False

इज़रायली सेना द्वारा लोगों पर किये जा रहे हमले के वीडियो को मणिपुर का बता वायरल किया जा रहा है।

यह वीडियो मणिपुर का नहीं इजरायल द्वारा कब्ज़ा किये हुये सीरियाई गोलान पहाड़ियों का है। इसका मणिपुर में हो रही हिंसा से कोई संबन्ध नहीं है।

लगभग दो महिनों से मणिपुर में हो रही हिंसा को जोड़कर एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप देख सकते है कि कुछ लोग भागा- दौड़ी कर रहे है और गोलीबारी की आ रही है। दावा किया जा रहा है कि यह मणिपुर में हो रही हिंसा का वीडियो है। मैतेई हिंदू लोग वहाँ रह रहे आदिवासियों पर हमला कर रहे है। 

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “मणिपुर भाजपा समर्थक उग्रवादियो ने आदिवासी इलाको पर फिर की भारी बमबारी। आदिवासी अपनी जान बचाने के लिए जंगलो की और भागे। 60 दिनो से मणिपुर जल रहा है और मोदी चुनावी फायदे के लिए अपने बूथ को मजबूत करने में लगा है।“

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आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो की जाँच हमने इनवीड-वी वैरिफाई टूल के माध्यम से की। हमें यह वीडियो Al Qastal News | Jerusalem नामक एक न्यूज़ कंपनी के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर 21 जून को पोस्ट किया हुआ मिला। उसमें दी गयी जानकारी में बताया गया है कि कब्ज़ा किये हुये गोलान के लोगों और सेना के बीच झड़प में कई लोग घायल हो गये।

आर्काइव लिंक

इसको ध्यान में रखकर हमने फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया व इस वीडियो के बारें में अधिक जानकारी हासिल करने की कोशिश की। हमें यह वीडियो Quds News Network के वैरिफाइड पेज पर 21 जून को प्रसारित किया हुआ मिला। उसमें दी गयी जानकारी में बताया गया है कि इज़रायल की सेना ने इज़रायल द्वारा कब्ज़ा की हुई सीरियाई गोलान हाइट्स में वहाँ के नागरिकों पर आंसूगैस से हमला किया। उनके हमले करने की वजह यह है कि वे नागरिक उनके क्षेत्र में हो रहे इज़रायली उपनिवेशीकरण परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है।

फेसबुक

मिडल इस्ट आई के वेबसाइट पर 21 जून को प्रकाशित एक न्यूज़ रिपोर्ट में बताया गया है कि गोलान हाइट्स में रह रहे सीरियाई ड्रूज़ समाज के लोग उनकी भूमी पर इज़रायलियों द्वारा बनाये जा रहे पवन फार्म के खिलाफ विरोध कर रहे है। इस वजह से उनके प्रदर्शन के दूसरे दिन इज़रायली सेना और उनमें हिंसक झड़प हो गयी जिसमें कई लोग घायल हुये। ड्रूज़ प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और ड्रूज़ ध्वज लहराते हुये परियोजना के पास गद्दे और टायर जला दिये। इज़रायली पुलिस ने इसका जवाब देते हुये आंसू गैस, रबर की गोलियां और पानी की बौछार की।

इससे हम यह कह सकते है कि यह वीडियो इज़रायल का है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो मणिपुर में हो रही हिंसा का नहीं है। यह इज़रायल द्वारा कब्ज़ा किये हुये सीरियाई गोलान पहाड़ियों का वीडियो है।

Title:इज़रायली सेना द्वारा लोगों पर किये जा रहे हमले के वीडियो को मणिपुर का बता वायरल किया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: False

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