान और निडर होकर राजनेताओं के बारें में बताने के लिये तारीफ कर रहे है।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, देश मे पहली बार कोई IPS अफ्सर ने ऐसी हिम्मत की है,एकदम सत्य , निष्पक्ष  ,निडर वक्तव्य कहा है|उसे कोटी कोटी वन्दन।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो को ठीक से देखने पर हमें वहाँ “nitishrajpute” लिखा हुआ दिखा। आप नीचे दी गयी तस्वीर में देख सकते है।

इसको ध्यान में रख कर हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया। हमें यह वीडियो नितीश राजपूत नामक एक यूट्यूब चैनल पर 5 जुलाई 2020 को प्रसारित किया हुआ मिला। उसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि इसमें वो भारतीय शिक्षा प्रणाली में घोटाले के बारे में चर्चा कर रहे है।

आर्काइव लिंक

इस वीडियो के नीचे दिये गये कमेंट में इस चैनल के संचालक नितीश राजपूत ने लिखा है कि यह वीडियो उनके एक दोस्त के साथ की गयी चर्चा का है। आप नीचे दी गयी तस्वीर में देख सकते है।

इससे हमने अनुमान लगाया कि इस वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम नितीश राजपूत है, जो इस यूट्यूब चैनल का संचालक है। इसके बाद हमने इस यूट्यूब चैनल को खंगाला तो हमें वहाँ सारे वीडियो इसी शख्स के दिखे, जिसमें वह ऐसे ही कई मुद्दों पर चर्चा करते हुये नज़र आ रहा है।

फिर हमने उनका इंस्टाग्राम अकाउंट, फेसबुक पेज और ट्वीटर हैंडल देखा, वहाँ सब जगह लखा है कि वे एक वीडियो क्रियेटर है। हर जगह उनका नाम नितीश राजपूत लिखा है और कही भी ऐसा नहीं लिखा है कि वे शेलजाकांत मिश्रा है और लखनउ से आई.पी.एस अफ्सर है।

इसके बाद हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च कर लखनउ के आई.पी.एस अफ्सर शैलजाकांत मिश्रा के बारे में जाँच की। अमर उजाला के वेबसाइट पर 6 दिसंबर 2018 को प्राकाशित खबर में हमने पाया कि लखनउ में शैलजाकांत मिश्रा नाम के एक आई.पी.एस अफ्सर नियुक्त थे। वे दो दशक पहले रिटायर हो चुके है। उनकी तस्वीर आप नीचे देख सकते है।

आर्काइव लिंक

फिर हमने इन सारें सबूतों कि पुष्टि करने के लिये रिटायर्ड आई.पी.एस अफ्सर शैलजाकांत मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि, “सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है। वह वीडियो मेरा नहीं है। उसमें दिख रहे शख्स कोई यूट्यूबर है। मैंने वायरल दावे के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इसमें दिख रहे शख्स आई.पी.एस अफ्सर नहीं है और न ही इनका नाम शैलजाकांत है। ये शख्स यूट्यूबर नितीश राजपूत है।

Title:यूट्यूबर नीतीश राजपूत के वीडियो को आई.पी.एस शैलजाकांत का बता वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Samiksha Khandelwal

Result: False

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